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    Chandan Mishra Murder: चंदन मिश्रा मर्डर केस में एक और खुलासा, तौसीफ के मौसेरे भाई के घर रची थी साजिश

    Updated: Mon, 21 Jul 2025 10:45 AM (IST)

    बिहार की राजधानी पटना में पारस अस्पताल में हुई गैंगस्टर चंदन मिश्रा की हत्या के मामले में और भी खुलासे हो रहे हैं। पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। कोलकाता के कोर्ट में पेशी के बाद इन्हें 48 घंटे की ट्रांजिट रिमांड पर लिया गया है। आरोपियों ने पूछताछ में साजिश का खुलासा किया है।

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    कोलकाता के कोर्ट में पेशी के लिए ले जाए जाते गैंगस्टर चंदन मिश्रा हत्याकांड के आरोपी। (फोटो- पीटीआई)

    जागरण टीम, पटना/कोलकाता। राजा बाजार स्थित पारस एचएमआइआइ हास्पिटल के प्राइवेट वार्ड में घुसकर सजायाफ्ता चंदन मिश्रा की गोलियों से भूनकर हत्या मामले में कोलकाता से गिरफ्तार मुख्य आरोपित तौसीफ रजा उर्फ बादशाह, उसके मौसेरे भाई निशु खान, सहयोगी हर्ष और भीम को पटना लाया जा रहा है।

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    रविवार को सभी आरोपितों को कोलकाता के अलीपुर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें 48 घंटे की ट्रांजिट रिमांड पर लिया गया। एसएसपी कार्तिकेय के शर्मा ने इन सभी की गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए कहा पटना पहुंचने के बाद सभी से पूछताछ की जाएगी।

    प्रारंभिक जांच में यह पता चला है कि चंदन की हत्या की साजिश पटना के समनपुरा इलाके में निशु खान के आवास पर ही रची गई थी। पूरी घटना में आठ से नौ लोगों की संलिप्तता सामने आई है।

    चारों शूटरों की तलाश में अलग-अलग ठिकानों पर बिहार एसटीएफ और एसआइटी छापेमारी कर रही है। जिस कार से तौसीफ रजा फरार हुआ था, उसे भी कोलकाता से जब्त कर लिया गया है। इधर बिहार एसटीएफ चारों आरोपितों को कोलकाता से लेकर रवाना हो गई है।

    17 जुलाई की की सुबह अस्पताल के प्राइवेट वार्ड में ही सजायाफ्ता चंदन मिश्रा की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। सीसीटीवी फुटेज में पांचों शूटरों का चेहरा कैद हो गया था। सभी के हाथ में पिस्टल था। इसमें सबसे आगे फुलवारीशरीफ का तौसीफ रजा उर्फ बादशाह था, जिसकी पहचान कुछ देर बाद ही पुलिस ने कर दिया।

    तकनीकी जांच में पता चला था कि तौसीफ समनपुरा निवासी मौसेरे भाई निशु खान के साथ उसकी कार से गयाजी होते हुए पश्चिम बंगाल फरार हो गया है। इसके बाद बिहार एसटीएफ और पटना पुलिस की विशेष टीम पश्चिम बंगाल पहुंची।

    वहां लोकेशन पता करने के बाद बंगाल एसटीएफ के साथ मिलकर बिहार एसटीएफ कोलकाता के अलग अलग ठिकानों पर दबिश देने लगी। सीसीटीवी फुटेज के जरिए पुलिस उस कार की पहचान की, जिससे तौसीफ भागा था।

    शनिवार की रात पुलिस कोलकाता के आनंदपुर उस ठिकाने पर पहुंच गई जहां से तौसीफ उर्फ बादशाह, निशु खान, हर्ष और भीम को गिरफ्तार कर लिया।

    प्रारंभिक पूछताछ और तकनीकी अनुसंधान में पता चला कि हत्या की साजिश उसके मौसेरे भाई निशु खान के समनपुरा स्थिति आवास पर रची गई थी।

    घटना के बाद निशु के साथ भागने वाला उसका केयरटेकर हर्ष और भीम भी था। हर्ष और भीम दीघा थाना क्षेत्र के निवासी है।

    तौसीफ और निशु पर पहले से दर्ज हैं केस

    एसएसपी ने बताया कि तौसीफ पर हत्या का प्रयास, आर्म्स एक्ट और शराब तस्करी, जबकि निशु पर रंगदारी मांगने और आर्म्स एक्ट के तहत पहले से केस दर्ज हैं।

    हर्ष और भीम के आपराधिक इतिहास के बारे में पता किया जा रहा है। कोलकाता कोर्ट में सुनवाई के दौरान सरकारी अधिवक्ता ने अदालत में कहा कि यह एक पूर्व नियोजित हत्या थी। आरोपित गयाजी होते हुए कोलकाता गए थे।

    आपसी प्रतिद्वंद्विता में चंदन की हत्या का आरोप

    बंगाल के वरिष्ठ अधिकारी ने दावा किया था कि चंदन हत्याकांड का मुख्य आरोपित कोलकाता में छिपा था। पांचों शूटरों को मदद मुहैया करा रहे थे। सीसीटीवी फुटेज में मुख्य आरोपित एक सफेद वाहन में सवार होकर शहर से भाग गया है। उक्त वाहन को बासंती राजमार्ग से गुजरते हुए देखा गया।

    अधिकारी की मानें तो बाद में वाहन को तीन पुलिस थाना क्षेत्रों आनंदपुर, कोलकाता लेदर काम्प्लेक्स और भांगड़ से गुजरते हुए देखा गया। उनकी तलाश में टीम जुटी है।

    वहीं, पकड़े गए पांचों संदिग्धों को पुलिस की टीम कोलकाता के भवानी भवन स्थित बंगाल एसटीएफ के मुख्यालय ले गई, जहां उनसे बिहार पुलिस द्वारा गहन पूछताछ की गई।

    शेरू गिरोह ने आपसी प्रतिद्वंद्विता में की चंदन की हत्या

    शेरू सिंह के गिरोह पर आपसी प्रतिद्वंद्विता में चंदन मिश्रा की हत्या का आरोप है। वहीं, बंगाल पुलिस ने इसके पूर्व बताया था कि शनिवार तड़के बिहार और बंगाल एसटीएफ की टीम ने कोलकाता से सटे न्यूटाउन के शापूरजी इलाके में स्थित एक बहुमंजिला आवासीय परिसर से शूटरों को लाने व पनाह देने वाले पांच संदिग्धों को उठाई थी।

    हालांकि, पटना पुलिस रविवार की शाम चार लोगों की गिरफ्तारी की पुष्टि की। बताया जा रहा है कि शेरू की शूटर तौसिफ से दोस्ती पटना के बेऊर जेल में हुई थी। शुरू में तय हुआ था कि चंदन को जेल में ही मार दिया जाएगा, लेकिन यह योजना कामयाब नहीं हुआ।

    फिर शेरू के कहने पर चंदन के एक करीबी को गिरोह में शामिल किया गया। चंदन को पैरोल मिलने की खबर लगते ही उसकी हत्या की साजिश रची गई। हत्या को अंजाम देने से पहले तौसिफ व उसके साथी पटना के समनपुरा पहुंचे और हत्या की योजना बनाई।

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