नौकरी करनी है, तो शपथ पत्र में बताना होगा- पाकिस्तान में रहे हैं या नहीं?
विभिन्न पॉलिटेक्निक और अभियंत्रण महाविद्यालयों में औपबंधिक रूप से नियुक्त होने वाले व्याख्याताओं को शपथ पत्र में यह बताना होगा कि वे कभी पाकिस्तान में रहे हैं या नहीं।
पटना [राज्य ब्यूरो]। राज्य के पॉलीटेक्निक और अभियंत्रण संस्थानों में नियुक्त किए जाने वाले व्याख्याताओं को नौकरी प्राप्त होने के साथ ही एक शपथ पत्र सरकार को देना होगा। इसमें दूसरी तमाम सूचनाओं के साथ ही उन्हें यह जानकारी भी देनी होगी कि 21 वर्ष की आयु पूरी करने के बाद वे कभी पाकिस्तान या बांग्लादेश में तो नहीं रहे। यदि किसी अभ्यर्थी ने पाकिस्तान या बांग्लादेश में साल भर का प्रवास किया है, तो उसे वहां का पूरा विवरण भी देना होगा।
विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग में इन दिनों बिहार लोक सेवा आयोग की अनुशंसा के बाद राजकीय पॉलीटेक्निक, राजकीय महिला पॉलीटेक्निक सहित विभिन्न अभियंत्रण संस्थानों में व्याख्याता के पदों पर औपबंधिक नियुक्त चल रही है।
जारी नियुक्ति प्रक्रिया के बीच विभाग ने अपनी वेबसाइट पर एक फॉरमेट जारी करते हुए अभ्यर्थियों से एक शपथ पत्र की मांग की है। शपथ पत्र में शैक्षणिक, स्थायी निवास जैसी जानकारियों के साथ ही यह जानकारी भी मांगी गई है कि 21 वर्ष की आयु पूरी होने के बाद अभ्यर्थी ने पाकिस्तान या अन्य किसी देश में एक वर्ष से अधिक का समय तो नहीं बिताया है। यदि बिताया है तो संबंधित देश में अपने निवास का पूरा विवरण भी दें।
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शपथ पत्र फॉरमेट के प्रारंभ में ही स्पष्ट किया गया है कि यदि सरकार से कोई जानकारी छिपाई गई और बाद में संज्ञान में जानकारी आती हैं तो संबंधित व्यक्ति को कार्य मुक्त कर दिया जाएगा। मसले पर विज्ञान एवं प्रावैधिकी के निदेशक अतुल प्रसाद ने बताया कि पूर्व के फॉरमेट में कुछ परिवर्तन किए गए हैं। परन्तु उन्होंने पाकिस्तान या अन्य देश से जुड़ी जानकारी पर अनभिज्ञता जताई।
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