Bihar Politics: फ्लोर टेस्ट के बाद इस JDU नेता की लगी लॉटरी! नीतीश कुमार ने की राज्यसभा भेजने की घोषणा
फ्लोर टेस्ट के बाद जदयू नेता संजय झा की लॉटरी लग गई है। नीतीश कुमार ने उनको राज्यसभा भेजने का फैसला कर लिया है। वह बुधवार को नामांकन करेंगे। संजय झा ने मुख्यमंत्री के इस निर्णय के प्रति आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि यह मेरे लिए बड़े ही सम्मान का विषय है कि मेरे नाम का चयन राज्यसभा प्रत्याशी के रूप में हुआ है।

राज्य ब्यूरो, पटना। JDU Sanjay Kumar Jha जदयू ने अपने राष्ट्रीय महासचिव व राज्य मंत्रिमंडल के पूर्व सदस्य संजय कुमार झा को राज्यसभा भेजने का फैसला किया है। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनके नाम की घोषणा की। वह बुधवार को नामांकन करेंगे।
संजय झा ने अपने एक्स हैंडल पर मुख्यमंत्री के इस निर्णय के प्रति आभार प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि यह मेरे लिए विशेष दिवस है। यह मेरे लिए बड़े ही सम्मान का विषय है कि मेरे नाम का चयन राज्यसभा प्रत्याशी के रूप में हुआ है।
Today is a very special day, a humbling one! It is great honor to have been nominated for the Rajya Sabha by Honorable CM Shri @NitishKumar Ji. I am overwhelmed and forever in gratitude. I also express my gratefulness to our party, the @Jduonline, all our leaders and millions of… pic.twitter.com/vdWtU98JDb
— Sanjay Kumar Jha (@SanjayJhaBihar) February 13, 2024
उन्होंने लिखा- मैं नीतीश कुमार के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त करता हूं। अपनी पार्टी व पार्टी के कार्यकर्ताओं के प्रति भी वह आभार प्रकट करते हैं। संजय झा ने कहा कि इस खुशी के क्षण के साथ-साथ मेरे लिए यह एक बड़ी जवाबदेही भी है कि अपने लोगों की आवाज को मैं उच्च सदन में सही तरीके से रख सकूं।
लोकतंत्र और परिवारवाद की निर्णायक लड़ाई साबित होगा 2024 : राजीव रंजन
जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने मंगलवार को कहा कि राजद और कांग्रेस जैसे दलों की शाही मानसिकता में कोई बदलाव नहीं आया है। ये लोग देश को अपने खानदान और परिवार की जागीर समझते हैं। राजीव रंजन ने कहा कि कांग्रेस और राजद का मानना है कि सत्ता पर केवल उनके खानदान व वारिसों का अधिकार है, लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन परिवारवादियों के सिंहासन में सुराख कर दिया है। देश में लोकतंत्र सही मायने में स्थापित होने लगा है।
उन्होंने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव के बाद इसकी जड़ें और मजबूत हो जाएंगी। हकीकत में 2024 का लोकसभा चुनाव लोकतंत्र व परिवारवाद के बीच निर्णायक लड़ाई साबित होने वाला है। देश में चल रही बदलाव की आंधी ने खानदानी दलों के अस्तित्व को खतरे में डाल दिया है। हर राज्य से जनता उन्हें बेदखल करती जा रही है।
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