पटना में पांच मंजिला होटल में भीषण आग, 13 लोगों का रेस्क्यू, खिड़की से कूदा युवक, पांच लोग भर्ती
दमकल विभाग की 25 गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और ढाई घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। दमकल कर्मियों ने होटल में फंसे 13 लोगों को सुरक्षित निकाला। इस दौरान तीन लोगों ने जान बचाने के लिए होटल की खिड़कियों से छलांग लगा दी। इनमें से एक युवक को कमर में गंभीर चोट आई।

जागरण संवाददाता, पटना। कोतवाली थाना क्षेत्र में डाकबंगला के पास स्थित पांच मंजिला मेफेयर होटल में रविवार देर रात भीषण आग लग गई। घटना के समय होटल में 18 से 19 लोग मौजूद थे। आग ग्राउंड फ्लोर से शुरू होकर तेजी से चौथी मंजिल तक फैल गई। धुएं के कारण दम घुटने से सो रहे लोगों की नींद खुली और होटल में अफरा-तफरी मच गई। शोर-शराबे के बीच पांच से छह लोग भागकर सुरक्षित बाहर निकल आए, लेकिन बाकी लोग अंदर फंस गए।
सूचना मिलते ही दमकल विभाग की 25 गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और ढाई घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। दमकल कर्मियों ने होटल में फंसे 13 लोगों को सुरक्षित निकाला। इस दौरान, तीन लोगों ने जान बचाने के लिए होटल की खिड़कियों से छलांग लगा दी। इनमें से एक युवक को कमर में गंभीर चोट आई। घायलों को तुरंत पीएमसीएच में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
आगे सीढ़ी, पीछे से निकलने का नहीं मिला रास्ता
जिला अग्निशमन पदाधिकारी मनोज कुमार नट ने बताया कि प्रारंभिक जांच में आग का कारण बिजली पैनल में शार्ट सर्किट प्रतीत हो रहा है। जांच में होटल में सुरक्षा मानकों की गंभीर खामियां सामने आईं। होटल में केवल एक सीढ़ी थी, जो आगे की ओर निकलती थी, जिससे आपात स्थिति में निकासी में भारी दिक्कत हुई। दमकल विभाग ने होटल प्रबंधन को नोटिस जारी किया है और सुरक्षा मानकों की गहन जांच के आदेश दिए गए हैं।
पहले भी होटल में लग चुकी है आग
पटना में यह कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले स्टेशन गोलंबर के पास पाल होटल में आग लगने से आधा दर्जन से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। उस घटना में भी एकमात्र निकासी मार्ग के कारण लोग फंस गए थे। पहले भी जिला प्रशासन और दमकल विभाग ने होटलों में सुरक्षा जांच की थी, लेकिन कार्रवाई नोटिस तक सीमित रही। मेफेयर होटल की इस घटना ने एक बार फिर अग्नि सुरक्षा की कमी को उजागर किया है।
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