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भागा-भागा फिर रहा बिहार का यह 'माल्‍या', गिरफ्तारी पर रोक से कोर्ट का इंकार

दुष्‍कर्म तथा सेक्‍स रैकेट संचालन के आरोपों से घिरे निखिल प्रियदर्शी व ब्रजेश पांडेय के लिए यह बुरी खबर है। कोर्ट ने उनकी गिरफ्तारी पर रोक से इंकार किया है।

By Amit AlokEdited By: Published: Mon, 27 Feb 2017 06:09 PM (IST)Updated: Tue, 28 Feb 2017 11:23 PM (IST)
भागा-भागा फिर रहा बिहार का यह 'माल्‍या', गिरफ्तारी पर रोक से कोर्ट का इंकार
भागा-भागा फिर रहा बिहार का यह 'माल्‍या', गिरफ्तारी पर रोक से कोर्ट का इंकार

पटना [जेएनएन]। पटना के चर्चित सेक्‍स स्‍कैंडल के मुख्‍य आरोपी ऑटो कारोबारी निखिल प्रियदर्शी तथा इस मामले में सह आरोपी बनाए गए बिहार कांग्रेस के पूर्व उपाध्‍यक्ष ब्रजेश पांडेय की गिरफ्तारी पर रोक से कोर्ट ने इंकार कर दिया है। उनकी अग्रिम जमानत याचिका पर अब 2 और 3 मार्च को सुनवायी होगी।

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विदित हो कि दोनों पर बिहार के एक पूर्व मंत्री की बेटी ने दुष्‍कर्म और सेक्स रैकेट संचालन का आरोप लगाया है। इस मामले की जांच व आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एसआइटी का गठन किया गया है। कांड के मुख्‍य आरोपी निखिल प्रियदर्शी को उसकी लैविश लाइफ स्‍टाइल को लेकर 'बिहार का माल्‍या' भी कहा जाता है। 

शादी का झांसा देकर रेप किया
पीड़ित लड़की के साथ एक रिटायर्ड आइएएस के अय्याश बेटे व ऑटोमोबाइल कारोबारी निखिल प्रियदर्शी ने शादी का झांसा देकर यौन संबंध बनाए, फिर शौन शोषण करने लगा। आगे दुष्कर्म व सामूहिक दुष्कर्म का लंबा सिलसिला चला, जिसमें निखिल के साथ आरोप के घेरे में तत्कालीन कांग्रेस उपाध्यक्ष ब्रजेश पांडेय भी आया। पीड़िता ने आरोप लगाया कि उसे पेय पदार्थ में नशीली दवा मिलाकर अभियुक्तों ने रेप किया।

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ऐसे लगाया ब्रजेश की संलिप्तता का आरोप
घटना के संबंध में 22 दिसंबर 2016 को दर्ज एफआइआर में लड़की ने निखिल प्रियदर्शी सहित कुल चार लोगों को नामजद किया। उसने तत्कालीन कांग्रेस उपाध्य़क्ष ब्रजेश पांडेय की संलिप्तता के आरोप बाद में लगाए।
पुलिस और मीडिया के सामने पीड़ित लड़की ने यह भी खुलासा किया कि ब्रजेश पाण्डेय और निखिल प्रियदर्शी बिहार में एक हाई प्रोफाइल सेक्स रैकेट चलाते थे, जिसमें बॉलीवुड, टॉलीवुड और भोजपुरी फिल्मों में काम करने वाली कई खूबसूरत लड़कियां भी शामिल हैं। इसके बाद पुलिस ने ब्रजेश को भी अप्राथमिकी आरोपी बनाया।
एडीजी बोले, निखिल प्रथमदृष्टया दोषी
एफआइआर दर्ज होने के बाद पुलिस महकमे में हलचल मच गई। मामले की जांच के लिए एसआइटी का गठन किया गया। एडीजी (मुख्यालय) सुनील कुमार ने पत्रकारों को बताया कि पहली नजर में इस कांड में निखिल प्रियदर्शी की संलिप्तता के आरोप सही प्रतीत हो रहे हैं। एसएसपी मनु महाराज के अनुसार पुलिस निखिल प्रियदर्शी को गिरफ्तार करने के लिए लगातार छापेमारी कर रही है।
एडीजी बोले, ब्रजेश पर जांच के बाद होगी कार्रवाई
एडीजी (मुख्यािलय) सुनील कुमार ने बताया कि ब्रजेश पाडेय के मामले में पुलिस साक्ष्य आधारित कार्रवाई करेगी। इस बीच ब्रजेश पर पार्टी ने कार्रवाई कर दी है। उसे पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा देना पड़ा है। ब्रजेश इस बीच भूमिगत हो गया है। वह अग्रिम जमानत लेने की कोशिश में है।
पीड़िता बोली, न्याय नहीं मिला तो कर लेगी सुसाइड
इस बीच पीड़िता ने पुलिस पर आरोपियों को बचाने की कोशिश का आरोप लगाया है। उसने धमकी दी है कि अगर इंसाफ नहीं मिला तो वह सुसाइड कर लेगी। दूसरी ओर आरोपी पक्ष ने उसपर पैसे के लिए ब्लैकमेल करने के आरोप लगाए हैं।

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