Chaiti Chhath Puja 2025: चैती छठ महापर्व पर CCTV कैमरे और ड्रोन से निगरानी, 1 अप्रैल से नहीं चलेगी प्राइवेट बोट
Bihar News चैती छठ पूजा 2025 की तैयारियां जोरों पर हैं। पटना और गया में प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। नदी घाटों पर सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन से निगरानी की जाएगी। 1 अप्रैल से निजी नावों का परिचालन पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा। छठ व्रतियों की सुविधा के लिए सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं।

जागरण संवाददाता, पटना। एक अप्रैल को नहाय-खाय के साथ छठ महापर्व की शुरुआत हो जाएगी। दो अप्रैल को खरना, तीन अप्रैल को संध्याकालीन अर्घ्य एवं चार अप्रैल को प्रातःकालीन अर्घ्य है।
जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने अधिकारियों को मानकों के अनुसार दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति करने, नदी घाटों पर एसडीआरएफ, एनडीआरएफ टीम तथा गोताखोरों को तैनात रखने, रिवर पेट्रोलिंग सुनिश्चित करने, मेडिकल टीम क्रियाशील रखने, ग्राम रक्षा दल एवं नागरिक सुरक्षा के वालंटियर्स को प्रतिनियुक्त करने तथा सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन से निगरानी करने का निर्देश दिया है।
नदी घाटों पर अनाधिकृत रूप से नावों का परिचालन प्रतिबंधित रहेगा। इसके उल्लंघन करने वालों के विरूद्ध सख्त दंडात्मक कार्रवाई होगी। 24 घंटे जिला नियंत्रण कक्ष के नंबर 0612-2219810/2219234 और डायल-112 तथा जिला आपातकालीन संचालन केंद्र (0612-2210118) पर सूचना दी जा सकती है।
एक अप्रैल से निजी नाव के परिचालन पर रोक
- एक अप्रैल की सुबह से चार अप्रैल को कार्यक्रम समाप्ति तक नदियों में निजी नावों के परिचालन पर पूरी तरह रोक रहेगी।
- सभी अनुमंडल पदाधिकारियों, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारियों तथा अंचल अधिकारियों को इसका अनुपालन सुनिश्चित कराने तथा उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध सख्त दंडात्मक कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है।
- विभिन्न अनुमंडलों में स्थित नदी घाटों को कई सेक्टर में विभाजित कर दो-दो मोटर बोट एवं अन्य आवश्यक संसाधनों सहित गोताखोरों एवं जवानों के साथ आठ एसडीआरएफ टीम को तैनात किया गया है।
- सभी अंचल अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रान्तर्गत नदियों एवं तालाबों के घाटों पर लाइफ जैकेट, महाजाल एवं अन्य सभी संसाधनों के साथ गोताखोरों को तैनात रखने का निर्देश दिया गया है।
गया में भी चैती छठ की तैयारी शुरू
उधर, पटना के अलावा गया में भी चैती छठ पर्व की तैयारियां जोरों पर है। नगर निगम ने फल्गु नदी के घाटों पर विशेष सफाई अभियान शुरू कर दिया है।
नगर निगम सभी चिह्नित घाटों पर सफाई के लिए कर्मियों को प्रतिनियुक्त कर दिया है। छठ पर्व में घाटों पर व्रतियों को किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो इसके लिए घाटों की सफाई से लेकर रोशनी की पुख्ता व्यवस्था की जा रही है।
सफाई कर्मी नगर नगर निगम के सभी छोटे-बड़े नदी एवं तालाबों की सफाई में लगे हुए है। सुरुक्षा, लाइटिंग, खतरे के निशान पर बैरिकेडिंग भी किया जाएगा। ताकि, छठ व्रतियों को किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हो।
सभी छठ घाटों के बेहतर तरीके से इंतजाम को लेकर कर्मियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिया गया गया है। घाटों तक जाने वाली सड़क व घाट से जमा कचरा का उठाव भी तेजी हो रहा है।
नगर निगम छठ को लेकर तैयारी में हर संसाधन का इस्तेमाल कर रहा है। शहर के तालाबों से जलकुंभी और कचरे को सफाई कर्मियों द्वारा निकालने का कार्य जारी है।
जिस तालाब में पानी की कमी है उसमें पानी की व्यवस्था की जा रही है। छठ घाटों की साफ-सफाई के बाद चुना व ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया जाएगा।
साथ ही घाटों पर व्रतियों के लिए कपड़ा चेंजिंग रूम भी तैयार किया जा रहा है। लोक आस्था के महापर्व छठ एक अप्रैल से नहाय-खाय के साथ शुरू हो जाएगी।
नगर निगम ने चिह्नित किए 21 घाट
नगर निगम ने शहर में 21 छठ घाट चिह्नित कर रखा है। इसमें अधिकांश घाटों पर साफ-सफाई का काम जेसीबी और सफाई कर्मियों द्वारा किया रहा है।
21 में दो घाट सिंगरा स्थान सरोवर और कटारी तालाब में पानी नहीं रहने के कारण छठ व्रती अर्घ्य नहीं देंगे। नगर निगम मुख्य सफाई निरीक्षक चंद्र मोहन ने कहा कि सिढ़ियाघाट, राय बिंदेश्वरी घाट, धोबिया घाट, रुकमिणी तालाब, पितामहेश्वर घाट, केंदुई, पालीटेकनीक घाट, सूर्यकुंड, ब्रह्ममणी घाट, मल्लहटोली, मानपुर सूर्यपोखर, लखीबाग, सीताकुंड, दिनकर घाट, भुसुंडा एवं भास्कर घाट के सफाई का काम हो रहा है।
पानी की कमी दूर करने के लिए बनाया जाएगा कुंड
फल्गु नदी में पानी नहीं है। पानी के कमी दूर करने के लिए नगर निगम नदी में कुंड का खोदाई करेगा। दो दिनों के बाद कुंड का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।
राय विदेश्वरी घाट, पितामहेश्वर घाट, केंदुई घाट पर दो से तीन सौ फीट लंबा कुंड का निर्माण किया जाएगा। शेष घाटों पर सौ से डेढ़ सौ फीट लंबा कुंड बनेगा। इससे छठ व्रती आसानी से भगवान भास्कर के अर्घ्य अर्पित कर सके।
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