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    वैशाली में बना बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय सह स्मृति स्तूप का सीएम नीतीश कुमार ने किया उद्घाटन

    Updated: Tue, 29 Jul 2025 04:00 PM (IST)

    वैशाली में बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय सह स्मृति स्तूप का निर्माण भवन निर्माण विभाग की ओर से 04 हजार 300 वर्ग मीटर भूखंड पर कराया गया है। राजस्थान से मंगवाए गए गुलाबी पत्थरों से इसका निर्माण किया गया है। पत्थरों से निर्मित पूरी संरचना में पत्थरों को जोड़ने के लिए किसी भी प्रकार के चिपकाने वाले पदार्थ का प्रयोग नहीं किया गया है।

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    बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय सह स्मृति स्तूप का उद्घाटन

    जागरण संवाददाता, हाजीपुर(वैशाली)। भगवान बुद्ध की कर्म भूमि पर करीब 540 करोड़ रुपये की लागत से बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय सह स्मृति स्तूप का उद्घाटन बुधवार को सीएम नीतीश कुमार ने किया। इस दौरान उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, मंत्री विजय चौधरी, विजेन्द्र प्रसाद यादव, जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा, विधायक सिद्धार्थ पटेल, अवधेश सिंह एवं कई मंत्रियों के अलावा कई देशों से यहां पहुंच रहे बौद्ध धर्मावलंबी मौजूद रहे। यह संग्रहालय 72 एकर भूखंड पर स्थित है, और पवित्र पुष्कर्णी तालाब तथा पौराणिक मर अस्तूप के समीप विकसित किया गया है। 

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    राजस्थान के गुलाबी पत्थरों से संग्रहालय का निर्माण

    वैशाली में बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय सह स्मृति स्तूप का निर्माण भवन निर्माण विभाग की ओर से 04 हजार 300 वर्ग मीटर भूखंड पर कराया गया है। राजस्थान से मंगवाए गए गुलाबी पत्थरों से इसका निर्माण किया गया है। पत्थरों से निर्मित पूरी संरचना में पत्थरों को जोड़ने के लिए किसी भी प्रकार के चिपकाने वाले पदार्थ का प्रयोग नहीं किया गया है। वैशाली का निर्माणाधीन बुद्ध स्मृति स्तूप की कुल ऊंचाई ऊंचाई 33 मीटर है। इसका आंतरिक व्यास 38 मीटर और बाहरी व्यास 50 मीटर है।

    जिस पत्थर से अयोध्या में रामलला मंदिर उसी से संग्रहालय का निर्माण

    राजस्थान के जिस गुलाबी पत्थर से अयोध्या में रामलला की मंदिर का निर्माण कराया गया है और कराया जा रहा है, उसी पत्थर से वैशाली में भी बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय सह स्मृति स्तूप का निर्माण कराया गया है। निर्माण के दौरान ही यह बात तब सामने आई थी जब निर्माण में विलंब होने के बाद एजेंसी से जवाब-तलब किया गया था ताे बताया गया कि अयोध्या में राममंदिर के निर्माण के लिए पत्थर जाने के कारण यहां उपलब्ध होने में दिक्कत हो रही है। इसके बाद अफसरों ने राजस्थान जाकर पत्थरों की उपलब्धता सुनिश्चित कराई थी।

    540 करोड़ रुपये की लागत से संग्रहालय का निर्माण

    भगवान बुद्ध की कर्मभूमि वैशाली में करीब 540 करोड़ रुपये की लागत से बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय सह स्मृति स्तूप के बन जाने से यहां बौद्ध धर्मावलंबियों के साथ ही साथ बड़ी संख्या में पर्यटक आएंगे। यहां के संग्रहालय में गौतम बुद्ध से संबंधित रोचक घटनाओं और बौद्ध धर्म से जुड़े प्रसंगों को दर्शाया जाएगा।

    खुद मुख्यमंत्री चार बार वैशाली पहुंच ले चुके हैं निर्माण का जायजा

    वैशाली में बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय सह बुद्ध स्मृति स्तूप के निर्माण को लेकर मुख्यमंत्री कार्यारंभ से लेकर अब तक काफी गंभीर रहे हैं। खुद इसके निर्माण कार्य का जायजा लेने मुख्यमंत्री चार बार वैशाली का दौरा कर चुके हैं। वहीं सीएम के निर्देश के आलोक में वैशाली पहुंच डीएम प्रत्येक माह तीन से चार बार निर्माण कार्य का जायजा लेकर निर्माण कार्य को तेजी से पूर्ण कराया।

    संग्रहालय के उद्घाटन के साथ वैशाली की तरक्की को लगेगा चार चांद

    संग्रहालय के उद्घाटन के साथ ही वैशाली की तरक्की को चार चांद लगेगा। इस संग्रहालय में यहां खुदाई के दौरान मिले भगवान बुद्ध के अस्थि अवशेष को आमजन के दर्शनार्थ रखा जाएगा। सुरक्षा के लिहाज से अस्थि अवशेष काे वर्तमान में पटना के म्यूजियम में रखा गया है। बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय सह बुद्ध स्मृति स्तूप के बन जाने के बाद वैशाली में बौद्ध भिक्षुओं के साथ-साथ बड़ी संख्या में देशी-विदेशी पर्यटक आएंगे। बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय में महात्मा बुद्ध के जीवन से संबंधित घटनाओं और बौद्ध धर्म से जुड़े प्रसंगों को यहां दर्शाया जाएगा।