धनिया पत्ता: इम्युनिटी बढ़ाने और दर्द से राहत दिलाने का अचूक उपाय, इस तरह करें सेवन
धनिया पत्ता एक प्राकृतिक औषधि है जो इम्युनिटी बढ़ाने में मदद करता है। यह वायरल संक्रमण, सर्दी-खांसी और जोड़ों के दर्द से राहत दिलाने में सहायक है। धनि ...और पढ़ें

धनिया पत्ता: इम्युनिटी बढ़ाने और दर्द से राहत दिलाने का अचूक उपाय
जागरण संवाददाता, पटना। आयुर्वेद में हर पौधे, हर पत्ते को औषधि माना जाता है। तुलसी, सहजन, पुदीना, नीम, प्याज, लहसुन, अजवायन जिसे अब आरगैनो कहते हैं, पपीता से लेकर दाल-सब्जी से चटनी तक का स्वाद बढ़ाने वाले हरा धनिया पत्ता तक सब बेहतर स्वास्थ्य के लिए जरूरी हैं।
यूं तो आजकल सात के 12 माह धनिया पत्ते का इस्तेमाल होता है, लेकिन अपने मौसम यानी ठंड में इसके औषधीय गुणों का लाभ मिलता है।
सर्दी-खांसी, वायरल बुखार, हृदयाघात, बीपी, मधुमेह, थायराइड, जोड़ों में दर्द, पाचन, यूरिन संबंधी समस्याओं से बचाने या इन्हें नियंत्रित करने में धनिया पत्ता बहुत कारगर है। ये बातें राज्य आयुष समिति के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी वैद्य धनंजय शर्मा ने कहीं।
सोडियम को निकाल उच्च रक्तचाप करता कम:
डॉ. धनंजय शर्मा के अनुसार धनियां की पत्तियां डायूरेटिक की तरह काम करती है। ये शरीर से अधिक मात्रा में जमा सोडियम को यूरिन के साथ बाहर कर उच्च रक्तचाप को कम करता है। इससे हृदयाघात व ब्रेन स्ट्रोक की आशंका कम होती है। इसकी तासीर ठंडी होती है जो कि दिल के लिए फायदेमंद होता है।
धनिया पत्ते या उसके बीजों को उबालकर पीने से बुरा यानी एलडीएल कोलेस्ट्राल कम होता है। इससे हृदय रोगों की आशंका कम होती है। धनिया पत्तों को खाने का एक ही नियम है कि इसे भोजन पकाने के बाद ऊपर से डाला जाए। धनिया पत्ती शरीर के उन एंजाइम को सक्रिय करती हैं जो रक्त शर्करा को सही तरीके से संचालित करते हैं। इससे खून में शुगर की मात्रा नियंत्रित करती हैं। इसमें प्रचुर मात्रा में विटामिन सी होता है जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत कर आयरन के अवशोषण में मदद करता है।
घाव भरने, त्वचा को स्वस्थ रखने में भी यह सहायक है। धनिया पत्ते के एंटीआक्सीडेंट शरीर की सूजन कम करते हैं। यह सूजन या इंफ्लेमेशन कैंसर से लेकर हृदय रोग तक के कारण हो सकता है।
पेट की चर्बी कम करने समेत तमाम फायदे:
- ठंड में ज्यादा तला-भुना खाने से गैस, एसिडिटी, कब्ज व दस्त जैसे रोगों से बचाव में सहायक।
- किसी भी रूप में सेवन करें यूरिन संबंधी समस्या दूर करता है और गठिया मरीजों को राहत देता है।
- यदि चक्कर की शिकायत हाे तो आंवले के साथ इसका प्रयोग करने पर आराम होता है।
- इसके एंटी ओबेसिटी गुण वजन खास कर पेट की चर्बी को तेजी से कम करने में सहायक होते हैं।
- धनिया के डंठल का सूप पीने से ठंड के दुष्प्रभाव से बचाव, मुंह के छाले-बदबू दूर होने के साथ अपच नहीं होता।
इन तरीकों से सेवन पर मिलता पूरा फायदा:
- दाल-सब्जी पकने के बाद ऊपर से बारीक कटे धनिया पत्ते डाल कर ढक दें व मिलाकर परोसें।
- अदरक, लहसुन, हरी मिर्च व टमाटर या आंवला के साथ चटनी बनाकर खाएं।
- बारीक कटे पत्ते या हल्का पीस कर दही के साथ रायता बना सरसों के तेल में जीरे-हींग की छौंक लगाकर खाएं।
- धनिया पत्तों को पीसकर गुनगुने पानी में मिलाकर चाय की तरह पीने से किडनी स्टोन व पीरियड्स का दर्द कम होता है।
- इमली, लहसुन, हरी मिर्च व नमक के साथ प्रचुर मात्रा में बारीक कटे धनिया पत्ते मिला चटनी बनाकर खा सकते हैं।
- देशी घी, प्याज, लहसुन, हरी मिर्च का तड़का दे मटर,टमाटर,धनिया, नींबू का रस, हल्दी पाउडर व नमक डालकर उबले चावल फ्राई कर खाएं।
- गेहूं, बेसन, सत्तू व बारीक कटे धनिया पत्ते व नमक को गूंथ कर पराठे बनाकर खा सकते हैं।

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