Smart Meter: ऊर्जा मंत्री ने दी लोगों को भ्रांतियों से दूर रहने की सलाह, स्मार्ट प्रीपेड मीटर से जुड़ा है मामला
बिहार में स्मार्ट प्रीपेड मीटर को लेकर अलग-अलग तरह की खबरें सामने आ रही हैं। विपक्ष मीटर में गड़बड़ी का आरोप लगा रहा है तो वहीं सत्ता पक्ष के लोग इसे सिरे से खारिज कर रहे हैं। शुक्रवार को सदन में स्मार्ट प्रीपेड मीटर को लेकर हंगामा हुआ जिसके बाद अब इस पूरे मामले में ऊर्जा मंत्री ने भांतियों से दूर रहने की सलाह दी है।

राज्य ब्यूरो, पटना। ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने शुक्रवार को कहा कि लोग स्मार्ट प्रीपेड मीटर की भ्रांतियों से दूर रहें। यह उपभोक्ताओं के हित में है। बिजली उपभोक्ताओं को सटीक व पारदर्शी सेवा प्रदान करने के उद्देश्य से राज्य में स्मार्ट प्रीपेड मीटर का व्यापक स्तर पर अधिष्ठापन कराया जा रहा।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि अब तक राज्य में लगभग 56.03 लाख स्मार्ट प्रीपेड मीटर को सफलता पूर्वक लगाया जा चुका है। इनमें 18 लाख मीटर शहरी तथा 38.03 लाख मीटर ग्रामीण क्षेत्र में लगाए जा चुके हैं।
यह प्रक्रिया शहरी क्षेत्रों में शुरू की गई थी, जिसका अब ग्रामीण क्षेत्र मे विस्तारीकरण किया गया है। स्मार्ट प्रीपेड मीटर का अधिष्ठापन पूरी पारदर्शिता के साथ किया गया है।
न्यायालय ने की समीक्षा

स्मार्ट प्रीपेड मीटर की न्यायिक समीक्षा सर्वोच्च न्यायालय तथा पटना उच्च न्यायालय दोनों ने की है। मीटर की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए भारतीय मानक ब्यूरो के मापदंडों आईएसआई 5959, आईएसआई 6444, आईएसआई 3779 के नवीनतम संशोधनों के अनुरूप निर्मित स्मार्ट प्रीपेड मीटर ही लगाए जा रहे हैं।
इसे बनाने वाली कंपनी प्रत्येक मीटर का रूटीन टेस्ट करती है। इसके तहत स्मार्ट प्रीपेड मीटर को इस लिहाज से चेक किया जाता है कि वह सटीक है या नहीं। इस वजह से उपभोक्ताओं व आमजनों की भ्रांति बहुत हद तक दूर हो गई है।
ऊर्जा कंपनी के सीएमडी पंकज कुमार पाल ने कहा कि उपभोक्ताओं की भ्रांतियों को दूर करने के लिए स्मार्ट प्रीपेड मीटर के साथ-साथ कुछ समय के लिए पुराने मीटर को भी तुलनात्मक कार्यप्रणाली देखने के लिए वहां लगाया जा रहा।
सदन में उठा स्मार्ट प्रीपेड मीटर का मुद्दा
विधानसभा के शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन सदन में भागलपुर के विधायक अजीत शर्मा ने स्मार्ट प्रीपेड मीटर का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि 3 बार नवंबर 2023, मई 2024 और अक्टूबर 2024 में प्रीपेड मीटर का सर्वर फेल हो गया।
उपभोक्ताओं को होने वाली परेशानी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर का सर्वर फेल होने की वजह से लोगों को एकमुश्त भारी भरकम बिल चुकाना पड़ा। इस दौरान उन्होंने मीटर टेस्टेड नहीं होने की भी बात कही।
सदन में हुए हंगामे के बाद अब इस पूरे मुद्दे पर ऊर्जा मंत्री की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने सदन में भी विरोध कर रहे विधायकों से कहा था कि कौन से मीटर में खराबी है आप लिखकर दीजिए हम जांच करा लेंगे।

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