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    बिहार में 2030 तक ट्रेन संचालन क्षमता होगी दोगुनी, पटना में 95 करोड़ का नया टर्मिनल; इन शहरों में आधुनिक सुविधाएं

    Updated: Sat, 27 Dec 2025 10:20 PM (IST)

    रेलवे ने अगले पांच वर्षों में प्रमुख शहरों में ट्रेन संचालन क्षमता दोगुनी करने की योजना बनाई है, जिसमें पूर्व मध्य रेल के पटना, गया, डीडीयू, मुजफ्फरपु ...और पढ़ें

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    जागरण संवाददाता, पटना। यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए रेलवे ने पांच वर्षों में देश के प्रमुख शहरों में रेल गाड़ियों की संचालन क्षमता को दोगुना करने की व्यापक योजना तैयार की है। इस महत्वाकांक्षी योजना में पूर्व मध्य रेल के पटना, गयाजी, पंडित दीन दयाल उपाध्याय (डीडीयू), मुजफ्फरपुर और दरभंगा जैसे प्रमुख शहरों को शामिल किया गया है।

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    रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि कोचिंग टर्मिनलों का विस्तार, आधारभूत संरचना का सुदृढ़ीकरण और परिचालन क्षमता में वृद्धि कर यात्रियों की बढ़ती मांग को पूरा किया जाएगा। सीपीआरओ सरस्वती चन्द्र ने बताया कि पटना जंक्शन के समीप हार्डिंग पार्क में 95 करोड़ रुपये की लागत से पांच टर्मिनल प्लेटफार्म का निर्माण किया जा रहा है, जिसका शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 30 मई 2025 को किया था।

    इसके पूरा होने से पटना जंक्शन पर ट्रेनों का दबाव कम होगा, बेहतर शिड्यूलिंग संभव होगी और यात्रियों की भीड़ में कमी आएगी। नए टर्मिनल को मेट्रो रेल, सड़क मार्ग और मल्टी मॉडल हब से सीधे जोड़ा जाएगा, जिससे यात्रियों को जाम से राहत मिलेगी।

    400 किलोमीटर लंबी तीसरी और चौथी रेल लाइन का निर्माण

    रेलवे की योजना के तहत वर्ष 2030 तक रेल संचालन क्षमता को दोगुना करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए मौजूदा टर्मिनलों पर अतिरिक्त प्लेटफार्म, स्टेबलिंग लाइन, पिट लाइन और शंटिंग सुविधाओं का विकास किया जाएगा। साथ ही शहरी क्षेत्रों में नए टर्मिनलों की पहचान और निर्माण, मेगा कोचिंग कॉम्प्लेक्स तथा रखरखाव सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा। सिग्नलिंग उन्नयन, मल्टीट्रैकिंग और यातायात सुविधा कार्यों के माध्यम से अनुभागीय क्षमता भी बढ़ाई जाएगी।

    इसके अलावा पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन से झाझा के बीच लगभग 400 किलोमीटर लंबी तीसरी और चौथी रेल लाइन का निर्माण 17 हजार करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा। यह परियोजना चरणबद्ध तरीके से शुरू होगी और इसके पूरा होने से यात्री व माल गाड़ियों का परिचालन अधिक सुगम होगा। इससे औद्योगिकीकरण को भी बढ़ावा मिलेगा।

    गया, मुजफ्फरपुर व दरभंगा स्टेशनों पर बढ़ेंगी सुविधाएं

    गया जंक्शन अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पुनर्विकास की ओर बढ़ रहा है। यहां मल्टीट्रैकिंग, आटोमैटिक ब्लाक सिग्नलिंग और स्वदेशी ‘कवच’ ट्रेन सुरक्षा प्रणाली से यात्रा अधिक सुरक्षित बनेगी। वहीं, डीडीयू जंक्शन पर यार्ड रिमाडलिंग, नई लाइनें और रूट रिले इंटरलाकिंग जैसे कार्य दिल्ली–हावड़ा जैसे व्यस्त मार्गों पर अधिक ट्रेनों के संचालन को संभव बनाएंगे।

    मुजफ्फरपुर और दरभंगा स्टेशनों पर भी अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत आधुनिक यात्री सुविधाओं, पार्किंग, दिव्यांग अनुकूल व्यवस्थाओं और सुंदरीकरण से जुड़े कार्य किए जा रहे हैं। कुल मिलाकर यह योजना पूर्व मध्य रेल क्षेत्र में रेल कनेक्टिविटी को मजबूत करने और यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधाएं देने की दिशा में बड़ा कदम मानी जा रही है।