बिहार में दैनिक जागरण के एक और पत्रकार पर बाइक सवार बदमाशों ने चलाई गोली, CCTV में कैद हुई वारदात
बिहार के लखीसराय के हलसी प्रखंड में एक पत्रकार पर बदमाशों ने जानलेवा हमला करने की वारदात से इलाके में सनसनी फैल गई। गुरुवार सुबह बाइक सवार बदमाशों ने इसे वारदात को अंजाम दिया। पूरी घटना पास में लगे एक सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। बता दें कि बीते माह अररिया में बदमाशों ने गोली मारकर दैनिक जागरण के पत्रकार विमल कुमार यादव की हत्या कर दी थी।
Bihar Crime News : जागरण संवाददाता, लखीसराय/पटना। बिहार (Bihar News) में बीते कुछ दिनों पत्रकारों पर हमले की एक और वारदात सामने आई है। इस बार भी दैनिक जागरण (Dainik Jagran) के पत्रकार को निशाना बनाया गया है।
बता दें कि बीते माह ही अररिया में दैनिक जागरण के पत्रकार विमल कुमार यादव (Vimal Kumar Yadav) की को भी अपरोधियों ने गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया था। विमल अपने भाई की हत्या के मामले में मुख्य गवाह थे।
पत्रकार पर गोली चलने से इलाके में सनसनी
वहीं, गुरुवार सुबह लखीसराय के हलसी प्रखंड में एक पत्रकार पर बदमाशों ने जानलेवा हमले की घटना से इलाके में सनसनी फैल गई।
यहां भी दैनिक जागरण के संवाद सूत्र अवधकिशोर पर बाइक पर सवार होकर आए तीन बदमाशों ने गोली चला दी। हालांकि, गोली चलने के दौरान अवधकिशोर बाल-बाल बच गए।
(पत्रकार अवधकिशोर एसपी पंकज कुमार (बाएं) को घटना की जानकारी देते हुए)
हलसी प्रखंड मुख्यालय जा रहे थे अवधकिशोर
अवधकिशोर ने बताया कि वो बाइक से अपने गांव धीरा से हलसी प्रखंड मुख्यालय आ रहे थे। इस बीच हलसी-सिकंदरा रोड पर पहुंचते ही बदमाशों ने सामने से फायरिंग कर दी।
फायरिंग के दौरान वह झुक गए, जिससे गोली बगल से निकल गई। अवधकिशोर के अनुसार, 5 जुलाई 2014 को अवध किशोर के पिता कामेश्वर यादव की बदमाशों ने हत्या कर दी थी। वो गांव के मुखिया थे।
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पिता की हत्या के मामले में गवाह
इस हत्या के मामले में मुख्य अपराधी रंजीत विश्वकर को कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। वह एक माह पूर्व ही अपील बेल पर जेल से बाहर निकला है। पिता के हत्या मामले में अवध गवाह हैं।
घटना की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल शुरू कर दिया। मौके पर लगे सीसीटीवी फुटेज से अपराधियों की तस्वीर सामने आई है, जिसके आधार पर पुलिस उनके तलाश में जुटी हुई है। घटना की जानकारी पर एएसपी रौशन कुमार भी मामले जांच के लिए हलसी थाना पहुंचे हैं।
रंजीत यादव पर हमले की आशंका
अवध किशोर को आशंका है कि रंजीत यादव ने ही उन्हें मारने के लिए बदमाशों को भेजा। हालांकि वह बाइक सवार तीनों अपराधियों को पहचान नहीं पाए। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
( पत्रकार विमल यादव, फाइल फोटो)
बता दें कि इससे पूर्व अररिया में 18 अगस्त को दैनिक जागरण के पत्रकार विमल यादव की हत्या कर दी गई थी। विमल अपने भाई शशिभूषण उर्फ गब्बू की हत्या के इकलौते गवाह थे। शशिभूषण की 2019 में हत्या की गई थी। अभियुक्त भाई के हत्यारे के खिलाफ विमल पर गवाही नहीं देने का दबाव बना रहे थे।
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