दूध पाउडर और आरारोट से बनाते थे दही, बीटाडीन टेस्ट में काली पड़ गई पनीर; बिहार में 'सफेद जहर' का काला कारोबार
पटना जंक्शन के पास दूध मंडी में खाद्य संरक्षा विभाग ने छापेमारी कर 500 किलोग्राम घटिया पनीर जब्त किया और 100 लीटर से अधिक अमानक दूध नष्ट किया। बीटाडीन ...और पढ़ें
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पुलिस ने 500 किलो घटिया पनीर की जब्त। (जागरण)
जागरण संवाददाता, पटना। जंक्शन के पास स्थित दूध मंडी पर सोमवार को एक बार फिर खाद्य संरक्षा विभाग ने औचक छापेमारी की।
इस दौरान बीटाडीन से प्राथमिक जांच में संदिग्ध मिले करीब 500 किलोग्राम घटिया पनीर को जब्त किया गया है। वहीं, सौ लीटर से अधिक दूध अमानक दूध को नष्ट कराया गया है। 50 लीटर के दो दूध से भरे ड्रम गिरने से चारों ओर सफेदी फैल गई और कार्रवाई देखने के लिए लोगों की भीड़ जमा हो गई।
इस क्रम में कुछ लोग कार्रवाई का विरोध करने लगे। मामला गरमाने के बाद खाद्य संरक्षा पदाधिकारी अजय कुमार ने डायल 112 पर फोन कर पुलिस को बुलाया। इसके बाद पुलिस की देखरेख में कार्रवाई पूरी हुई। कोतवाली थाने में सरकारी कार्य में बाधा डालने के आरोप में छह लोगों के खिलाफ प्राथमिकी भी कराई गई है।
छापेमारी होते ही भाग निकले अधिसंख्य कारोबारी
खाद्य संरक्षा विभाग की टीम दोपहर बाद जब दूध मंडी पहुंची तो अधिसंख्य दुकानदार छापेमारी शुरू होते ही अपना घटिया पनीर, मावा आदि छिपाकर वहां से भाग निकले।
जांच के क्रम में अधिकारी ने पाया कि पनीर में दूध की गंध व सामान्य स्वाद नहीं था। इसके बाद बीटाडीन से की गई प्राथमिक जांच में भी पनीर काला हो गया है।
इसके बाद ढूंढ-ढूंढ कर करीब 500 किलोग्राम पनीर जब्त किया गया। किसी ने भी इस पनीर पर अपनी दावेदारी नहीं की। वहीं, भीड़ के साथ कुछ लोगों ने खाद्य संरक्षा विभाग की कार्रवाई का विरोध करना शुरू कर दिया। गरमागरमी बढ़ने व स्थिति बिगड़ते देख कोतवाली थाना को सूचना दी।
इसके बाद डायल 112 की दो गाड़ियां पहुंचीं। इस बीच पूरी मंडी में अफरातफरी का माहौल रहा। अधिकारियों ने मंडी स्थित दो लाइसेंसी दुकानों से भी सभी उत्पादों का नमूना लिया और जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा। वहां ज्ञान डेयरी के उत्पाद बेचे जा रहे थे।
खाद्य संरक्षा पदाधिकारी अजय कुमार ने बताया कि कार्रवाई का विरोध करने वाले छह लोगों के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालने की प्राथमिकी कोतवाली में कराई गई है।
क्रीम निकले दूध में आरारोट-दूध पाउडर मिला जमाते थे दही
दूध मंडी में सिर्फ पनीर व मावा में ही नहीं, दही बनाने में भी खेल हो रहा था। मौके पर खाद्य संरक्षा पदाधिकारी ने पाया कि क्रीम निकालने के बाद नीले ड्रमों में दूध रखा गया था। उसमें आरारोट व मधुसूदन ब्रांड का घटिया दूध पाउडर मिलाकर उसे गाढ़ा किया जा रहा था। लोगों ने बताया कि इससे गाढ़ा दही बनाकर होटल-रेस्त्रां आदि को बेचा जाता था।
नववर्ष जश्न के पूर्व पनीर की जांच तेज
खाद्य संरक्षा पदाधिकारी अजय कुमार गत कई दिनों से नववर्ष जश्न को देखते हुए होटल-रेस्टोरेंट आदि में पनीर की जांच कर रहे हैं। इस क्रम में अधिसंख्य जगह घटिया पनीर मिल रही है। इसके तार कहीं न कहीं से आकर पटना जंक्शन स्थित दूध मंडी से जुड़ रहे थे।
वहां 150 से 200 रुपये प्रति किलोग्राम की दर पर पनीर बेचा जाता है जबकि अच्छी दुकानों में इसकी कीमत 400 से 450 रुपये प्रति किलो है। गुलजारबाग, अगमकुआं, दिनकर गोलंबर और कंकड़बाग सब्जी मंडी से दूसरे जिलों तक जो सस्ता पनीर बिकता है, उसकी आपूर्ति यहीं से की जाती है।
नववर्ष जश्न के करीब आने पर अचानक दूध मंडी पर कार्रवाई की गई ताकि हर जगह इसकी आपूर्ति सीमित की जा सके।

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