बिहार की गरीब बेटियां भी बन सकेंगी डॉक्टर-इंजीनियर, यहां मिलेगी फ्री कोचिंग की सुविधा; नीतीश सरकार का बड़ा एलान
बिहार में अब निर्धन परिवारों की बेटियां भी डॉक्टर और इंजीनियर बन सकेंगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आदेश पर कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालयों में नौवीं से बारहवीं कक्षा तक की छात्राओं के लिए मुफ्त कोचिंग की व्यवस्था की जा रही है। फिजिक्सवाला के साथ हुए समझौते के अंतर्गत छात्राओं को जेईई और नीट की तैयारी कराई जाएगी जिससे 5834 छात्राओं को प्रतिवर्ष लाभ मिलेगा।

जागरण संवाददाता, पटना। अब बिहार में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की बेटियां भी डॉक्टर और इंजीनियर बनेंगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर राज्य में संचालित कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालयों में चालू शैक्षणिक सत्र से नौवीं से लेकर बारहवीं कक्षा तक की बेटियों के लिए नि:शुल्क कोचिंग की व्यवस्था लागू की जा रही है।
यह व्यवस्था संबंधित विद्यालयों की कक्षाओं में ही होगी, जिससे हर साल 5834 छात्राएं लाभान्वित होंगी। इसके लिए प्रतिदिन दो घंटे का ऑनलाइन कक्षाएं संचालित होंगी। जिसमें दो वर्ष फाउंडेशन कोर्स और एक वर्ष का टारगेट कोर्स शामिल है।
इसके लिए शिक्षा विभाग ने कोचिंग संस्थान फिजिक्सवाला के साथ एमओयू किया है। आवश्यकतानुसार लड़कियों के लिए कोचिंग की कक्षाओं की अवधि बढ़ायी जा सकेगी। इसे लेकर शिक्षा विभाग ने सभी कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों को दिशा-निर्देश जारी किया है।
पहले 232 विद्यालयों में कोचिंग की व्यवस्था लागू
शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक राज्य में 634 कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय संचालित हैं। इनमें से 232 विद्यालयों में नौवीं से बारहवीं कक्षा तक की पढ़ाई करायी जाती हैं, जहां इस चालू शैक्षणिक सत्र में जेईई एवं नीट की कोचिंग की व्यवस्था शुरू करायी जा रही है।
इस पर सरकार का सालाना 23 लाख 15 हजार रुपये खर्च होने का अनुमान है। जबकि, राज्य में 402 कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में कक्षा छह से आठ तक की पढ़ाई होती है, लेकिन इन विद्यालयों को भी प्लस-टू तक अपग्रेड किया जा रहा है। इससे अगले सत्र से उन विद्यालयों में भी लड़कियों को जेईई एवं नीट की फ्री कोचिंग करायी जा सके।
इसी तरह की व्यवस्था राज्य में नेतरहाट स्कूल की तर्ज पर स्थापित सिमुलतला आवासीय विद्यालय के छात्र-छात्राओं के लिए लागू की गई है, जहां के छात्र-छात्राओं को भी जेईई एवं नीट की तैयारी करायी जाएगी। सबसे महत्वपूर्ण बात यह कि इस तरह की पहल संबंधित विद्यालयों में पहली बार की जा रही है।
हर विषय के पेपर तैयार करेंगे विशेषज्ञ
स्टडी मैटेरियल को लेकर भी शिक्षा विभाग के साथ फिजिक्सवाला जो करार हुआ है उसके मुताबिक जेईई और नीट का स्टडी मैटेरियल को विशेषज्ञों द्वारा तैयार कराकर उपलब्ध करायी जाएगी। हर विषय के पेपर को विशेषज्ञ तैयार करेंगे और आनलाइन क्लास भी लेंगे।
संबंधित विद्यालयों में विशेषज्ञों द्वारा जाकर छात्र-छात्राओं की जांच परीक्षा ली जाएगी। फाउंडेशन कोर्स या एडवांस, दोनों की पढ़ाई और जेईई-नीट में सफलता पाने के गुर भी विशेषज्ञ ही बताएंगे। लाइव-रिकार्डेड क्लास, उच्च गुणवत्ता वाला डिजिटल कंटेंट, हिंग्लिश माध्यम में परीक्षा की तैयारी, प्रैक्टिस एवं माक टेस्ट, डाउट समाधान भी विशेषज्ञ ही कराएंगे।
इनसब के अलावा इंटरएक्टिव डिजिटल क्लास, प्रैक्टिस टेस्ट, एआइ-आधारित डाउट समाधान, पीडब्ल्यू-एप्प का नि:शुल्क उपयोग एवं अध्ययन प्रगति की नियमित मानीटरिंग होगी।
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