'भाजपा की निजी सेना को उच्च पदों पर बैठाने का नागपुरिया मॉडल', केंद्र की सीधी भर्ती पर लालू यादव ने उठाए सवाल
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने संघ लोक सेवा आयोग की सीधी भर्ती को लेकर पीएम मोदी पर हमला बोला है। लालू यादव ने सोशल नेटवर्किंग साइट एक्स के जरिए मोदी सरकार पर बाबा साहेब के संविधान और आरक्षण की धज्जियां उड़ाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सीधी भर्ती खाकी पैंटवालों को सीधे भारत सरकार के महत्वपूर्ण मंत्रालयों में उच्च पदों पर बैठाने का यह नागपुरिया मॉडल है।

राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Politics News in Hindi अगले साल संभावित बिहार विधानसभा चुनाव के पहले राजद प्रमुख और पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद केंद्र की मोदी सरकार पर लगातार हमलावर हैं। वे बीते कुछ दिनों से लगातार केंद्र की मोदी सरकार के साथ ही बिहार की नीतीश कुमार की सरकार के खिलाफ अपने तेवर दिखा रहे हैं।
रविवार को लालू प्रसाद ने अपने एक्स पर संघ लोक सेवा आयोग के विज्ञापन को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर बाबा साहब के संविधान एवं आरक्षण धज्जियां उड़ाने का आरोप लगाया है। इससे एक दिन पहले लालू पुत्र और बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इन नियुक्तियों पर सवाल उठाए थे।
सीधी भर्ती निकालने पर उठाया सवाल
लालू प्रसाद ने अपनी पोस्ट में लिखा कि बाबा साहेब के संविधान एवं आरक्षण की धज्जियां उड़ाते हुए नरेन्द्र मोदी और उसके सहयोगी दलों की सलाह से सिविल सेवा कर्मियों की जगह अब संघ लोक सेवा आयोग ने निजी क्षेत्र से संयुक्त सचिव, उप-सचिव और निदेशक स्तर पर नियुक्ति के लिए सीधी भर्ती का विज्ञापन निकाला है।
सीधी भर्ती को बताया नागपुरिया मॉडल
लालू प्रसाद ने कहा कि इसमें कोई सरकारी कर्मचारी आवेदन नहीं कर सकता। इसमें संविधान प्रदत्त कोई आरक्षण नहीं है। कॉरपोरेट में काम कर रहे भाजपा की निजी सेना यानि खाकी पैंट वालों को सीधे भारत सरकार के महत्वपूर्ण मंत्रालयों में उच्च पदों पर बैठाने का यह नागपुरिया मॉडल है।
वंचितों के हक पर डाका मारने का लगाया आरोप
उन्होंने कहा कि संघी मॉडल के तहत इस नियुक्ति प्रक्रिया में दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों को आरक्षण का कोई लाभ नहीं मिलेगा। वंचितों के अधिकारों पर एनडीए के लोग डाका डाल रहे है।
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