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    बिहार पहुंचा कोरोना वायरस, पटना में एक साथ मिले 2 संक्रमित; सर्दी-खांसी होने पर कराई थी जांच

    Updated: Mon, 26 May 2025 04:26 PM (IST)

    कोरोना को लेकर राज्य सरकार भी अपनी तैयारी में जुट गई है। इस बीच पटना में दो संक्रमित मिले हैं। राजधानी में करीब 14 महीने बाद कोरोना का मामला सामने आया है। सोमवार को स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने सभी वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की।

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    पटना में कोरोना के मामले मिले हैं। सांकेतिक तस्वीर।

    राज्य ब्यूरो, पटना। देश के कई राज्यों के बाद कोरोना की चेन बिहार पहुंच गई है। पटना में करीब 14 महीने बाद एक साथ दो संक्रमित मिले हैं। सर्दी-खांसी और सांस लेने की समस्या के बाद दोनों की कोरोना जांच कराई गई थी। दोनों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। 

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    कोरोना से घबराने की जरूरत नहीं 

    इधर, कोरोना को लेकर राज्य सरकार भी अपनी तैयारी में जुट गई है। सोमवार को स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने सभी वरिष्ठ अधिकारियों सिविल सर्जन और मेडिकल अफसर के साथ काव आईडी से निपटने के लिए तैयारी का जायजा लिया और आवश्यक निर्देश भी दिए। उन्होंने लोगों से अपील की की कोरोना से घबराने की जरूरत नहीं लोग सावधानी रखें और किसी भी हालत में पैनिक होने से बचें। 

    कोविड-19 संक्रमण की वर्तमान स्थिति देखी

    सोमवार को हुई बैठक में जिलों के सिविल सर्जन और मेडिकल अफसर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बैठक में शामिल हुए। बैठक में कोविड-19 संक्रमण की वर्तमान स्थिति, स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता, जांच एवं उपचार की व्यवस्था, तथा दवाओं एवं ऑक्सीजन सहित आवश्यक संसाधनों की आपूर्ति की समीक्षा की गई।

    नए वेरिएंट से घबराएं नहीं

    अपर मुख्य सचिव ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि कोरोना के नए वेरिएंट से घबराएं नहीं, बल्कि सतर्क और जागरूक रहें। इंसाकोग (आइएनएसएसीओजी) के अनुसार भारत में कोविड-19 के दो नए सब-वैरिएंट - एनबी.18.1 और एलएफ .7 की पहचान की गई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इन दोनों को मात्र निगरानी में रखे गए वैरिएंट की श्रेणी में रखा है।

    संदिग्ध मामलों की पहचान करें

    उन्होंने बैठक के दौरान सभी सिविल सर्जनों एवं मेडिकल कॉलेजों के अधीक्षकों को संदिग्ध मामलों की पहचान, सक्रिय निगरानी और समय पर जांच सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। सभी जिले किसी भी संभावित परिस्थिति के लिए तैयार रहें।

    आवश्यक उपकरणों की आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही

    स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी जिलों को पर्याप्त मात्रा में जांच किट, मास्क, दवाएं, ऑक्सीजन और आवश्यक उपकरणों की आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। अपर मुख्य सचिव ने स्वास्थ्य सेवाओं में पारदर्शिता, प्रभावी समन्वय एवं जवाबदेही को सुनिश्चित करने पर विशेष बल दिया। साथ ही जन जागरुकता बढ़ाने और नियमित निगरानी की प्रक्रिया को मजबूत करने के भी निर्देश दिए गए। बैठक में श्री मनोज कुमार सिंह, सचिव, स्वास्थ्य विभाग, धर्मेंद्र कुमार, प्रबंध निदेशक, बीएमएसआईसीएल, डॉ. अनुपमा सिंह, संयुक्त सचिव, स्वास्थ्य विभाग के साथ स्वास्थ्य विभाग के अन्य पदाधिकारी मौजूद रहें।

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