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    Bihar News: बिहार के बुनकरों की हो गई बल्ले-बल्ले! सहकारी बैंक ने दे दी नई खुशखबरी

    चुनावी वर्ष में राज्य के बुनकरों को जिला केंद्रीय सहकारी बैंकों से वित्तीय मदद मिलने का रास्ता साफ हो गया है। पहली बार बुनकरों को इन बैंकों से कार्यशील पूंजी मिलेगी जो उन्हें अपने कारोबार को बढ़ाने में मदद करेगी। इससे पहले बुनकरों को राष्ट्रीयकृत बैंकों से ऋण लेने के लिए भरोसा जीतना पड़ता था लेकिन अब उन्हें जिला केंद्रीय सहकारी बैंकों से सीधे वित्तीय मदद मिलेगी।

    By Dina Nath Sahani Edited By: Mukul Kumar Updated: Sat, 28 Dec 2024 02:55 PM (IST)
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    प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर

    राज्य ब्यूरो, पटना। चुनावी वर्ष में पहली बार राज्य के बुनकरों को जिला केंद्रीय सहकारी बैंकों से वित्तीय मदद मिलेगी। अभी तक इन बैंकों से बुनकरों को कार्यशील पूंजी नहीं मिलती थी। बुनकरों को राष्ट्रीयकृत बैंकों से ऋण के लिए भरोसा जीतना पड़ता था तब ऋण मिल पाता था।

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    यहां तक कि बहुत-सा बुनकर तो महाजनी कर्ज में फंस जाते थे। लेकिन, अब सहकारिता विभाग ने सभी जिला केंद्रीय सहकारी बैंकों को अपने कार्य क्षेत्र में बुनकरों को ऋण देने का निर्देश दिया है। इसके लिए जिलों में कार्यरत निबंधित बुनकर सहयोग समितियों से प्रस्ताव लेने को कहा है।

    उत्पादों को प्रोत्साहन देने को प्राथमिकता

    • राज्य के जिन बुनकर समितियों के उत्पाद गुणवत्तापूर्ण है और निर्यात के अनुरूप है। उन उत्पादों को निर्यात के लिए प्रोत्साहन और प्राथमिकता मिलेगा।
    • भागलपुर की सिल्क साड़ी हो या महफिल-ए-कालीन, औरंगाबाद के दरी एवं कालीन, सतरंगी चादर, कंबल एवं ऊनी वस्त्र जैसे उत्पादों को निर्यात के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। ऐसे उत्पादों के बारे में अन्य राज्यों प्रचार-प्रसार किया जाएगा।

    बुनकर समितियों में चुनाव की तैयारी

    सहकारिता विभाग के मुताबिक राज्य और केंद्र सरकार की ओर से बुनकरों के लिए चलायी जा रही योजनाओं का कितना लाभ मिल रहा है? इसकी रिपोर्ट सभी जिलों से मांगी गई है।

    साथ ही बुनकर समितियों में चुनाव कराने की तैयारी हो रही है। इसके लिए विभाग की ओर से सभी जिला सहकारिता पदाधिकारियों को अविलंब सभी अवक्रमित बुनकर सहयोग समितियों से निर्वाचन प्रस्ताव लेने को कहा गया है, ताकि बिहार राज्य निर्वाचन प्राधिकार को चुनाव का प्रस्ताव भेजा जा सके।

    3,166 महिला ग्राम संगठन को जागरूक करने के लिए जीविका ने बनाई योजना

    गया में जीविका जिला परियोजना समन्वयन इकाई में ग्राम संगठन स्तर पर महिला संवाद कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन हेतु शुक्रवार को मोहड़ा , मोहनपुर, बाराचट्टी एवं फतेहपुर प्रखंड के परियोजना कर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया। चार जनवरी तक सात बैच में आठ प्रखंड कर्मियों को प्रशिक्षित किया जाएगा।

    महिला संवाद कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को विभिन्न सरकारी योजनाओं की जानकारी देना और उनकी सामुदायिक विकास से जुड़ी इच्छाओं और आकांक्षाओं को समझना है।

    यह कार्यक्रम 15 जनवरी से संचालित होगा। 24 प्रखंडों के सभी पंचायतों में यह संवाद कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। जहां 3166 महिला ग्राम संगठनों के माध्यम से महिलाओं को जागरूक किया जाएगा। प्रत्येक ग्राम संगठन में टीवी स्क्रीन से लैस संवाद रथ के माध्यम से योजनाओं की जानकारी प्रदान की जाएगी।

    इस प्रक्रिया में, विशेष बैठकों में पूछे गए प्रश्नों के आधार पर महिलाओं की सामुदायिक विकास से संबंधित अपेक्षाओं और सुझावों का संकलन किया जाएगा।

    इस पहल से महिलाओं को न केवल सरकारी योजनाओं की जानकारी मिलेगी बल्कि सरकार को महिलाओं की भागीदारी एवं आकांक्षों की जानकारी से सामुदायिक विकास के लिए योजनाओं के बेहतर संचालन में मदद मिलेगी।

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