Bihar News: बाढ़ का खतरा! पटना के सभी घाटों में लगातार बढ़ रहा जलस्तर, प्रशासन ने कसी कमर
प्रदेश और पड़ोसी राज्यों में भारी वर्षा के कारण गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर चला गया है जिससे पटना के घाटों पर जलस्तर में वृद्धि हुई है। बक्सर मनेर और अन्य क्षेत्रों में गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। प्रशासन ने बाढ़ और जलजमाव से निपटने के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए हैं।

जागरण संवाददाता, पटना। प्रदेश व पड़ोसी राज्यों में झमाझम वर्षा से लगातार दूसरे दिन गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है और उसमें निरंतर वृद्धि जारी है। प्रयागराज से मुंगेर तक गंगा का जलस्तर 24 घंटे में 50 से 80 सेंटीमीटर तक बढ़ चुका है।
लगातार जलस्तर बढ़ने से बख्तियारपुर, मनेर, मोकामा आदि प्रखंडों में पानी खेतों व आबादी तक पहुंच गया है। बक्सर में गंगा खतरे के निशान 60.32 मीटर से 39 सेंटीमीटर , मनेर में 58 सेंटीमीटर, दानापुर में 22 सेंटीमीटर, दीघा घाट में 24 सेंटीमीटर, गांधी घाट में 80 सेंटीमीटर तो हाथीदह में 63 सेंटीमीटर ऊपर बह रहा है।
गंगा के जलस्तर में निरंतर वृद्धि जारी है। इसी प्रकार सोन नदी कोईलवर में खतरे के निशान से 18 सेंटीमीटर ऊपर तो पुनपुन नदी श्रीपालपुर में खतरे के निशान से एक सेंटीमीटर नीचे बह रही है। पटना के घाटों में 12 घंटे में 4 सेंटीमीटर तक जलस्तर बढ़ा है।
डीएम ने बाढ़ व जलजमाव से निपटने के लिए नदियों के जलस्तर में वृद्धि व वर्षापात पर लगातार नजर रखने के निर्देश दिए हैं। जिला प्रशासन, नगर निगम, बुडको, पेसू, मेट्रो, पुल निर्माण निगम, पथ निर्माण, जल संसाधन समेत अन्य विभागों व एजेंसियों के अधिकारियों को आपस में समन्वय स्थापित कर स्थिति के अनुसार त्वरित कार्रवाई करने को कहा गया है।
बाढ़ में आमजन को त्वरित मदद के लिए जिला आपातकालीन संचालन केंद्र 0612-2210118, जिला नियंत्रण कक्ष 0612-2219810 व 2219234 या डायल 112 पर सूचना देने को कहा गया है। शहर में जलजमाव की शिकायत के लिए पटना नगर निगम का टाल फ्री नंबर 155304 पर संपर्क करने को कहा गया है।
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