बीएन कॉलेज के प्रोफेसर की बेटी की रांची में गोली मारकर हत्या, सनकी आशिक बार-बार कर रहा था परेशान
Crime News सनकी किस्म का आरोपी उस पर शादी के लिए दबाव बना रहा था लेकिन निवेदिता उससे बात तक नहीं करना चाहती थी। घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस उसकी तलाश में लग गई है।
जागरण टीम, रांची/पटना: रांची के अरगोड़ा थाने के अंतर्गत आने वाले पटेल पार्क के पास शुक्रवार की शाम पटना के बीएन कॉलेज में केमेस्ट्री के प्रोफेसर सिद्धेश्वर प्रसाद की बेटी निवेदिता नयन की गोली मारकर हत्या कर दी गई।
वह रांची के इक्फाई संस्थान की छात्रा थीं। उनका शव पोस्टमॉर्टम के लिए रिम्स अस्पताल भेजा गया है। निवेदिता घटनास्थल के पास हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करती थी। देर रात प्रो. सिद्धेश्वर प्रसाद नवादा से रांची के लिए रवाना हो गए।
वो मूलरूप से नवादा जिले के पकड़ीबरावां के रहने वाले हैं। आरोपी की पहचान नवादा के ही अंकित के रूप में की गई है। अंकित लंबे समय से निवेदिता को परेशान कर रहा था। आरोपी उस पर शादी के लिए दबाव बना रहा था।
लेकिन उसका व्यवहार ठीक नहीं था, इसलिए निवेदिता उससे बात तक नहीं करना चाहती थी। रांची के अरगोड़ा थानेदार विनोद कुमार ने बताया कि घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी फुटेज में भी अंकित दिखा है। उसकी तलाश की जा रही है।
सहेली से बात कर रही थी निवेदिता
सीसीटीवी फुटेज में दिखा कि हॉस्टल के पास निवेदिता अपनी सहेली सृष्टि से बातचीत कर रही थी। इसी दौरान एक युवक आया। उसने बिना कुछ बोले निवेदिता के सिर में गोली मार दी और मौके से फरार हो गया।
निवेदिता को आनन-फानन में रिम्स लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस का कहना है कि घटना स्थल पर लगे सीसीटीवी का फुटेज खंगाला जा रहा है। अंकित की तलाश में छापेमारी की जा रही है।
अंधेरा होने की वजह से निवेदिता की दोस्त गोली मारने वाले की पहचान नहीं कर पाई।
बार-बार दे रहा था मारने की धमकी
पिता सिद्धेश्वर प्रसाद ने बताया कि नवादा का रहने वाला अंकित पिछले कई माह से उनकी बेटी निवेदिता को परेशान कर रहा था। बेटी पर शादी का दबाव बना रहा था। निवेदिता शादी करना नहीं चाहती थी। इस वजह से अंकित ने उसे कई बार जान से मारने की धमकी भी दी थी।
इसकी शिकायत उसने पिता से भी की थी। अंकित नवादा में निवेदिता के पड़ोस में रहता है। छानबीन में पता चला कि अंकित सनकी स्वभाव का है। उसका उसके माता-पिता से भी संबंध सही नहीं है। अंकित की हरकतों से परेशान निवेदिता रांची में नहीं रहना चाहती थी। उसकी परेशानी देखकर पिता ने मोबाइल नंबर बदलवा दिया था।
हमेशा के लिए जाने वाली थी नवादा
सहेली ने बताया कि निवेदिता ने अंतिम वर्ष की परीक्षा दे दी थी और वह शनिवार को अपने पिता के साथ हमेशा के लिए नवादा जाने वाली थी। उसके कहने पर सहेली ने उसका टिकट किया था, लेकिन पिता के पहुंचने से पहले ही निवेदिता की हत्या हो गई।
निवेदिता की सहेली का कहना है कि अंकित उसे काफी परेशान करने लगा था। कुछ दिनों से छात्रा के मोबाइल पर सिर्फ घरवालों के कॉल आते थे। वह किसी और से बात नहीं करती थी।
छोटी बेटी की सफलता पर बांट रहे थे मिठाई
प्रो. सिद्धेश्वर प्रसाद की छोटी बेटी पटना में रहकर पढ़ाई करती है। शुक्रवार को मैट्रिक का परिणाम आया। उसे 90 प्रतिशत अंक मिले थे, जिससे उत्साहित पिता मिठाइयां बांट रहे थे। इस बीच उन्हें बड़ी बेटी को गोली लगने की सूचना दी गई।
हालांकि, उन्हें निवेदिता की मौत के बारे में नहीं बताया गया। इसके बाद खुशी का माहौल मातम में बदल गया। आनन फानन में घरवाले नवादा से रांची के लिए निकल गए।
रांची में रहने लगा था अंकित
मृत छात्रा के पिता का कहना है कि अंकित नवादा में उनके घर के पास आता जाता था। इसी बीच उसने बेटी से दोस्ती कर ली और बातचीत करने लगा।
नवादा में दोस्ती हो जाने के बाद अंकित ने रांची में एक घर ले लिया और रहने लगा। इसकी जानकारी निवेदिता ने अपने पिता को दी थी। पिता का कहना है कि उन्हें आशंका थी कि अंकित इस तरह की घटना को अंजाम दे सकता है। इसको लेकर वो हमेशा चिंतित रहते थे।