बिहार में निर्माण श्रमिक से योजना का लाभ दिलाने के नाम पर आनलाइन ठगी, शिकायत दर्ज
श्रम संसाधन विभाग ने एक निर्माण श्रमिक से वस्त्र सहायता योजना के नाम पर हुई ऑनलाइन ठगी की शिकायत साइबर थाने में दर्ज कराई है। रोहतास के शैलेश कुमार से अज्ञात व्यक्ति ने फीस के नाम पर ठगी की। मंत्री संतोष कुमार सिंह के निर्देश पर कार्रवाई हुई और सचिव दीपक आनंद ने दोषियों पर कार्रवाई की बात कही।

राज्य ब्यूरो, पटना। श्रम संसाधन विभाग के तहत पंजीकृत एक निर्माण श्रमिक से वस्त्र सहायता योजना का लाभ दिलाने के नाम पर आनलाइन ठगी किए जाने का मामला सामने आया है। इस संबंध में विभाग की ओर से पटना के साइबर थाना में शिकायत दर्ज करायी गई है। यह मामला रोहतास जिले के चेनारी प्रखंड के ग्राम बरताली कला निवासी कामेश्वर सिंह के पुत्र शैलेश कुमार से जुड़ा है।
इस मामले में श्रम संसाधन मंत्री संतोष कुमार सिंह के निर्देश पर त्वरित कार्रवाई करते हुए विभागीय अधिकारियों ने पीडि़त श्रमिक शैलेश कुमार से संपर्क कर पूरे मामले की जानकारी ली है। वहीं विभाग के सचिव दीपक आनन्द ने कहा है कि इस मामले में जो लोग भी दोषी होंगे उन दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।
विभाग के अनुसार किसी अज्ञात व्यक्ति ने शैलेश कुमार को फोन कर यह कहते हुए ठगी की कि उन्हें श्रम संसाधन विभाग की वस्त्र सहायता योजना के तहत राशि दिलायी जाएगी, लेकिन इसके लिए एक हजार रुपये की फीस देनी होगी। इसके बाद उस व्यक्ति ने श्रमिक के वाट्सअप नंबर पर एक बैंक खाते का क्यूआर कोड भेजकर भुगतान करने को कहा।
श्रमिक ने विश्वास में आकर 500 रुपये ट्रांसफर कर दिया, लेकिन बाद में जब उन्हें ठगी का एहसास हुआ तो उन्होंने तुरंत मंत्री संतोष कुमार सिंह को इसकी सूचना दी और ठगों के खिलाफ कार्रवाई की गुहार लगाई। उल्लेखनीय है कि बिहार भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड द्वारा हाल ही में लगभग 16 लाख निबंधित निर्माण श्रमिकों को पांच हजार रुपये की राशि डीबीटी के माध्यम से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा प्रदान की गई है।
यह राशि वस्त्र सहायता योजना के तहत दी गई है, जिसके लिए किसी भी प्रकार की फीस या अतिरिक्त भुगतान का कोई प्रावधान नहीं है।
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