CWC की बैठक में गरजे मल्लिकार्जुन खरगे, कहा- 8 सालों बाद PM को अपनी गलती का एहसास हुआ
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सीडब्ल्यूसी की बैठक में मोदी सरकार पर अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय विफलताओं का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भारत चुनौतीपूर्ण दौर से गुजर रहा है। खरगे ने चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाए और वोटर लिस्ट से छेड़छाड़ को दलितों और गरीबों के अधिकारों की चोरी बताया। उन्होंने स्वदेशी मंत्र की याद दिलाई और चीन से बढ़ते आयात पर चिंता जताई।

राज्य ब्यूरो, पटना। CWC की मीटिंग को संबोधित करते हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर हमारी मुसीबतें मोदी और उनकी सरकार की नाकामी उनकी कूटनीतिक विफलता का नतीजा है।
उन्होंने कहा कि पटना में हो रही सीडब्ल्यूसी की यह बैठक बेहद महत्वपूर्ण है। हम ऐसे समय में मिल रहे हैं, जबकि, अन्तराष्ट्रीय और राष्ट्रीय, दोनो स्तरों पर भारत एक बेहद चुनौतीपूर्ण और चिंताजनक दौर से गुज़र रहा है। खरगे आज सदाकत आश्रम में सीडब्ल्यूसी की बैठक को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि सदाकत आश्रम स्वाधीनता आंदोलन का केंद्र बिंदु था। 1921 में स्थापित कांग्रेस का यह ऐतिहासिक दफ्तर पार्टी के अनेकों महान नेताओं की कर्मस्थली रहा है। मैं आज उन्हें भी विशेष श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।
पीएम मोदी पर हमलावर होते हुए खरगे ने कहा कि प्रधानमंत्री जिनको “मेरे दोस्त” बताकर ढिंढोरा पीटते हैं, वही दोस्त आज भारत को अनेकों संकट में डाल रहे हैं। आज जब हमारी वोटर लिस्ट से आधिकारिक रूप से छेड़छाड़ की का रही है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि आवश्यक है कि हम लोकतंत्र की जननी बिहार में अपनी मीटिंग आयोजित करके इस देश के लोकतंत्र और संविधान को बचाए रखने के अपनी प्रतिज्ञा को पुनः दोहराए।
उन्होंने कहा कि ठीक 85 साल पहले रामगढ़ अखिल भारतीय कांग्रेस सेशन में पहली बार संविधान सभा का प्रस्ताव आया था। महात्मा गांधी, पं० नेहरू, सरदार पटेल, डॉ आंबेडकर और संविधान सभा के सदस्यों ने मिलकर देश के नागरिकों एक व्यक्ति-एक वोट” का अधिकार दिया।
चुनाव आयोग पर उठाया सवाल
खरगे ने कहा कि लोकतंत्र का आधार है निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव। परन्तु आज चुनाव आयोग की निष्पक्षता और पारदर्शिता पर ही भयंकर सवाल उठ रहे हैं। विभिन्न राज्यों में खुलासे हुए हैं, चुनाव आयोग उन सवालों के जवाब देने के बजाय हम से एफिडेविट मांग रहा है।
बिहार की ही तर्ज पर अब देश भर में लाखों लोगों के वोट काटने की साजिश रची जा रही है। वोट चोरी का मतलब है- दलित, आदिवासी, पिछड़ा, अति-पिछड़ा, अल्पसंख्यक, कमजोर और गरीब के राशन की चोरी, पेंशन चोरी, दवाई चोरी, बच्चों की छात्रवृत्ति और परीक्षा की चोरी। ‘वोटर अधिकार यात्रा’ की वजह से बिहार की जनता में इसके बारे जागरूकता फैली और वो खुलकर राहुल जी के समर्थन में आए।
स्वदेशी मंत्र को लेकर ली चुटकी
खरगे ने कहा कि महात्मा गांधी का 100 साल पुराना दिया गया ‘स्वदेशी का मंत्र’ जिसे कांग्रेस ने अंग्रेज़ों को परास्त करने के लिए इस्तेमाल किया, मोदी जी को आज याद रहा है। दूसरी तरफ़ चीन के लिए रेड कारपेट सरेआम बिछाए जाते हैं।
उन्होंने कहा कि पिछले 5 वर्षों में चीन से हमारे आयात दो गुना बढ़ गया है। आज हमारा देश कई समस्याओं से जूझ रहा है। ये समस्याएं आर्थिक मंदी, बेरोजगारी, सामाजिक ध्रुवीकरण और स्वायत्त संवैधानिक संस्थाओं को निशाना बनाकर कमजोर किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि दो करोड़ नौकरियों का वादा अधूरा रहा। युवा रोजगार के बिना भटक रहे हैं। नोटबंदी और ग़लत जीएसटी ने अर्थव्यवस्था को पटरी से उतार दिया। 8 वर्षों के बाद प्रधानमंत्री जी को अपनी गलती का एहसास हुआ। अब जीएसटी में वही सुधार लाए गए जिसकी मांग कांग्रेस पहले दिन से कर रही थी।
मोदीजी का मानना है कि देशवासियों को और अधिक खर्च करना चाहिए परंतु जब पिछले 10 वर्ष में आमदनी नहीं बढ़ी, सिर्फ महंगाई बढ़ी है तो लोग अधिक खर्च कैसे करेंगे?
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