दीघा की जमीन को मुक्त करने के लिए स्थानीय लोग चलाएंगे अभियान
Patna News बिहार की राजधानी पटना में दीघा की जमीन को अधिग्रहण मुक्त करने के लिए आंदोलन तेज होगा। दीघा की जमीन का वर्षों पहले बिहार राज्य हाउसिंग बोर्ड ने अधिग्रहण किया था। हालांकि स्थानीय किसान और निवासी इससे सहमत नहीं हैं।

पटना, जागरण संवाददाता। बिहार की राजधानी पटना में दीघा की जमीन को अधिग्रहण मुक्त करने के लिए आंदोलन तेज होगा। दीघा की जमीन का वर्षों पहले बिहार राज्य हाउसिंग बोर्ड ने अधिग्रहण किया था। हालांकि स्थानीय किसान और निवासी इससे सहमत नहीं हैं। इस जमीन पर आज तक हाउसिंग बोर्ड का कब्जा नहीं हो सका और अब यहां काफी घनी कॉलोनी बस चुकी है। यह समस्या काफी पुरानी है, लेकिन समाधान नहीं होने के कारण स्थानीय लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा से मिलेंगे किसान
दीघा किसान संघर्ष समिति के तत्वावधान में रविवार को आयोजित बैठक में किसानों ने एक स्वर से कहा कि सरकार अधिग्रहित भूमि को मुक्त करें, इससे कम पर किसान झुकने को तैयार नहीं है। इसके लिए किसानों ने पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा से संपर्क करने पर बैठक में सहमति जताई। बैठक में तय हुआ कि किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल पूर्व केंद्रीय मंत्री से मिलकर स्थानीय समस्याओं से अवगत करायेगा।
मुख्यमंत्री से मिलना चाहते हैं इलाके के किसान
दीघा की जमीन को अधिग्रहण से मुक्त कराने के लिए जल्द ही किसान चरणबद्ध तरीके से अभियान चलाएंगे। दीघा के पूर्व मुखिया चंद्रवंशी सिंह ने कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री से मिलकर आग्रह किया जाएगा कि वे मुख्यमंत्री से समय लें। पूर्व केंद्रीय मंत्री के साथ किसान मुख्यमंत्री से मिलने को तैयार है। किसान मुख्यमंत्री से मिलकर दीघा की भूमि को अधिग्रहण से मुक्त करने का आग्रह करेंगे।
वर्तमान दर के आधार पर मुआवजा देने की मांग
किसान अधिग्रहित भूमि को अधिग्रहण से मुक्त करना चाहते हैं। इसके अलावा सरकार ने जिस जमीन पर भवन का निर्माण कर लिया है, उस जमीन के लिए किसानों को वर्तमान रेट पर मुआवजे का भुगतान किया जाए। इस अवसर पर दीघा के पूर्व वार्ड पार्षद संजय सिंह एवं वीरेंद्र कुमार सिंह सहित कई लोगों ने भाग लिया। जल्द ही दीघा में दूसरी बैठक भी आयोजित कर स्थानीय लोगों को संगठित किया जाएगा।
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