Bihar Weather Today: बिहार में महाशिवरात्रि पर बिगड़ने वाला है मौसम, 20 जिलों के लोग रहें सावधान
Bihar Weather बिहार में महाशिवरात्रि के अवसर पर बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। 20 जिलों के लोगों को सावधान रहने के लिए कहा गया है। अगले 24 घंटे में इन जिलों में बारिश और बिजली गिरने का अलर्ट जारी किया गया है। श्रद्धालुओं के लिए यह बारिश शुभ मानी जा रही है। वहीं इस बारिश से अगले 24 घंटे में तापमान में गिरावट देखी जा सकती है।

जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather News: बिहार में महाशिवरात्रि के अवसर पर मौसम बिगड़ने का अलर्ट जारी किया गया है। 20 जिलों के लोगों को सावधान रहने के लिए कहा गया है। वहीं श्रद्धालु के यह बारिश शुभ मानी जा रही है। कुछ जगहों पर बिजली गिरने का भी अलर्ट जारी किया गया है।
अगले 24 घंटे में 20 जिलों में बारिश का अलर्ट
पूर्वोत्तर असाम व इसके आसपास चक्रवाती परिसंचरण का क्षेत्र बना हुआ है। इनके प्रभाव से अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर पश्चिम भागों के पूर्वी व पश्चिम चंपारण, सीवान, सारण, गोपालगंज, उत्तर पूर्व भागों के सुपौल, अररिया, किशनगंज, मधेपुरा, सहरसा, पूर्णिया, कटिहार व दक्षिण पश्चिम भाग के बक्सर, रोहतास , भभुआ, रोहतास, अरवल के एक या दो स्थानों पर हल्की वर्षा संभव है।
पटना सहित शेष भागों में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे
पटना सहित शेष भागों का मौसम शुष्क बने होने के साथ कुछ स्थानों पर आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे। जबकि एक मार्च को पटना समेत दक्षिणी भागों में हल्की वर्षा के आसार है। मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार तीन से चार दिनों के दौरान तापमान में दो से चार डिग्री की वृद्धि की संभावना है।
प्रदेश का अधिकतम तापमान 26-29.8 डिग्री सेल्सियस के बीच जबकि न्यूनतम तापमान 11.5 डिग्री सेल्यियस से 18.7 डिग्री सेल्सियस के बीच बना रहा। पटना का न्यूनतम तापमान 16.6 डिग्री सेल्सियस जबकि 11.5 डिग्री सेल्सियस के साथ बांका व अगवानपुर सहरसा में सबसे कम न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया।
पटना का अधिकतम तापमान 28.4 डिग्री सेल्सियस व 30.5 डिग्री सेल्सियस के साथ खगड़िया में सर्वाधिक अधिकतम तापमान दर्ज किया गया।
पटना व आसपास इलाकों में आंशिक रूप से बादल छाए रहने के साथ मौस्म आमतौर पर सामान्य बना रहा। सुबह-शाम हल्की ठंड का प्रभाव बना रहेगा।
मौसम की बेरुखी का पैदावार पर पड़ रहा असर
किसानो की आय दोगुना करने के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे लाख प्रयास के बाद भी किसान अपनी सीमित संसाधन एवं मौसम के भरोसे खेती करने को बाध्य है । कड़ी मेहनत एवं मोटी रकम खर्च करने के बाद तैयार हो रही रबी फसल को मौसम की बेरुखी बर्वाद कर रही है।
बची खुची फसल को जंगली जानवर बर्बाद कर दे रहे हैं। आलू की फसल को पूर्ण रूप से तैयार होने के पहले ही सैकड़ो की संख्या मे झुंड बना कर आ रहे बंदर उखाड़ कर बर्बाद कर दे रहे है जिससे आय दोगुना होने की उम्मीद पाले बैठे किसानो को अपनी पूंजी भी निकलना मुश्किल हो रहा है । ऐसे में किसानो को फसल की हानि के साथ ही कर्ज मे डूबने की चिंता सताने लगी है।
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