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    'Lalu-Rabri का जंगलराज...,' जमुई गाली कांड पर फिर छलका Chirag Paswan का दर्द, तेजस्वी-मीसा को भी सुनाई खरी खोटी

    जमुई में तेजस्वी यादव की रैली में हुए गाली कांड से चिराग पासवान काफी आहत दिखाई दे रहे हैं। एक बार फिर उनका दर्द छलका है। चिराग ने कहा है कि आरजेडी समर्थकों द्वारा की गई इस हरकत से लालू-राबड़ी शासन के जंगलराज की यादें ताजा हो गई हैं। चिराग ने कहा कि मेरी मां को अपशब्द कहे जाने पर न तेजस्वी ने कार्रवाई की न दीदी ने विरोध किया।

    By Dina Nath Sahani Edited By: Mohit Tripathi Updated: Sat, 20 Apr 2024 06:53 PM (IST)
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    जमुई गाली कांड पर फिर छलका चिराग पासवान का दर्द। (फाइल फोटो)

    राज्य ब्यूरो, जागरण, पटना। लोजपा (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने जमुई की सभा में राजद समर्थकों द्वारा मां को अपशब्द कहे जाने के मामले में तेजस्वी यादव और मीसा भारती पर जुबानी हमला किया है।

    तेजस्वी को लिखी चिट्ठी का हवाला देते हुए चिराग ने कहा कि राजद समर्थकों द्वारा की गई इस हरकत से लालू-राबड़ी शासन के जंगलराज की यादें ताजा हो गई हैं।

    चिराग ने कहा कि इस घटना के बाद एक पुत्र होने के नाते मेरे लिए अपनी मां के बारे में ऐसा शब्द सुनना कितना पीड़ादायक है, इसकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते। चिराग ने शनिवार को राजधानी पटना में पत्रकारों से यह बात कही।

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    चिराग ने तेजस्वी-मीसा को घेरते हुए कहा कि मेरी मां को अपशब्द कहे जाने पर न भाई (तेजस्वी) ने कार्रवाई की, न ही दीदी (मीसा) ने विरोध किया, जिसका मुझे दुख रहेगा।

    उन्होंने कहा कि इस मामले पर मेरी लिखी चिट्ठी का तेजस्वी यादव ने कोई जवाब नहीं दिया। मीसा भारती से उम्मीद थी कि वो इस घटना का विरोध करेंगी, लेकिन उन्होने भी ऐसे तत्वों को प्रोत्साहित किया है।

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    मतदाताओं से पहले पहर में ही मतदान की अपील करेगा जदयू

    जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा का कहना है कि मतदान के प्रतिशत का कम होना निश्चित रूप से चिंताजनक है। अत्यधिक तपिश की वजह से यह हो रहा है। जदयू अब वोटरों से अपील करेगा कि पहले पहर में ही अधिक से अधिक मतदान कर लें। इसके बाद दोपहर बाद आ जाएं।

    वहीं वह जिला निर्वाचन अधिकारी से यह भी कहेंगे कि बूथ पर टेंट व पंखे आदि की भी व्यवस्था हो, ताकि मतदाताओं को सहूलियत हो। इसके अतिरिक्त पीने के पानी की व्यवस्था भी जरूरी है। अपने कार्यकर्ताओं को भी वह पीने के पानी की व्यवस्था के लिए कह रहे।

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