Move to Jagran APP

इतिहास बन जाएगा पीएमसीएच का हथुआ वार्ड व राजेंद्र सर्जिकल ब्लॉक

पीएमसीएच स्थित हथुआ वार्ड और राजेन्द्र सर्जिकल ब्लॉक कुछ ही समय बाद इतिहास के पन्नों में सिमट कर रह जायेगा। वहां पर पुराने भवन को तोड़कर नये भवन बनाये जायेंगे।

By Ravi RanjanEdited By: Published: Tue, 07 Mar 2017 01:55 PM (IST)Updated: Tue, 07 Mar 2017 11:50 PM (IST)
इतिहास बन जाएगा पीएमसीएच का हथुआ वार्ड व राजेंद्र सर्जिकल ब्लॉक

पटना [नीरज कुमार] । पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल का हथुआ वार्ड और राजेन्द्र सर्जिकल ब्लॉक कुछ ही समय बाद इतिहास बन जायेगा। हथुआ वार्ड को तोड़कर वहां पर सात मंजिला भवन बनाने का प्रस्ताव है। वहीं राजेंद्र सर्जिकल ब्लॉक को तोड़कर पीएमसीएच का सबसे ऊंचा भवन बनाने का प्रस्ताव है। यह भवन दस मंजिला होगा। 

loksabha election banner

92वें साल पुराने पटना मेडिकल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल (पीएमसीएच) का निर्माण अब नए सिरे से किया जाएगा। अस्पताल के सभी पुराने भवनों को तोड़कर मल्टी स्टोरी बिल्डिंग बनाई जाएगी। नए भवन निर्माण पर स्वास्थ्य विभाग ने 250 करोड़ रुपये खर्च करने का प्रस्ताव तैयार किया है। अस्पताल के भवनों का निर्माण तीन चरणों में किया जाएगा। सभी भवनों का निर्माण बिहार स्वास्थ्य सेवा एवं आधारभूत संरचना निगम द्वारा किया जाएगा।

यह भी पढ़ें:  अच्छे-अच्छों के छक्के छुड़ा देती है ये लड़की, जानिए क्या है खासियत?

पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ. लखींद्र प्रसाद का कहना है कि अस्पताल के अधिकांश भवन पुराने पड़ चुके हैं और उनकी स्थित काफी जर्जर हैं। कई भवनों में दो से तीन जगहों पर दरारें आ चुकी हैं। उन्हें अब मरम्मत करना भी संभव नहीं है। ऐसे भवनों में मरीजों को रखना खतरे से खाली नहीं है। ऐसे भवनों को तोड़कर नए भवन बनाना ही समस्या का समाधान है।

यह भी पढ़ें: केले के रेशे से कपड़ा बनाने वाली बिहार की पहली महिला हैं पूजा, जानिए उपलब्धियां

राशि आवंटित होते ही शुरू होगा निर्माण
स्वास्थ्य विभाग ने उस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए पीएमसीएच को नए सिरे से निर्माण करने का निर्णय लिया है। इसके लिए प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है और पैसे का आवंटन बिहार स्वास्थ्य सेवा एवं आधारभूत संरचना निगम को करना है। पैसा का आवंटन होते ही भवन निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।

गंगा में समा गई चहारदीवारी
इस वर्ष बरसात के दिनों में पीएमसीएच के गंगा किनारे की चहारदीवारी नदी में समा गई। गंगा के किनारे बना बायो केमिस्ट्री के भवन को अभियंताओं ने खतरनाक घोषित कर दिया है। इसके अलावा प्राचार्य कार्यालय, हथुआ वार्ड, राजेंद्र सर्जिकल ब्लॉक एवं डॉक्टर्स क्वाटर तोड़े जाएंगे।

यह भी पढ़ें: बिहार की होली का ये है पाकिस्तान कनेक्शन, यहां से आ रहे बादाम व किशमिश

पहले टूटेंगे डॉक्टरों के आवास
प्रथम चरण में पीएमसीएच में प्रवेश द्वारा के पास के सभी डॉक्टर्स क्वाटर्स तोड़े जाएंगे। यहां पर आठ मंजिला भवन बनाया जाएगा। दूसरे चरण में महिला एवं प्रसूति विभाग, प्राचार्य कार्यालय, अधीक्षक कार्यालय एवं हथुआ वार्ड को तोड़ा जाएगा। वहां पर सात मंजिला भवन बनाने का प्रस्ताव है। तीसरे चरण में राजेंद्र सर्जिकल ब्लॉक एवं कॉटेज तोड़ जाएंगे। यहां पर पीएमसीएच का सबसे ऊंचा भवन बनाने का प्रस्ताव है। यह भवन दस मंजिला होगा।

यह भी पढ़ें:  सरकारी डॉक्टर ने नीलगाय को बना दिया 'हिरण' 8 साल से है कैद

सुपर स्पेशियलिटी भवन बनाने का काम जल्द
पीएमसीएच में सुपर स्पेशियलिटी भवन बनाने का काम जल्द ही शुरू हो जाएगा। इसके लिए प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेज दिया गया है। केंद्र सरकार की ओर से पीएमसीएच में सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल बनाने के लिए 180 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं। 100 करोड़ रुपए से सुपर स्पेशियलिटी के लिए भवन निर्माण पर खर्च किया जाएगा। यह भवन दस मंजिला होगा। यहां पर 80 करोड़ रुपए के उपकरण लगाए जाएंगे। पीएमसीएच में आइजीआइसी के पीछे वाले क्वाटर्स तोड़कर सुपर स्पेशियलिटी भवन का निर्माण किया जाएगा। पीएमसीएच के 15 विभागों में सुपर स्पेशियलिटी की सुविधा मरीजों को मुहैया कराई जाएगी। अगले वर्ष से पीएमसीएच में सुपर स्पेशियलिटी की सुविधा मरीजों को मिलने लगेगी।

यह भी पढ़ें: BSSC SCAM : अब परमेश्वर को रिमांड पर लेगी SIT, पूछताछ से खुलेंगे कई राज


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.