Bihar Politics: 70+65+60... JDU ने समझाया महागठबंधन का गणित, डिप्टी CM के दावेदार का भी नाम भी बताया
जदयू ने महागठबंधन को उलझन में बताया और एनडीए को विकास की राह पर अग्रसर बताया। जदयू प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस और राजद में नेतृत्व को लेकर खींचतान है जो महागठबंधन की सच्चाई उजागर करती है। जदयू प्रदेश अध्यक्ष ने कांग्रेस पर नैतिकता का त्याग करने का आरोप लगाया और प्रधानमंत्री की दिवंगत माताजी के खिलाफ एआई वीडियो को निंदनीय बताया।

राज्य ब्यूरो, पटना। जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने शुक्रवार को कहा कि महागठबंधन उलझन में है और एनडीए विकास की नई उड़ान में। विधानसभा चुनाव 2025 (Bihar Election 2025) की आहट के साथ ही महागठबंधन की पोल जनता के सामने खुल चुकी है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस और राजद के बीच नेतृत्व को लेकर जारी खींचतान ने यह साफ कर दिया है कि यह गठबंधन जनता को विकल्प देने नहीं, बल्कि अपने-अपने स्वार्थों की सिद्धि करने के लिए बना है।
राजीव रंजन ने कहा कि कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरू का यह कहना कि बिहार की जनता तय करेगी मुख्यमंत्री का चेहरा। यह महागठबंधन की दिशाहीनता और नेतृत्व संकट का खुला सबूत है।
बकौल राजीव रंजन, स्थिति यह है कि एक तरफ कांग्रेस 70 सीटों की मांग कर रही है, तो वाम दल 65-70 सीटों की। मुकेश सहनी 60 सीटें और उपमुख्यमंत्री पद चाहते हैं। ऐसे में जनता सवाल पूछ रही है कि जब अपने ही घर की बंटवारा राजनीति संभल नहीं रही, तो बिहार जैसे बड़े राज्य का विकास ये कैसे करेंगे?
उन्होंने आगे कहा, दूसरी तरफ एनडीए के पास मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जैसा अनुभवी, ईमानदार और सर्वमान्य नेतृत्व है, जिनके नेतृत्व में बिहार ने बीमारू राज्य से देश के ग्रोथ इंजन बनने तक की यात्रा तय की है। उन्होंने सत्ता में आने के बाद ‘न्याय के साथ विकास’ का जो संकल्प लिया था, उसे धरातल पर उतार कर दिखाया है।
कांग्रेस ने नैतिकता और मर्यादा का पूर्ण रूप से त्याग कर दिया है : उमेश
दूसरी ओर, जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने शुक्रवार को कहा कि कांग्रेस ने नैतिकता और मर्यादा का पूर्ण रूप से त्याग कर दिया है। कांग्रेस पार्टी द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दिवंगत माताजी को लेकर अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल से जारी किए गए एआई निर्मित वीडियो पूरी तरह से निंदनीय है।
जदयू प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिस माताजी का राजनीति से कभी कोई संबंध नहीं रहा, उन्हें बार-बार निशाना बनाकर विपक्ष ने राजनीतिक मर्यादा की पराकाष्ठा पार कर दी है। ऐसे कृत्य न केवल संवैधानिक और राजनीतिक मूल्यों के खिलाफ हैं, बल्कि लोकतांत्रिक मर्यादाओं का भी अपमान हैं।
उन्होंने कहा कि महागठबंधन और कांग्रेस की ओर से बार-बार प्रधानमंत्री की दिवंगत माताजी के प्रति अपमानजनक व्यवहार उनकी राजनीतिक बौखलाहट और आगामी विधानसभा चुनाव में संभावित हार की खिसियाहट को उजागर करता है।
यह भी पढ़ें- Bihar Election: अब चलेगा चुनाव आयोग का डंडा, 15 राजनीतिक पार्टियों पर संकट के बादल; देखिए पूरी लिस्ट
यह भी पढ़ें- Bihar: 'जब राहुल-तेजस्वी का इतने से मन नहीं भरा तो...', मोदी का जिक्र कर ये क्या बोल गए नित्यानंद राय
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।