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    'नीतीश और गिरिराज में कोई अंतर नहीं', पुराने अंदाज में दिखे लालू; कहा- मेरे रहते कोई दंगा नहीं करा सकता

    लालू यादव एक बार फिर अपने पुराने अंदाज में नजर आ रहे हैं। उन्होंने नीतीश कुमार और गिरिराज सिंह पर जमकर हमला बोला। लालू ने कहा कि नीतीश राज और गिरिराज में कोई अंतर नहीं है। लालू ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि मेरे रहते बिहार में कोई दंगा नहीं करा सकता। तेजस्वी यादव ने भी बीजेपी को निशाने पर लिया।

    By Vikash Chandra Pandey Edited By: Rajat Mourya Updated: Thu, 24 Oct 2024 08:44 AM (IST)
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    नीतीश कुमार, लालू प्रसाद यादव और गिरिराज सिंह। फाइल फोटो

    राज्य ब्यूरो, पटना। अंदाज ऐसा कि बातें जुबान से निकलते ही सुर्खियां बन जाती हैं। बुधवार को राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने एक बार फिर अपने उसी अंदाज में सांप्रदायिकता के विरुद्ध संघर्ष की प्रतिबद्धता जताई। लालू ने कहा कि यद्यपि नीतीश राज और गिरिराज में कोई विशेष अंतर नहीं, लेकिन लालू के रहते बिहार में कोई दंगा नहीं करा सकता। इस एक बयान से उन्होंने भाजपा नेताओं के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी अंगुली खड़ी कर दी।

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    भाजपा के फायरब्रांड नेता व केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह इस सप्ताह मुस्लिम बहुल सीमांचल में "हिंदू स्वाभिमान यात्रा'' पर रहे। बुधवार को किशनगंज में उनकी यात्रा संपन्न हुई। यात्रा जब अररिया से गुजर रही थी तो स्थानीय सांसद प्रदीप सिंह ने नारा दिया कि यदि आप अररिया में रहना चाहते हैं तो आपको हिंदू बनना होगा।

    हालांकि, बाद में उन्होंने स्पष्ट किया कि वे हिंदू एकता की बात कर रहे थे और किसी दूसरे धार्मिक समुदाय को निशाना नहीं बना रहे थे। यात्रा के दौरान गिरिराज भी हिंदुओं की एकजुटता का आह्वान कर चुके हैं और बांग्लादेशी घुसपैठियों को देश के लिए घातक बता चुके हैं।

    'हिंदू और मुस्लिम लंबे समय से एक साथ रहते आए'

    इस पर पटना में पत्रकारों के प्रश्नों पर लालू ने कहा कि गिरिराज सिंह को तो ऐसे असंयमित व्यवहार की आदत रही है। वह इसमें कुछ नहीं कर सकते। मुट्ठी भर भाजपा नेता बिहार में सांप्रदायिक सद्भाव को नष्ट नहीं कर सकते। हिंदू और मुस्लिम लंबे समय से एक साथ रहते आए हैं और आगे भी रहेंगे। फिर भी बिहार में जो कुछ भी हो रहा है, उसके लिए नीतीश कुमार जिम्मेदार हैं।

    इसी के साथ उन्होंने कहा कि भाजपा बिहार के साथ केंद्र में भी सत्ता में बने रहने के लिए जदयू पर निर्भर है। राजद सुप्रीमो बोले- "मुझे भाजपा के शासन और नीतीश के शासन के बीच कोई अंतर नहीं दिखता"।

    इस बीच पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी इंटरनेट मीडिया पर बयान जारी करके प्रदीप सिंह पर लोगों को उकसाने का आरोप लगाया है। तेजस्वी का कहना है कि इस देश की मिट्टी में सबकी महक और स्वतंत्रता में सबका योगदान है।

    लालू पर भड़के सम्राट चौधरी

    उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि लालू यादव के 15 वर्ष के राज में न केवल यहां सांप्रदायिक दंगे हुए, बल्कि जातीय दंगे और नरसंहारों की आग में भी बिहार जलता रहा। वे राजनीतिक कारणों से दंगाइयों के किसी न किसी वर्ग को संरक्षण भी देते रहे। अब लालू परिवार अल्पसंख्यकों को भाजपा का भय दिखा कर वोट बैंक को साधने की कोशिश कर रहा है।

    चौधरी ने कहा कि लालू राज में सीतामढ़ी का वह भीषण दंगा आज भी लोग नहीं भूले हैं, जिसमें सैकड़ों लोग घायल हुए और संपत्ति का भारी नुकसान हुआ था। 1992 में वहां दो समुदायों के बीच हिंसा भड़की और 65 लोग मारे गए थे। तब लालू दंगा क्यों नहीं रोक पाए? राबड़ी देवी के शासनकाल में बिहारशरीफ भी दंगों की आग में जला था।

    'वे किस मुंह से दंगों पर बयान दे रहे?'

    डिप्टी सीएम बोले- अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में जब तक एनडीए की सरकार है, सांप्रदायिकता, अपराध और भ्रष्टाचार के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस की नीति कायम रहेगी। राज्य सरकार दंगाइयों पर कड़ी नजर रखती है। इसकी चिंता लालू यादव न करें। चौधरी ने कहा कि जिन लोगों ने भागलपुर दंगा, सिवान के आतंक शहाबुद्दीन को संरक्षण दिया, वे किस मुंह से दंगों को लेकर बयान दे रहे हैं?

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