Bihar Weather Today: बिहार में जारी है मौसम की मार! घर से बाहर निकलने से पहले पढ़ें IMD का अलर्ट
प्रदेश के मौसम में एक बार फिर बदलाव देखने को मिला है। शुक्रवार को अधिकतम तापमान में इजाफा होने से लोगों को ठंड से थोड़ी राहत मिली। वहीं आने वाले दिनों ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather Today: प्रदेश में हवा का रुख बदलते ही शुक्रवार को मौसम में बदलाव देखने को मिला। पटना समेत जिलों में सुबह के समय कोहरे का प्रभाव बना रहा। दिन में धूप निकलने व हवा की गति में कमी आने के कारण पटना सहित अधिसंख्य भागों के अधिकतम तापमान में वृद्धि हुई, जिससे लोगों को ठंड व कनकनी से थोड़ी राहत मिली है।
डेहरी रहा सबसे ठंडा
पटना के अधिकतम तापमान में 1.3 डिग्री की वृद्धि होने के साथ 20.0 डिग्री सेल्सियस अधिकातम तापमान दर्ज किया गया, जबकि 25.9 डिग्री सेल्सियस के साथ मधुबनी में सर्वाधिक अधिकतम तापमान दर्ज किया गया।
पटना समेत 19 जिलों के न्यूनतम तापमान में भी वृद्धि दर्ज की गई। पटना का न्यूनतम तापमान 9.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि 5.0 डिग्री सेल्सियस के साथ डेहरी रोहतास सबसे ठंडा रहा।
मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार, अगले दो दिनों तक मौसम सामान्य बना रहेगा। सुबह के समय उत्तर-पूर्व व दक्षिण-पूर्व भागों के अधिसंख्य जिलों में घना कोहरा, जबकि पटना सहित शेष जिलों में हल्का कोहरा छाए रहने की संभावना है। पुरवा के प्रवाह से दिन के तापमान में वृद्धि होने के साथ ठंड व कनकनी का प्रभाव कम रहेगा।
12 जनवरी को दक्षिण पश्चिम भागों के बक्सर, भोजपुर, रोहतास, भभुआ, औरंगाबाद, अरवल के कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा की संभावना है। जबकि, शेष जिलों में आंशिक रूप से बादलों की आवाजाही बनी रहने से मौसम सामान्य बना रहेगा।
10 डिग्री के नीचे शहरों का तापमान
- पटना- 9.8 डिग्री सेल्सियस
- किशनगंज- 9.4 डिग्री सेल्सियस
- छपरा- 8.8 डिग्री सेल्सियस
- मुंगेर- 8.8 डिग्री सेल्सियस
- भागलपुर- 8.5 डिग्री सेल्सियस
- पूर्णिया- 8.3 डिग्री सेल्सियस
- मधुबनी- 8.3 डिग्री सेल्सियस
- शेखपुरा- 8.3 डिग्री सेल्सियस
- दरभंगा-8.2 डिग्री सेल्सियस
सात डिग्री से नीचे शहरों का तापमान
- वैशाली 6.8 डिग्री सेल्सियस
- राजगीर 6.8 डिग्री सेल्सियस
- बांका 5.7 डिग्री सेल्सियस
- पूसा 5.4 डिग्री सेल्सियस
- जमुई 5.3 डिग्री सेल्सियस
कोहरे की वजह से हादसे का शिकार हो रहे लोग
कोहरा छाते ही रात और सुबह में सड़क दुर्घटनाएं बढ़ गई हैं। दो दिन पहले बख्तियारपुर में फोरलेन पर खड़े हाइवा को कार ने पीछे से टक्कर मार दी थी, जिसमें चालक समेत दो युवकों की मौत हो गई।
इसके पहले धुंध के कारण ट्रेलर चालक को बड़ा गड्ढा नहीं दिखा और चक्का पड़ते ही छड़ लदा ट्रेलर पलट गया। इससे कई दुकानें क्षतिग्रस्त हो गईं।शुक्रवार की सुबह पटना-डोभी फोरलेन पर भी हादसे में दो युवकों की जान चली गई। इन सबके पीछे का कारण तेज रफ्तार बताया जा रहा है।
कोहरे में जहां दस कदम आगे तक की दृश्यता नहीं होती, वहां चालक गति पर लगाम लगाना जरूरी नहीं समझते। अंदाज लगाकर फर्राटा भरते रहते हैं, जो जानलेवा साबित होता है।
ओवरस्पीड से जाती है अधिक जान
ओवरस्पीड यानी तेज गति की वजह से पटना में सबसे अधिक सड़क दुर्घटनाएं होती हैं। वर्ष 2023 के आंकड़े बताते हैं कि राज्य भर में सड़क हादसों में 10 हजार लोगों ने जान गंवाई, जिसमें पटना में 824 लोग थे। वहीं, 343 लोग दोबारा वाहन चलाने लायक नहीं रहे, वे दिव्यांग हो गए।

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