डेंगू के प्रकोप को लेकर बिहार में अलर्ट, अस्पतालों में मरीजों के लिए बेड रिजर्व करने के आदेश
बिहार में डेंगू के मामले फिर से बढ़ने लगे हैं खासकर पटना में। स्वास्थ्य विभाग ने इसे गंभीरता से लेते हुए राज्यव्यापी अभियान चलाने का फैसला किया है। लोगों को जागरूक करने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं जैसे कि जलजमाव वाले क्षेत्रों में कीटनाशक का छिड़काव और अस्पतालों में बेड आरक्षित करना।

राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार में एक फिर डेंगू के केस सामने आने लगे हैं। पटना समेत अन्य दूसरे शहरों में प्रतिदिन डेंगू के नए मरीज मिल रहे हैं। जिसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है।
विभाग ने डेंगू से लडऩे के लिए राज्यव्यापी अभियान की योजना बनाई है। जिलों के सिविल सर्जनों के साथ मेडिकल अफसरों को निर्देश भेजे गए हैं कि डेंगू से बचाव एवं रोकथाम के संबंध में आम जनता को इंटरनेट मीडिया, समाचार पत्र, पैम्पलेट और पोस्टर बैनर के साथ जागरूक करें।
जलजमाव वाले क्षेत्रों में एंटीलार्वा छिड़काव होगा
डेंगू के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने जिलों के सिविल सर्जनों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने क्षेत्र में लोगों को डेंगू से होने वाले नुकसान से अवगत कराएं।
डेंगू की रोकथाम कैसे हो सकती है इसकी जानकारी दें। जिन जिलों में जलजमाव की समस्या है वहां एंटीलार्वा रसायन का छिड़काव कराने के साथ फागिंग कराने की हिदायत भी दी गई है। जिलों को विभाग की ओर से फागिंग मशीनें और मैलाथियान की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है।
अस्पतालों में मरीजों के लिए बेड रिजर्व करने के आदेश
अस्पतालों को डेंगू मरीजों के लिए बेड रिजर्व रखने के निर्देश भी जारी किए गए हैं। आदेश के अनुसार मेडिकल कालेज अस्पताल में 30 बेड, सदर अस्पताल, अनुमंडल अस्पताल में पांच-पांच बेड और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में दो-दो बेड रिजर्व करने को कहा गया है।
साथ ही सभी चिकित्सा संस्थानों में प्लेट्लेट्स की उपलब्धता रखने और आवश्यकता पडऩे पर रक्तदान शिविर आयोजित करने को भी कहा गया है।
जिलों को भेजी जाएंगी डेंगू जांच के लिए जरूरी किट
इसके अलावा डेंगू की जांच के लिए सभी स्वास्थ्य संस्थानों में पर्याप्त मात्रा में जांच किट भी भेजे जा रहे हैं। जिलों को निर्देश है कि वे नगर विकास विभाग से भी डेंगू की रोकथाम में मदद ले सकते हैं।
स्वास्थ्य विभाग के रोग नियंत्रण के निदेशक को निर्देश दिए गए हैं कि वे डेंगू से होने वाली मौत की सही जानकारी प्राप्त करने के लिए डेंंगू डेथ आडिट कमेटी का गठन भी शीघ्र कर लें।
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