Patna News: पटना में हटाए जाएंगे कई हेडमास्टर! इस वजह से सख्त हुआ शिक्षा विभाग
पटना के सरकारी स्कूलों में अपार आईडी बनाने में लापरवाही बरतने वाले प्राचार्यों पर कार्रवाई की जाएगी। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा है कि जिन स्कूलों में 75 प्रतिशत से कम छात्रों के अपार आईडी बनेंगे वहां के प्राचार्यों को हटाया जाएगा। नौवीं कक्षा में नामांकन में पारदर्शिता बरतने के निर्देश दिए गए हैं और फर्जी टीसी पर नामांकन रोकने के लिए कहा गया है।

जागरण संवाददाता, पटना। पटना जिले के सभी राजकीय, राजकीयकृत, अल्पसंख्यक, प्रोजेक्ट, मदरसा, संस्कृत उच्च माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक स्कूलों के प्रधानाध्यापकों की बैठक सोमवार को सिन्हा लाइब्रेरी के सभागार में हुई। जिसकी अध्यक्षता जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) संजय कुमार ने की।
बैठक में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी अमृत कुमार और सरस्वती कुमार मौजूद थी। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने प्रधानाध्यापकों को उनके यहां नामांकित सभी बच्चों का आटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री (अपार आइडी) बनाने पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि जिले में मात्र 52 प्रतिशत बच्चों का ही अपार आइडी बन पाया है। 48 प्रतिशत बच्चों का अपार नहीं बन पाया है। उन्होंने कहा कि जिन स्कूलों में 75 प्रतिशत से कम बच्चों का अपार आइडी बनेगा वहां के प्रधानाध्यापक को हटाया जाएगा और इनके जगह पर दूसरे को मौका दिया जाएगा।
नामांकन के नाम पर वसूले जा रहे पैसे
उन्होंने सभी प्रधानाध्यापकों को कक्षा नौवीं में नामांकन में पारदर्शिता और ईमानदारी बरतने का निर्देश दिया। डीईओ ने कहा कि अभिभावकों द्वारा शिकायत की जा रही कि स्कूल द्वारा कक्षा नौंवीं में नामांकन के लिए पैसे की मांग की जा रही है, यह बहुत गलत है।
स्कूल से ही बच्चों को भ्रष्टाचार करने के लिए सिखाया जा रहा है। इस तरह से बच्चों पर बुरा प्रभाव पड़ेगा। इसकी शिकायत मिलने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
फर्जी टीसी पर नहीं ले नामांकन
डीईओ ने कहा कि कोई प्रधानाध्यापक फर्जी टीसी पर नामांकन नहीं ले। अगर बच्चा आठवीं तक निजी स्कूल में पढ़ता है, अब वह सरकारी स्कूल में कक्षा नौवीं में नामांकन लेना चाहता है, उनका नामांकन लिया जाए।
उन्हीं निजी स्कूलों का बच्चों का नामांकन ले जो शिक्षा विभाग से प्रस्वीकृति प्राप्त हो। प्रस्वीकृत होगा उनका यू-डायस नंबर भी होगा। बिना यू-डायस नंबर देखे कभी नामांकन नहीं ले।
पंचायत बदलेंगे बीईओ से लेना होगा अनुमति
अगर कोई बच्चा आठवीं तक अपने पंचायत के स्कूल में पढ़ रहा है और अब वह नौवीं कक्षा में दूसरे पंचायत के स्कूल में नामांकन लेना चाहता तो इसके लिए प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी से अनुमति लेनी होगी।
अगर कोई बच्चा जिला बदलना चाहता वह तो उसे जिला शिक्षा पदाधिकारी से अनुमति लेनी होगी। डीईओ ने प्रधानाध्यापकों से कहा कि बच्चों एवं अभिभावकों को बगल के स्कूल में नामांकन लेने के लिए प्रोत्साहित करें।
लगातार 15 दिन तक स्कूल नहीं वाले छात्र का होगा नामांकन रद
बैठक में कुछ प्रधानाध्यापकों ने नामांकन लेने के बाद विद्यार्थियों के स्कूल नहीं आने की शिकायत की। इस पर जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि जो छात्र-छात्रा लगातार 15 दिन से स्कूल नहीं आता है, उसका नामांकन रद्द किया जाएगा।
इससे पहले प्रधानाध्यापक द्वारा अभिभावकों को नोटिस दिया जाएगा। नोटिस का जवाब नहीं मिलने पर प्रधानाध्यापक उक्त छात्र का नामांकन रद्द करेंगे। उस जगह पर दूसरे बच्चे का नामांकन लिया जाएगा।
प्रत्येक वर्ग कक्ष के बाहर रहेगा डस्ट बिन
जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि स्कूल के निरीक्षण के दौरान बहुत सारे स्कूल में गंदगी देखने को मिली। उन्होंने कहा कि प्रत्येक स्कूल को बच्चों की संख्या में आधार पर ग्रांट की राशि दी जाती है।
उस पैसे से स्कूल परिसर की साफ-सफाई होनी चाहिए। प्रत्येक वर्ग कक्ष के बार दो डस्ट बिन रखें। बच्चों को बताएं कि स्कूल परिसर को गंदा नहीं रखना है।
प्रधानाध्यापक व शिक्षक प्रतिदिन स्कूल में प्रवेश करने से पहले धरती छू कर प्रणाम करें। बच्चों को भी इस तरह का कार्य करने के लिए कहें। इससे होगा बच्चों में संस्कार बनेगा और वह घर में भी ऐसा ही करेंगे।

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