Bihar Rain Alert: बिहार में मौसम का रौद्र रूप, इन 10 जिलों में भारी बारिश के आसार; IMD ने जारी किया अलर्ट
बिहार के मौसम में गुरुवार को अचानक बदलाव देखने को मिला। आंधी-तूफान के साथ हुई तेज बारिश में कई इलाकों में पानी भर गया। वहीं दूसरी और कई लोगों की मौत हो गई। प्रदेश में आज भी मौसम ऐसा ही बने रहने के आसार हैं। ऐसे में मौसम विभाग द्वारा लोगों से सावधान रहने की अपील भी की गई है।
जागरण संवाददाता, पटना। प्रदेश में बुधवार से ही मौसम ने अचानक करवट ली है। अप्रैल में गर्मी से हो रही परेशानी पर मेघ की फुहार से लोगों को को राहत मिली। गुरुवार को पटना सहित, मुजफ्फरपुर, बेतिया, पूर्णिया, वैशाली समेत विभिन्न जिलों में कई स्थानों पर तेज हवा के साथ वर्षा हुई। कुछ स्थानों पर झमाझम तो कुछ जगहों पर हल्की वर्षा हुई।
किसानों को नुकसान
मौसम में बदलाव के कारण जहां लोगों को गर्मी से राहत मिली है तो खेती किसानी को नुकसान है। रबी की तैयार फसल बर्बाद होने का खतरा है। हालांकि, किसानों के लिए इस समय की वर्षा नुकसान देने वाली है। तेज हवा के कारण आम और लीची की फसल को भी नुकसान होगा।
10 जिलों में बारिश के आसार
इसी बीच मौसम विज्ञान केंद्र पटना ने अगले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के 10 जिलों के किशनगंज, अररिया, सुपौल, मधुबनी, सीतामढ़ी, शिवहर, पूर्णिया, कटिहार, पूर्वी चंपारण एवं पश्चिम चंपारण जिलों में मेघ गर्जन, वज्रपात व 40-50 किमी प्रतिघंटा की गति से हवा चलने की संभावना है। इसके कारण इन जिलों में औरेंज अलर्ट जारी किया गया।
पटना सहित प्रदेश के अन्य जिलों में 30-40 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चलने के साथ मेघ गर्जन, वज्रपात व हल्की वर्षा को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया। इसी प्रकार का मौसम 14 अप्रैल तक बने रहने की संभावना है।
गुरुवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 32.2 डिग्री सेल्सियस जबकि 35.8 डिग्री सेल्सियस के साथ गया में सर्वाधिक अधिकतम तापमान दर्ज किया गया। गुरुवार को पटना सहित सभी जिलों के अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है।
आज के मौसम का हाल
शहर | अधिकतम तापमान (डिग्री सेल्सियस में) | न्यूनतम तापमान (डिग्री सेल्सियस में) |
पटना | 34 | 25 |
भागलपुर | 33 | 25 |
मुजफ्फरपुर |
तेज वर्षा से रबी फसलों को नुकसान की आशंका
भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान का पूर्वी अनुसंधान संस्थान, पटना के निदेशक डॉ. अनुप दास ने कहा कि गुरुवार को तेज हवा के साथ काफी वर्षा हुई है। इससे रबी के फसलों को काफी नुकसान हुआ है। विशेषकर गेहूं के फसलों को ज्यादा नुकसान हुआ है।
गेहूं की जो फसल काटकर रखी हुई थी उसे ज्यादा नुकसान पहुंचा है। कुछ पौधे तेज हवा के कारण गिरे भी है। पहली वर्षा इतनी तेज हुई है कि खेत में हार्वेस्टर मशीन ले जाना भी अब मुश्किल होगा। शुक्रवार को यदि वर्षा नहीं होती है तो किसानों को थोड़ी राहत मिलेगी।
रबी की ज्यादातर फसलें कट गई हैं। मूंग को भी बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचा है। जो फसल लगी है उसमें पानी जमने से सड़ने का डर है। आकलन के बाद ही पता चल पाएगा कितना नुकसान हुआ है।
आंधी और वर्षा से एक दर्जन से अधिक फीडर पांच घंटे रहे बंद
तेज हवा के साथ वर्षा से राजधानी की बिजली आपूर्ति व्यवस्था चरमरा गई। एक दर्जन से अधिक 11 केवी के फीडर चार से पांच घंटे तक बंद रहे। दानापुर-खगौल, पटना सिटी सबसे अधिक प्रभावित रहा। राजीव नगर, इंद्रपुरी, केसरी नगर में भी चार घंटे से अधिक देर तक बिजली आपूर्ति बंद रही।
तेज हवा में कई स्थानों पर पेड़ गिर गए। अधिकांश स्थानों पर बैनर-पोस्टर 11 केवी फीडर को शार्ट करा दिया। रात नौ बजे के बाद अधिकांश क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति सामान्य हो पाई। बहादुरपुर हाउसिंग कालोनी में रात 8.30 बजे के बाद आपूर्ति चहाल हुई। पश्चिम बोरिंग कैनाल रोड, आनंदपुरी के निवासी देर शाम तक बिजली आने का इंतजार करते रहे।
मौर्यलोक पीजी टू फीडर, बैरिया, खगौल, दानापुर, मीनाबाजार, झांईंचक, नवरतनपुर, अर्पणा बैंक, आरपीएस मोड़, एसके नगर, कंकड़बाग, हुमाननगर सहित कई मोहल्लों में घंटों बिजली आपूर्ति बंद रही।
वर्षा शुरू होते ही शहर के अधिकांश क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बंद हो गई। 11 केवी और 11 केवी के फीडर बंद हो गया। 33 केवी के अधिकांश फीडर भूमिगत रहने के कारण बाधित नहीं हुआ।
11 केवी के 50 से अधिक फीडर एक घंटे से अधिक देर तक बंद रहे। वर्षा बंद होते ही अभियंताओं की टीम क्षेत्र में निकल गई। बिजली आपूर्ति बहाल करने की प्रक्रिया शुरू हो गई। पटना विद्युत आपूर्ति प्रतिष्ठान के महाप्रबंधक श्रीराम सिंह ने बताया कि आंधी के साथ वर्षा होने के कारण बैनर-पोस्टर उड़कर बिजली के तार पर आ गया। इस कारण फाल्ट आ गया।
फ्यूजकाल सेंटर में दो हजार से अधिक दर्ज हुई शिकायतें
फ्यूजकाल सेंटर में गुरुवार को दो हजार से अधिक बिजली कटने की शिकायतें दर्ज हुई। फ्यूजकाल सेंटर में तैनात कामगार देर रात तक बिजली आपूर्ति बहाल करते रहे। देर शाम तक फ्यूजकाल सेंटरों में फोन की घटिया पनपनाती रही। अभियंता फ्यूजकाल में दर्ज शिकायती की निगरानी करते रहे।
भभुआ: तेज बारिश के बाद लोगों को गर्मी से मिली राहत
जिले में गुरुवार की दोपहर में अचानक आई तेज आंधी व हल्की बारिश से मौसम सुहाना हो गया। इसके चलते लोगों को गर्मी से काफी राहत मिली। बिजली आपूर्ति बाधित रहने के बाद भी लोगों को गर्मी का एहसास नहीं हुआ। देर शाम तक तापमान में कुछ गिरावट रही।
बता दें कि गुरुवार की दोपहर में आई आंधी के चलते बिजली आपूर्ति बाधित हो गई। लगभग 30 मिनट तक तेज आंधी रहने के चलते बिजली आपूर्ति बाधित रही है। आंधी के कुछ कम होने पर बिजली आपूर्ति शुरू की गई, लेकिन हवा तेज रहने के कारण बार-बार बिजली आपूर्ति बंद कर दी गई।
नवादा: अगले 24 घंटे मौसम पर रखनी होगी नजर
नवादा में गुरुवार को दोपहर बाद जबरदस्त आंधी-पानी का असर रहा। देखते-देखते दिन में अंधेरा छा गया और तेज आंधी के बाद पानी बरसने लगा। लोगों ने घर-दुकान में शरण ली। आंधी की प्रबलता से लोगों में भय बना रहा। करीब आधे से पौन घंटे की बारिश में पूरा नगर अस्त-व्यस्त हो गया।
जब पानी बरसना बंद हुआ तो स्थिति दयनीय नजर आई, नगर में कई जगह जलजमाव हो गया। अचानक से बदले मौसम में न्यूनतम और अधिकतम तापमान में आठ से नौ डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। दिन की शुरुआत में न्यूनतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा तो अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस तक आ पहुंचा है।
24 घंटे में बारिश होने की संभावना
मौसम विज्ञान केन्द्र, पटना ने अगले 24 घंटें में 40-50 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से झोंके चलने और मेघगर्जन के साथ बारिश होनी की संभावना व्यक्त की है। ऐसे में नागरिकों को विशेष चौकसी बरतने होगी।
गुरुवार को आए आंधी-पानी से फसलों को भारी क्षति पहुंची है। कटे हुए गेंहू खेतों और खलिहानों में पड़े थे। किसानों की आमदनी पर मौसम का मार पड़ा है। लोग स्तब्ध है।
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