CBSE Practical Exam: कल से सीबीएसई स्कूलों में प्रायोगिक परीक्षा, सभी छात्रों का शामिल होना अनिवार्य
CBSE Exam Practical सीबीएसई के तत्वावधान में दसवीं और 12वीं की प्रायोगिक परीक्षा एक मार्च से प्रारंभ हो जाएगी। परीक्षा को लेकर स्कूलों में तैयारी शुरू हो गई है। राज्य के अधिकांश स्कूलों में प्रायोगिक परीक्षा ऑफलाइन ही होगी।
जागरण संवाददाता, पटना : सेंट्रल बोर्ड ऑफ एजुकेशन (सीबीएसई) के तत्वावधान में दसवीं और 12वीं की प्रायोगिक परीक्षा एक मार्च से प्रारंभ हो जाएगी। परीक्षा को लेकर स्कूलों में तैयारी शुरू हो गई है। राज्य के अधिकांश स्कूलों में प्रायोगिक परीक्षा ऑफलाइन ही होगी। एक मार्च से 11 जून तक प्रायोगिक परीक्षा चलेगी। कोरोना संकट हो देखते हुए सीबीएसई ने प्रायोगिक परीक्षा के लिए तीन माह का समय दिया है।
पाटलिपुत्र सहोदय के अध्यक्ष डॉ. राजीव रंजन सिन्हा ने कहा कि कोरोना के मद्देनजर सीबीएसई ने तीन माह का समय छात्र-छात्राओं को प्रदान किया है। इसके लिए सीबीएसई द्वारा एक्सटर्नल नियुक्त किए जा रहे हैं। स्कूलों को भी बता दिया गया है कि किस स्कूल से कौन से शिक्षक को एक्सटर्नल बनाकर बाहर भेजा जा रहा है।
प्रायोगिक परीक्षा में सभी छात्रों का शामिल होना अनिवार्य
पाटलिपुत्र सहोदय के पूर्व कोषाध्यक्ष एनके नाग ने कहा कि सीबीएसई की गाइडलाइन के अनुसार, प्रायोगिक परीक्षा में सभी छात्रों का शामिल होना अनिवार्य है। प्रायोगिक परीक्षा में शामिल होने वाले परीक्षार्थी ही मुख्य परीक्षा में हिस्सा ले सकते हैं।
प्राथमिक विद्यालयों में भी ऑफलाइन परीक्षा
राज्य सरकार के निर्देश के बाद सीबीएसई से मान्यता प्राप्त स्कूलों की प्राथमिक कक्षाओं में अब ऑफलाइन परीक्षा ली जाएगी। इसके लिए ब'चों को सूचना भेज दी गई है। एसोसिएशन ऑफ प्राइवेट स्कूल्स के अध्यक्ष डॉ. सीबी सिंह ने कहा कि एक मार्च से राज्य के अधिकांश प्राइवेट स्कूलों में प्राथमिक कक्षाएं प्रारंभ हो जाएंगी। अब छोटे ब'चों की परीक्षा भी स्कूलों में ही होगी। राजधानी के कई स्कूलों ने इसकी सूचना भी ब'चों एवं अभिभावकों को भेज दी है। मार्च में प्राथमिक कक्षाओं में परीक्षा ऑफलाइन ही होगी।
कोरोना नियमों का होगा पालन
एक मार्च से प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ाई शुरू हो जाएगी। प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ाई शुरू होने से पहले ब'चों को अभिभावकों से सहमति पत्र लाना होगा। सभी ब'चे मास्क पहनकर ही स्कूल आएंगे। प्रथम दिन 50 फीसद ही ब'चों को स्कूल बुलाया जाएगा। शेष 50 फीसद दूसरे दिन स्कूल आएंगे। परीक्षा के दौरान भी कोरोना गाइडलाइन का पालन किया जाएगा।