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    हिजाब व‍िवाद: झारखंड से म‍िला तीन लाख का ऑफर; 32 हजार की नौकरी ज्‍वाइन करने नहीं पहुंची डॉ. नुसरत परवीन, क्‍या है कारण?

    By Vyas ChandraEdited By: Vyas Chandra
    Updated: Sat, 20 Dec 2025 03:35 PM (IST)

    झारखंड से तीन लाख का ऑफर मिलने के बाद, डॉ. नुसरत परवीन ने 32 हजार की नौकरी ज्वाइन नहीं की। हिजाब विवाद के कारण चर्चा में आईं नुसरत को नौकरी का प्रस्ता ...और पढ़ें

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    मह‍िला चिक‍ित्‍सक के बारे में जानकारी देते डॉ. राजीव।

    ड‍िजि‍टल डेस्‍क, पटना। नियुक्‍त‍ि पत्र वितरण कार्यक्रम में हुए ह‍िजाब प्रकरण के बाद आयुष चिक‍ित्‍सक डॉ. नुसरत परवीन के बारे में कहा जा रहा था कि वे 20 दिसंबर को पटना में अपनी ड्यूटी ज्‍वाइन करेंगी। 

    सबलपुर पीएचसी में उनकी ज्‍वाइनिंग की बात कही जा रही थी, लेकिन वे योगदान देने के लिए नहीं पहुंचीं और न ही किसी प्रकार की सूचना भेजवाई। 

    इस बीच सिविल सर्जन डॉ. अविनाश सिंह ने कहा है कि वे आएंगी तो उनकी ज्‍वाइनिंग कराई जाएगी। वैसे छह बजे तक ही ज्‍वाइनिंग का समय निर्धारित है। सबलपुर पीएचसी में उनके योगदान की चर्चा को लेकर सुबह से गहमागहमी थी। पीएचसी के डॉ. व‍िजय कुमार ने बताया क‍ि पांच-छह ने ज्‍वाइन क‍िया है, लेकिन नुसरत ने योगदान नहीं दिया है। 

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    हालांक‍ि लिस्‍ट में उनका नाम है। प्रक्रिया है कि पहले सिविल सर्जन कार्यालय में योगदान दिया जाता है, उसके बाद यहां ज्‍वाइनिंग कराई जाती है। लेकिन उनके बारे में कोई जानकारी नहीं है। 

    यह भी पढ़ें- हिजाब व‍िवाद: तीन लाख का ऑफर देकर घिरे झारखंड के स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री; JDU ने क्‍यों कहा आपको पद पर रहने का अधिकार नहीं?

    प्र‍िंसिपल और क्‍लासमेट ने क‍िया था दावा 

    राजकीय तिब्‍बी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. महफुजुर रहमाना और नुसरत की क्‍लासमेट ब‍िल्‍क‍िस परवीन ने एक दिन पहले दावा किया था कि नुसरत 20 दिसंबर को सदर पीएचसी में ज्‍वाइन करेंगी। 

    कहा जा रहा था क‍ि नुसरत परवीन नीतीश कुमार के हिजाब हटाने की घटना से आहत नहीं है। उनका कहना था कि मामले को बेवजह तूल दिया जा रहा है। 

    इधर झारखंड के स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री इरफान अंसारी ने एक्‍स पर पोस्‍ट कर नुसरत परवीन को झारखंड में नौकरी का ऑफर दिया था। उन्‍होंने मह‍िला चिक‍ित्‍सक को तीन लाख सैलरी और मनचाही पोस्‍ट‍िंग के साथ सुरक्षा की गारंटी दी थी। 

    अब देखना है कि मह‍िला च‍िक‍ित्‍सक नौकरी ज्‍वाइन करती हैं या फिर झारखंड का ऑफर। बहरहाल मह‍िला चिकि‍त्‍सक का मामला सियासत का विषय बन गया है। आए दिन विपक्षी नेता सीएम पर तंज कस रहे हैं। घटना को मह‍िला विरोधी बता रहे हैं। 

    इधर राज्‍यपाल आरिफ मोहम्‍मद खां ने शनिवार को मामले का पटाक्षेप करने का प्रयास किया। उन्‍होंने पिता-पुत्री का संदर्भ दिया।