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कीर्ति ने कहा - BJP में तानाशाही, CM नीतीश को बताया अच्छा प्रशासक

दरभंगा के निलंबित बीजेपी सांसद कीर्ति आजाद ने कहा है कि उन्‍होंने पार्टी के कारण बताओ नोटिस का जवाब दे दिया है। अब फैसला पार्टी को करना है, जिसमें वह विलंब कर रही है। बीजेपी को निष्कासन के मसले पर अपना रूख साफ करना चाहिए।

By Pradeep Kumar TiwariEdited By: Published: Sat, 23 Jan 2016 06:32 PM (IST)Updated: Sun, 24 Jan 2016 10:07 PM (IST)
कीर्ति ने कहा - BJP में तानाशाही, CM नीतीश को बताया अच्छा प्रशासक

पटना। दरभंगा के निलंबित बीजेपी सांसद कीर्ति आजाद ने कहा है कि उन्होंने पार्टी के कारण बताओ नोटिस का जवाब दे दिया है। अब फैसला पार्टी को करना है, जिसमें वह विलंब कर रही है। बीजेपी को निष्कासन के मसले पर अपना रूख साफ करना चाहिए। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अच्छा प्रशासक भी बताया।

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कीर्ति ने कहा

  • नोटिस का जवाब देने के बाद भी पार्टी कोई फैसला नहीं ले रही है। इससे साफ जाहिर होता है कि पार्टी के अंदर किस हद तक तानाशाही है।
  • मुझसे कहां ग़लती हुई है, इस संबंध में पार्टी बताए।
  • अभी बीजेपी में हैं। जब पार्टी निष्कासित कर देगी तो देखा जाएगा कि दूसरी पार्टी ज्वायन करें या नहीं।
  • किसी से कोई शिकवा नहीं, अगर शिकवा है तो भ्रष्टाचार से है।
  • डीडीसीए में 40 सालों से भ्रष्टाचार चल रहा है।
  • बिहार में कानून-व्यवस्था की स्थिति में सुधार जरूरी है। पुलिस व्यवस्था में भी सुधार होनी चाहिए।
  • मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अच्छे प्रशासक हैं।
पार्टी ने किया है निलंबित

विदित हो कि विदित हो कि कीर्ति आजाद को डीडीसीए में भ्रष्टाचार को लेकर केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली पर निशाना साधने के कारण पार्टी से निलंबित कर दिया गया है।

समय-समय पर दी भ्रष्टाचार की जानकारी

सांसद ने कहा कि डीडीसीए में जारी भ्रष्टाचार की जानकारी उन्होंने जेटली को समय-समय पर दी, लेकिन उन्होंने चुप्पी साध ली। आजाद ने बताया कि वे सबूतों के साथ निबंधित डाक से पत्र भेजकर डीडीसीए में भ्रष्टाचार की जानकारी देते रहे।

अमित शाह गलतफहमी के शिकार

आजाद ने भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाने पर पार्टी से निलंबन की कार्रवाई पर हाल ही में कहा था कि किसी ने राष्ट्रीय अध्यक्ष को गलतफहमी का शिकार बना दिया। वे डीडीसीए के मुद्दे को 10 सालों से उठाते रहे हैं। इससे पूर्व तीन राष्ट्रीय अध्यक्ष हुए, लेकिन किसी ने न तो रोका और न ही टोका। वैसे अमित शाह अच्छे व्यक्ति हैं, लेकिन किसी ने उनका कान भर दिया है।

अब निर्णय पार्टी के हाथ

पार्टी से निलंबन को लेकर एक सवाल के जवाब में सांसद ने कहा कि उन्होंने अध्यक्ष को कारण बताओ नोटिस का जवाब दे दिया है। अब निर्णय उन्हें करना है। पार्टी अपना फैसला जल्दी सुनाए।

सीबीआइ नहीं कर रही कार्रवाई

कीर्ति ने कहा कि डीडीएसीए में व्याप्त भ्रष्टाचार की जांच के मामले में नोटिस देने के बावजूद सीबीआइ ने कोई कार्रवाई नहीं की। इससे साफ होता है कि सीबीआइ पर दबाव है।


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