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    CM नीतीश का एलान, अगले दो वर्षों में पूरा करेंगे हर घर बिजली का लक्ष्य

    By Amit AlokEdited By:
    Updated: Tue, 15 Nov 2016 04:04 PM (IST)

    सीएम नीतीश ने अगले दो वर्षों में हर घर बिजली का लक्ष्य पूरा करने की घोषणा की है। उन्होंने 440 करोड़ की बिजली योजनाओं का शिलान्यास व 40.83 करोड़ की योजनाओं का उद्घाटन भी किया।

    पटना [राज्य ब्यूरो]। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को कहा कि अगले दो वर्षों के भीतर हर घर बिजली का लक्ष्य पूरा करेंगे। सात निश्चय के तहत हर घर बिजली लगातार निश्चय के उद्घाटन के मौके पर मुख्यमंत्री ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि एशियन डेवलपमेंट बैैंक (एडीबी) से ऋण लेकर राज्य सरकार अपनी बिजली योजनाओं पर काम कर रही है।

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    मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित संवाद कक्ष में आयोजित उद्घाटन समारोह के दौरान मुख्यमंत्री ने 440 करोड़ की बिजली योजनाओं का शिलान्यास व 40.83 करोड़ की योजनाओं का उद्घाटन भी किया। इस मौके पर उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव, मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह व ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत भी मौजूद थे।

    सारे निश्चय पर काम आरंभ

    मुख्यमंत्री ने कहा सात निश्चय के तहत हर घर बिजली लगातार निश्चय के उद्घाटन के बाद सभी निश्चय का क्रियान्वयन आरंभ हो गया। यह काम महागठबंधन की सरकार के अस्तित्व में आने के एक वर्ष के भीतर हो गया है। हर घर बिजली पहुंचाना लक्ष्य है। इस निश्चय के लिए उन्होंने वास्तविक सर्वे की बात कही थी। घर-घर जाकर यह पूछा गया कि बिजली कनेक्शन है या नहीं।

    हमारा वादा मुफ्त बिजली का नहीं

    मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा वादा हर घर बिजली पहुंचाने का है। यह वादा नहीं कि हम मुफ्त बिजली देंगे। कोई अगर यह वादा करता है कि हम मुफ्त बिजली देंगे तो इससे बड़ा झूठ नहीं हो सकता। बिजली कनेक्शन देंगे और निरंतरता में बिजली मिलेगी। इसके लिए बिजली बिल का भुगतान होना चाहिए। जो योजना बनी है उसका पूर्ण क्रियान्वयन होना चाहिए। बिजली का बिल भी सही आना चाहिए।

    केंद्रीय कोटे से नहीं मिलती पूरी बिजली

    मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार को केंद्रीय कोटे से जो बिजली मिलनी चाहिए वह नहीं मिलती है। बिहार के साथ यह अन्याय भी हुआ है कि इसे जिस प्लांट से लिंक किया गया है, उसका प्लांट लोड फैक्टर ठीक नहीं। बिहार में अब सभी जगह पर लोग बिजली की मांग कर रहे हैैं।

    मांग अब 258 यूनिट तक पहुंची

    वर्ष 2005 में जहां एक व्यक्ति पर यहां 70 यूनिट की उपलब्धता थी वह अब 258 यूनिट तक पहुंच गयी है। बिजली की स्थिति में सुधार हुआ है। कुछ वर्ष पहले जहां मांग 700 मेगावाट थी जो अब 3769 मेगावाट हो गयी है। बिजली उपभोक्ताओं की संख्या में कई गुना विस्तार हुआ है।

    समय पर काम नहीं करने वालों पर कार्रवाई

    मुख्यमंत्री ने काफी सख्त अंदाज में कहा कि बिजली का काम कर रही उन कंपनियों पर क्रिमिनल एक्ट के तहत कार्रवाई हो जो हिदायत के बाद भी समय पर काम पूरा नहीं कर रही है। यह मेरी व्यवहारिक सोच है। इस मामले में कानून के विशेषज्ञों से राय लें। समय पर काम पूरा नहीं करना धोखा है। ये काफी चालू किस्म के लोग हैैं। काम नहीं करेंगे और एरिबेटशन में चले जाएंगे। पैसा आसमान से गिरता नहीं और पेड़ पर नहीं होता।