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    नीतीश कुमार के 'अटल प्रेम' से BJP सतर्क, सुशील मोदी-विजय सिन्हा ने कसा तंज; बोले- आडवाणी के धुर विरोधी रहे CM

    CM Nitish Kumar बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को दिल्ली में श्रद्धांजलि अर्पित की। वहीं दूसरी ओर प्रदेश के भाजपा नेताओं ने इसे लेकर सीएम पर प्रहार किया है। प्रदेश भाजपा के नेता सुशील मोदी और विजय सिन्हा ने बारी-बारी अपने अंदाज में नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए उन्हें अवसरवादी तक करार दिया।

    By Arun AsheshEdited By: Yogesh SahuUpdated: Wed, 16 Aug 2023 08:15 PM (IST)
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    नीतीश कुमार के 'अटल प्रेम' से BJP सतर्क, सुशील मोदी-विजय सिन्हा ने कसा तंज

    राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का 'अटल प्रेम' प्रदेश भाजपा के बड़े नेताओं को कुछ हद तक डराने भी लगा है।

    ऐसे नेताओं के मुताबिक पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की प्रशंसा नीतीश कुमार अकारण नहीं कर रहे हैं। असल में वे भाजपा नेताओं को आपस में लड़ाने का यत्न कर रहे हैं।

    राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी और विपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा ने बुधवार को अपने अंदाज में नीतीश के अटल प्रेम पर प्रहार किया।

    अटल अजातशत्रु थे : मोदी

    सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार के वर्तमान कद को बनाने में अटल बिहारी वाजपेयी का अस्सी प्रतिशत योगदान है। उन्हें रेलमंत्री और मुख्यमंत्री बनाने में वाजपेयी की बड़ी भूमिका थी।

    अटल अजातशत्रु थे। सभी दलों के नेता उनका सम्मान करते हैं। लेकिन, नीतीश जिस अंदाज में उनकी प्रशंसा करते हैं, वह झगड़ा लगाने वाला है।

    नीतीश इन दिनों लालकृष्ण आडवाणी की भी प्रशंसा कर रहे हैं। मगर, एक समय जब आडवाणी का नाम प्रधानमंत्री पद के लिए प्रस्तावित किया गया था, नीतीश उनके पक्ष में नहीं थे।

    वे (नीतीश) आडवाणी के धुर विरोधी रहे हैं। इधर, विपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच भेद बताकर नीतीश कुमार हताशा और निराशा छिपा रहे हैं।

    जंगलराज वालों से किया गठबंधन

    अपने सभी राजनीतिक गुरुओं को धोखा देने का नीतीश जी का पुराना इतिहास है। जार्ज फर्नांडिस ने इनके राजनीतिक कद को बढ़ाया, उन्हें किनारे लगाने में नीतीश को देर नहीं लगी।

    शरद यादव को भी धोखा दिया। उन्होंने उन्होंने जंगलराज वालों से गठबंधन कर सिद्धान्तविहीन और अवसरवादी राजनीति का उदाहरण प्रस्तुत किया है।

    आज वाजपेयी जीवित होते तो उन्हें नीतीश कुमार के व्यवहार से पीड़ा पहुंचती। बता दें कि बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिल्ली में पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के समाधिस्थल 'सदैव अटल' पहुंचे थे। यहां उन्होंने पुष्प अर्पित कर पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी को श्रद्धांजलि दी थी।

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