बड़े मालदार निकले इंस्पेक्टर साहब; CID में तैनात अफसर के ठिकानों पर निगरानी की पड़ी नजर, काली कमाई का खुला पिटारा
सीआईडी में तैनात एक इंस्पेक्टर के ठिकानों पर निगरानी रखने के बाद उनकी काली कमाई का खुलासा हुआ। जांच में उनकी आय से अधिक संपत्ति का पता चला। निगरानी विभाग की टीम ने उनके आवास और अन्य ठिकानों पर छापेमारी की, जिसके बाद भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया और आगे की कार्रवाई की जा रही है।

निगरानी ने सीआइडी इंस्पेक्टर के ठिकानों पर की रेड। जागरण आर्काइव
राज्य ब्यूरो, पटना। आय से अधिक संपत्ति मामले में निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने शुक्रवार को सीआइडी (कमजोर वर्ग) के इंस्पेक्टर माधव ठाकुर के ठिकानों पर छापा मारा।
माधव ठाकुर पर आरोप है कि इन्होंने पद का दुरुपयोग करते हुए अपनी मूल आय के अलावा 25.22 लाख की काली कमाई भी की है। जो इनकी वैध आय से करीब 47 प्रतिशत ज्यादा है।
2009 बैच के माधव ठाकुर पटना सीआइडी में हैं तैनात
छापामारी के दौरान इंस्पेक्टर के ठिकानों से जमीन के छह प्लाट के दस्तावेज, 12 बैंकों की पासबुक के अलावा विभिन्न इंश्योरेंस कंपनी में निवेश के कागजात बरामद किए गए हैं।
निगरानी से मिली जानकारी के अनुसार मूल रूप से रघुनाथपुर थाना साहेबपुर कमाल जिला बेगूसराय के रहने वाले माधव ठाकुर वर्ष 2009 में दारोगा के रूप में बहाल हुए थे।
पटना के साथ बेगूसराय स्थित आवास पर हुए छापे
जो वर्तमान में सीआइडी कमजोर विभाग में इंस्पेक्टर के पद पर पदस्थापित हैं। इन पर पूर्व से जांच चल रही थी। जांच में अहम सुराग मिलने के बाद निगरानी ब्यूरो ने इसके खिलाफ 26 नवंबर को ही आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया।
छापामारी के लिए कोर्ट की अनुमति मिलने के बाद निगरानी की दो अलग-अलग टीमों ने इनके बेगूसराय स्थित आवास और पटना में आवास एवं कार्यालय में एक साथ छापा मारा।
समाचार लिखे जाने तक इंस्पेक्टर के ठिकानों से जमीन की छह डीड, 12 बैंक खातों के साथ विभिन्न इंश्योरेंस कंपनी में निवेश के दस्तावेज बरामद किए गए हैं। बरामद दस्तावेजों की जांच निगरानी की टीम कर रही है। इसके बाद इनके खिलाफ आगे की कार्रवाई की जाएगी।
राज्य में अवैध संपत्ति अर्जित करने वाले अधिकारियों पर लगातार नकेल कसी जा रही है। भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारियों की संपत्तियां जांच में उजागर हो रही हैं।
ऐसे पदाधिकारी जमीन में खूब निवेश कर रहे हैं। हालांकि उनकी काली कमाई सामने आ ही जा रही है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।