बिहार में 60 हजार से अधिक शिक्षकों को चाहिए ट्रांसफर, शिक्षा विभाग तक पहुंचा आवेदन; सामने आई बड़ी वजह
विशेष समस्या के कारण स्थानांतरण के लिए 60205 शिक्षकों ने दस दिनों में आवेदन किया है। इनमें 50293 शिक्षकों ने घर से दूरी होने के कारण आवेदन किया है जबक ...और पढ़ें

राज्य ब्यूरो, पटना। विशेष समस्या के कारण स्थानातंरण के लिए इच्छुक 60,205 शिक्षकों ने दस दिनों में आवेदन किया है। इनमें सर्वाधिक 50,293 ऐसे शिक्षक हैं जिन्होंने घर से दूरी होने के कारण स्थानातंरण हेतु आवेदन किया है।
5,500 शिक्षकों ने पति या पत्नी के पदस्थापन को आधार बनाकर आवेदन दिया है ताकि दंपत्ति शिक्षकों की नई पोस्टिंग समीप में हो सके।
शिक्षा विभाग ने राज्य के सरकारी विद्यालयों (प्रारंभिक, माध्यमिक व उच्च माध्यमिक) में कार्यरत ऐसे शिक्षक/शिक्षिका, जो विशेष समस्या के कारण स्थानांतरण के लिए इच्छुक हैं, उनके ऐच्छिक स्थानांतरण के लिए ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन 15 दिसंबर मांगा है।
शिक्षा विभाग के मुताबिक दस दिसंबर तक गंभीर बीमारी से ग्रसित 290 शिक्षक, कैंसर से ग्रसित 271 शिक्षक, दिव्यांगता, आटिज्म और मानसिक बीमारी 481 शिक्षक, 416 विधवा और परित्यक्ता शिक्षक के आवेदन स्थानातंरण के लिए प्राप्त हुए हैं।
बीपीएससी प्रधान शिक्षकों के लिए प्रमाण पत्रों की हुई जांच
- समस्तीपुर में बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित प्रधान शिक्षक परीक्षा में सफल शिक्षकों की काउंसिलिंग प्रक्रिया सोमवार से राम निरीक्षण आत्मा राम महाविद्यालय में शुरू हो गई।
- काउंसिलिंग सुबह 9 बजे से शुरू हुई। महाविद्यालय में सुबह 8 बजे से ही शिक्षकों के पहुंचने का सिलसिला जारी हो गया।
- महाविद्यालय के हाल में पांच काउंटर बनाए गए थे। इस पर शिक्षकों को लाइन में लगाकर काउंसलिंग कराई गई। पहले दिन 350 में 326 शिक्षकों की काउंसिलिंग हुई। जिला शिक्षा पदाधिकारी कामेश्वर प्रसाद गुप्ता स्वयं मानिटरिंग कर रहे थे।
- काउंसिलिंग कार्य के सफल संचालन के लिए नोडल पदाधिकारी के रूप में तैनात जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) कुमार सत्यम मुस्तैद रहे। डीईओ ने बताया कि सोमवार से काउंसिलिंग प्रक्रिया शुरू हुई।
- काउंटर पर पहुंचने से पहले बायोमिट्रिक के माध्यम से शिक्षकों की उपस्थिति बनाई गई। शिक्षकों को निर्धारित स्लाट के आधार पर काउंटर पर भेजा जा रहा था।
आधार कार्ड, थंब इंप्रेशन से हुई पहचान
बिहार लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित बिहार प्रारंभिक विद्यालय प्रधान शिक्षक नियुक्ति में सफल हुए अभ्यर्थियों के काउंसिलिंग के लिए प्रमाण पत्रों की जांच की गई।
इससे पहले शिक्षकों की थंब इंप्रेशन हुई। शिक्षकों की पहचान उनके आधार कार्ड, थंब इंप्रेशन और फोटो से की गई। इसके बाद स्लाट के अनुसार काउंटर पर आनलाइन उपस्थिति ली गई। प्रमाण पत्र की जांच के उपरांत मोबाइल पर ओटीपी भेजा गया। इससे अभ्यर्थी की पहचान कर काउंसिलिंग की प्रक्रिया पूर्ण हुई।
सुबह से मौजूद रहे अधिकारी, दोपहर बाद दिखी अव्यवस्था
काउंसिलिंग स्थल पर प्रमाण पत्र वेरिफिकेशन कराने पहुंचे शिक्षकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। शिक्षा विभाग के अधिकारी सुबह से ही काउंसिलिंग प्रक्रिया में मौजूद रहे। नाम नहीं छापने की शर्त पर महिला शिक्षिका ने बताया कि आधार वेरीफिकेशन में काफी समय लगाया गया। ऑपरेटर बार-बार जगह बदल रहा था। इसको लेकर काफी देर तक लाइन में लगे रहना पड़ा।
काउंसलिंग में इन प्रमाण पत्रों की हुई जांच
अभ्यर्थियों को प्रमाण पत्र सत्यापन के दौरान बीपीएससी की प्रधान शिक्षक नियुक्ति परीक्षा 2024 के एडमिट कार्ड की ओरिजनल और सेल्फ अटेस्टेड कापी, आधार कार्ड की ओरिजनल और कापी, सभी शैक्षणिक प्रमाण पत्रों और आयोग के वेबसाइट पर अपलोड प्रमाण पत्रों की कापी होना आवश्यक है।
वेबसाइट से अपलोड प्रमाण पत्र जिसमें बीपीएससी का वाटरमार्क लगा हो यह भी लाना जरूरी है। दूसरी तरफ, जिला शिक्षा अधिकारी की तरफ से जारी आठ सालों का शिक्षण अनुभव का प्रमाण पत्र, परीक्षा के समय दी गई तस्वीर की तीन पासपोर्ट साइज कापी, पैन कार्ड की सेल्फ अटेस्टेड कापी लेकर आना है।
बायोमेट्रिक सत्यापन के लिए तैनात रहे कर्मी
प्रधान शिक्षक पद की काउंसलिंग हेतु उपस्थिति दर्ज करने के लिए डाटा इंट्री आपरेटर शिव कुमार, सत्यापन कार्य हेतु प्रखंड साधनसेवी (मध्याह्न भोजन योजना) सरायरंजन गांधी राय एवं नोडल पर्यवेक्षक के रूप में उजियारपुर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी नागेंद्र कुमार को प्रतिनियुक्त किया गया है।
बायोमेट्रिक और आधार सत्यापन के लिए सरायरंजन डाटा इंट्री आपरेटर आदित्य कुमार, बिहार शिक्षा परियोजना कार्यक्रम सहायक मो. शफीक और नोडल पर्यवेक्षक जिला परियोजना प्रबंधक नीलमणि कुमार को तैनात किया गया है।
प्रत्येक काउंटर के स्लाट में 14 शिक्षक थे आवंटित
- काउंसिलिंग स्थल पर पांच काउंटर बनाया गया था।
- प्रत्येक काउंटर पर पांच टाइम स्लाट निर्धारित किया गया था।
- इसमें प्रत्येक स्लाट में 14 शिक्षक की उपस्थिति के लिए सूची जारी की गई थी।
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