BPSC TRE 4: बिहार में फिर आ रहीं बंपर नौकरियां, 30 हजार शिक्षक और साढ़े 5 हजार लाइब्रेरियन की होगी भर्ती
बिहार में नए साल में 30 हजार शिक्षकों और 5,500 लाइब्रेरियन की नियुक्ति होगी। शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने बताया कि चौथे चरण की शिक्षक नियुक्ति परीक्षा ...और पढ़ें

प्रेस वार्ता करते शिक्षा मंत्री सुनील कुमार। आइपीआरडी
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार में शिक्षक नियुक्ति की प्रतीक्षा कर रहे अभ्यर्थियों के लिए अच्छी खबर है। नये साल में करीब 30 हजार शिक्षकों और साढ़े पांच हजार लाइब्रेरियन की नियुक्ति होगी।
इसको लेकर शिक्षा विभाग के स्तर से सभी आवश्यक कार्यवाही पूरी की जा रही है। 31 जिलों से शिक्षकों की नियुक्तियां आ गई हैं, जो करीब 26 हजार के आसपास है।
शेष सात जिलों से शिक्षकों की रिक्तियां विभाग को इसी सप्ताह उपलब्ध हो जाएंगी। विभाग का आकलन है कि सभी जिलों से करीब तीन हजार शिक्षक रिक्तियां हो सकती हैं।
सोमवार को सूचना भवन के संवाद कक्ष में पत्रकारों को संबोधित करते हुए शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने बताया कि राज्य में चौथे चरण की शिक्षक नियुक्ति परीक्षा (टीआरई-4) के तहत शिक्षकों की नियुक्ति के लिए 14 जनवरी तक बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) को अधियाचना भेज दी जाएगी।
साढ़े पांच हजार लाइब्रेरियन की होगी नियुक्ति
इसके लिए रोस्टर क्लीयरेंस का तेजी से कार्य किया जा रहा है। साढ़े पांच हजार लाइब्रेरियन की भी नियुक्ति प्रक्रिया भी जल्द शुरू की जाएगी।
उन्होंने बताया कि टीआरई-4 के बाद राज्य में रिक्त पदों पर साढ़े पांच हजार लाइब्रेरियन की नियुक्ति की शुरू की जाएगी।
रोस्टर क्लीयरेंस और सक्षमता परीक्षा के बाद बीपीएससी के पास इसकी अधियाचना भेजी जाएगी। इस मौके पर अपर मुख्य सचिव डा.बी. राजेन्दर, सचिव दिनेश कुमार, उच्च शिक्षा निदेशक डा.एनके अग्रवाल, निदेशक मनोरंजन कुमार, उपनिदेशक जनसंपर्क दिनेश कुमार उपस्थित थे।
दिव्यांग बच्चों के लिए बहाल होगे 7 हजार विशेष शिक्षक
उन्होंने बताया कि दिव्यांग बच्चों को पढ़ाने के लिए सात हजार विशेष शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। इसकी अधियाचना बीपीएससी को भेज दी गई है।
बीपीएसी से अब तक दो लाख 27 हजार 195 शिक्षकों की नियुक्ति हो चुकी है। इसके अलावा राज्य के विभिन्न पंचायतों में नियुक्त हुए शिक्षकों को सक्षमता परीक्षा दिलाई जा रही है।
अब तक करीब सक्षमता परीक्षा पास करने वाले दो लाख 66 हजार 786 शिक्षकों को विशिष्ट शिक्षक नियुक्त किया गया है। इसी प्रकार राज्य में 28 हजार 748 प्रधान शिक्षक और 4 हजार 699 प्रधानाध्यापकों की नियुक्ति की गई है।
बिहार में वर्ष 2005 में 2 लाख 4 हजार शिक्षक थे। वर्ष 2025 में राज्य के 78 हजार विद्यालयों में शिक्षकों की संख्या 5.87 लाख हो गई है।
इसके अलावा अनुकंपा के आधार पर 5614 आश्रितों को नियुक्त किया गया है। अंगीभूत महाविद्यलयों में नियुक्ति के लिए 2849 सहायक प्राध्यापकों की अनुशंसा बिहार लोक सेवा आयोग के पास भेजी गई है।
प्रत्येक प्रखंड में आदर्श विद्यालय और डिग्री कालेज होंगे स्थापित
शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रत्येक प्रखंड में एक विद्यालय को चिन्हित करते हुए उसे आदर्श विद्यालय के रूप में विकसित किया जाएगा।
राज्य के ऐसे प्रखंडों में जहां डिग्री कालेज नहीं है वहां नए डिग्री कालेज की स्थापना की जाएगी। वहीं राज्य के पुराने एवं प्रतिष्ठित उच्च शिक्षण संस्थानों को सेंटर आफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित करने के उद्देश्य से कार्ययोजना तैयार कर संस्थानों का चयन किया जा रहा है।
निर्धन वर्ग के बच्चों का ज्ञानदीप पोर्टल से होगा ऑनलाइन नामांकन
शिक्षा मंत्री ने कहा कि राज्य में शिक्षा का अधिकार (RTE) कानून को निजी विद्यालयों में सख्ती से अनुपालन कराया जाएगा।
जो विद्यालय अनुपालन नहीं करेंगे उस पर विधिसम्मत कार्रवाई होगी। निजी विद्यालयों में क्षमता के अनुरूप कमजोर वर्ग एवं अलाभकारी समूह के 25 प्रतिशत छात्रों का शैक्षणिक सत्र 2026-27 में नामांकन कराया जाएगा।
इसके लिए ज्ञानदीप पोर्टल 22 दिसंबर से शुरू किया गया है। इस पोर्टल के माध्यम से आनलाइन नामांकन होगा। इसमें अनाथ बच्चों को भी कमजोर वर्ग एवं अलाभकारी समूह के बच्चों में शामिल किया गया है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।