भाजपा नेता ऋतुराज सिन्हा ने तेजस्वी यादव पर पलटवार करते हुए कहा कि राजद ने समाजवाद को तोड़-मरोड़कर जातिवादी राजनीति का औजार बना दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि राजद परिवार ने समाज को एकजुट करने के बजाय जाति का जहर घोलने का काम किया और अपने परिवार के लिए सत्ता का उपयोग किया। ऋतुराज सिन्हा ने कहा कि आरजेडी हमेशा से परिवारवाद को बढ़ावा देती है।
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Political News Today: भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री ऋतुराज सिन्हा ने तेजस्वी यादव के समाजवाद पर किए गए टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा की डा. राम मनोहर लोहिया के समाजवाद को सही से समझिए। लोहिया का समाजवाद केवल एक जाति, वर्ग या समुदाय का नहीं था। वह समाज के हर तबके, हर दबे-कुचले व्यक्ति, हर महिला और हर पुरुष के समान अधिकार और अवसर की लड़ाई थी।
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वह विचारधारा समावेशी थी, न कि विभाजनकारी। दुर्भाग्यवश, आपके परिवार ने लोहिया और कर्पूरी ठाकुर की महान विचारधारा को तोड़-मरोड़ कर उसे केवल जातिवादी राजनीति का औजार बना दिया।
आपने समाज को एकजुट करने के बजाय, उसमें जाति के ज़हर का बीज बोया। आपने एक विशेष जाति की राजनीति को बढ़ावा दिया। वो भी केवल राजनीतिक लाभ के लिए। आपने सिर्फ अपने परिवार के लिए सत्ता और संसाधनों का उपयोग किया। आज बिहार और देश जानता है कि आपके परिवार ने समाजवाद के नाम पर सिर्फ और सिर्फ परिवारवाद को पोषित किया।
जाति जनगणना के नाम पर कांग्रेस व राजद ने की है राजनीति: नित्यानंद राय
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने जाति गणना कराने का निर्णय लिया है। यह ऐतिहासिक निर्णय है। यह ऐसा निर्णय है जिससे जरूरतमंदों तक विकास की किरण पहुंचेगी। सामाजिक न्याय का यह सबसे बड़ा आधार साबित होगा।
नित्यानंद ने कहा कि हकीकत है कि राजद व कांग्रेस जातीय जनगणना पर केवल राजनीति करती रही है। लालू प्रसाद, तेजस्वी यादव को बताना चाहिए कि वर्षोँ तक कांग्रेस के साथ केंद्र में रहने के बावजूद जातीय गणना क्यों नहीं करा सके।
लोगों को ठगने के लिए एक बार जातीय गणना कराई लेकिन उसकी रिपोर्ट प्रकाशित नहीं हुई। दरअसल राजद, कांग्रेस व वामदलों की मंशा कभी भी गरीबों का कल्याण नहीं रही। विपक्षी दल घोटाला, उन्माद व अनाप-शनाप काम करते रहे। देश के लोग अशिक्षित रहें, गरीब रहें, इसलिए वे केवल झूठ फैलाते रहे।
परिवार के साथ सत्ता में बने रहने के लिए वे जी-तोड़ मेहनत करते रहे। भ्रष्टाचार कर अकूत धन कमाया है। उन्होंने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह ने पिछले साल ही कहा था कि जब जातीय जनगणना की घोषणा होगी तो स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।
एक सवाल के जवाब में नित्यानंद ने कहा कि आतंकवादियों को समय पर जवाब दिया जाएगा। पीएम ने बिहार की धरती मधुबनी से ही दुनिया को संदेश दे दिया है। हम आतंकवादी और उनके आकाओं को छोड़ेंगे नहीं।
नेहरू से मनमोहन सरकार तक कांग्रेस जाति जनगणना नहीं करा पाई : सम्राट
उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने देश में जाति जनगणना कराने के केंद्र सरकार के ऐतिहासिक निर्णय की विस्तृत चर्चा करते हुए कहा कि इससे हर जाति के बीच आपसी सद्भाव बनाए रखते हुए सभी जातियों का आर्थिक- सामाजिक विकास तेज होगा। यह एक सकारात्मक कदम है, जबकि कांग्रेस, राजद और इंडी गठबंधन के दलों ने जाति जनगणना पर केवल राजनीति की।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस तो आजादी के बाद नेहरू काल से मनमोहन सरकार तक जाति जनगणना और आरक्षण के विरुद्ध रही। कांग्रेस को 2014 में सत्ता से बाहर होने के बाद ही जातीय जनगणना की याद आई। प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने सभी जातियों के विकास के लिए यह निर्णय किया।
बिहार में नीतीश कुमार ने भी जातीय सर्वेक्षण कराया। एनडीए ने इस मुद्दे को गंभीरता से लिया, राजनीति नहीं की। चौधरी ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और गृहमंत्री अमित शाह ने सितंबर 2024 में कई बार स्पष्ट किया था कि संगठन और सरकार जाति जनगणना के पक्ष में है।
पीएम मोदी के मास्टर स्ट्रोक के बाद जातिवादी पार्टियों में बौखलाहट : मंगल पांडेय
स्वास्थ्य व विधि मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि राजद-कांग्रेस में जाति गणना की घोषणा का श्रेय लेने की होड़ लगी है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी का कहना है कि ‘जाति जनगणना’ हमारा विज़न है, वहीं राजद के तेजस्वी यादव का कहना है कि उनके पिता लालू यादव पिछले 30 सालों से जाति गणना की मांग करते रहे हैं।
दरअसल, इन दोनों का दावा हास्यास्पद है। पीएम नरेन्द्र मोदी के मास्टर स्ट्रोक के बाद जातिवादी पार्टियों में बौखलाहट आम बात है। कहा कि राहुल गांधी को बताना चाहिए कि आजादी के बाद के छह दशकों से ज्यादा समय तक देश में किसका शासन था? 1951 और बाद के वर्षों में नेहरू, इंदिरा व राजीव गांधी को जाति गणना कराने से किसने रोका?
2004 से 2014 तक किसकी सरकार थी? 2011 में हुई गणना की रिपोर्ट कांग्रेस की सरकार ने क्यों नहीं सार्वजनिक की? 2015 में कांग्रेस की कर्नाटक सरकार द्वारा कराई गई जाति गणना की रिपोर्ट क्यों नहीं प्रकाशित की गई?
जाति जनगणना की घोषणा से विपक्षी दलों की उड़ी नींद : प्रभाकर
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रभाकर मिश्र ने इंटरनेट मीडिया पर तेजस्वी यादव द्वारा किए गए पोस्ट पर पलटवार करते हुए कहा कि नेता प्रतिपक्ष को झूठे वादे और दावे करने की पुरानी आदत है। जाति जनगणना को लेकर ढोल पीटने वाले तेजस्वी यादव और उनके गुरु राहुल गांधी के आंखों की नींद उड़ गई है।
ये लोगों को सिर्फ गुमराह करते रहे। इनके लिए जाति जनगणना सिर्फ राजनीतिक स्वार्थ साधने का मुद्दा रहा है। लेकिन, भाजपा के लिए जाति जनगणना सर्वजन हिताय के लिए है। प्रभाकर ने कहा सबका साथ , सबका विकास और सबका विश्वास भाजपा का लक्ष्य है।
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