Bihar MLC Bypoll: नीतीश ने 52 साल के ललन पर खेला दांव, उपचुनाव में बनाया कैंडिडेट; मांझी का मिला सपोर्ट
बिहार विधान परिषद की एक सीट के लिए होने वाले उपचुनाव (Bihar MLC Bypoll) के लिए जदयू ने ललन प्रसाद को अपना उम्मीदवार बनाया है। ललन प्रसाद शेखपुरा के रहने वाले हैं और धानुक (अति पिछड़ा) जाति से आते हैं। वे समता पार्टी के समय से ही नीतीश कुमार से जुड़े रहे हैं। इस चुनाव में विधायकों द्वारा वोट किया जाता है।

राज्य ब्यूरो, पटना। शेखपुरा के रहने वाले जदयू के ललन प्रसाद (Lalan Prasad JDU) को विधान परिषद की एक सीट के लिए होने वाले उपचुनाव (Bihar MLC Bypoll) के लिए एनडीए प्रत्याशी बनाया गया है। राजद विधान पार्षद की सदस्यता खत्म होने की वजह से यह चुनाव हो रहा। इस चुनाव में विधायकों द्वारा वोट किया जाता है।
जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल, हम के प्रदेश अध्यक्ष अनिल कुमार, लोजपा (रामविलास) के महासचिव अशरफ अंसारी, जदयू विधान पार्षद संजय कुमार सिंह, ललन सर्राफ, रवींद्र प्रसाद सिंह व जदयू के वरिष्ठ नेता नवीन आर्या चंद्रवंशी ने मंगलवार को जदयू प्रदेश कार्यालय में आयोजित एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में इस आशय की जानकारी दी।
कौन हैं ललन प्रसाद?
- ललन प्रसाद समता पार्टी के समय से ही नीतीश कुमार से जुड़े हैं। उनकी उम्र 52 वर्ष की है और वह धानुक (अति पिछड़ा) जाति से आते हैं। शेखपुरा के सुजावलपुर के वह रहने वाले हैं।
- वर्ष 2001 से 2006 तक वह शेखपुरा के घाट कुसुंभा प्रखंड के प्रखंड जदयू अध्यक्ष थे। वर्ष 2009 से 2013 तक शेखपुरा जिल जदयू के उपाध्यक्ष रहे। नालंदा जिला के अस्थावां विधानसभा के प्रभारी भी रहे।
- शेखपुरा जिला परिषद के सदस्य व उपाध्यक्ष रहे। जदयू प्रदेश राजनैतिक सलाहकार समिति के सदस्य भी हैं। तीन बार से लगातार जिला परिषद के सदस्य हैं।
'समता पार्टी के समय ही पार्टी से जुड़े व्यक्ति को...'
जदयू प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने समता पार्टी के समय से ही पार्टी से जुड़े व्यक्ति को प्राथमिकता दी है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि धरातल से जुड़े कार्यकर्ता का चयन स्वागतयोग्य है। हम के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि हम इस उम्मीदवारी का समर्थन करते हैं।
विधान परिषद उपचुनाव की अधिसूचना जारी, पहले दिन नहीं हुआ कोई नामांकन
बिहार विधान परिषद की रिक्त सीट पर उपचुनाव के लिए सोमवार को अधिसूचना जारी होने के साथ ही नामांकन की प्रक्रिया का रास्ता साफ हो गया। नामांकन के पहले दिन किसी भी प्रत्याशी द्वारा नामांकन नहीं किया गया। नामांकन करने वाले प्रत्याशी को नामांकन पत्र की खरीद करनी है। किसी भी प्रत्याशी के नामांकन में 10 विधायकों का प्रस्तावक होना और 10 विधायकों का समर्थक होना आवश्यक है।
- नामांकन की अंतिम तारीख 13 जनवरी है।
- नामांकन पत्रों की जांच 14 जनवरी और नाम वापसी की अंतिम तारीख 16 जनवरी निर्धारित है।
- आवश्यक होने पर 23 जनवरी को मतदान कराया जाएगा।
इधर, भारत निर्वाचन आयोग ने विधान परिषद की इस सीट पर चुनाव संपन्न कराने के लिए संयुक्त सचिव सह प्रभारी सचिव ख्याति सिंह को रिटर्निंग ऑफिसर और बिहार विधानसभा के निदेशक अमलेंद्र प्रसाद महतो को सहायक रिटर्निंग ऑफिसर बनाया है।
क्यों हो रहा उपचुनाव?
उल्लेखनीय है कि विधान परिषद की यह सीट राजद के सदस्य सुनिल कुमार सिंह की सदस्यता समाप्त होने के बाद रिक्त हुई है। सुनिल का कार्यकाल 28 जून 2026 तक था। विधान परिषद की आचार समिति ने सुनिल की सदस्यता 27 जुलाई, 2024 को समाप्त कर दी थी।
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