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    BPSC School Teacher: तीसरी टीचर भर्ती में चयनित शिक्षकों के लिए खुशखबरी, बांटे गए जिले; इन्हें करना होगा इंतजार

    बीपीएससी ने शुक्रवार को तृतीय अध्यापक नियुक्ति परीक्षा में उत्तीर्ण 64 हजार से ज्यादा शिक्षकों को जिला आवंटित कर दिया है। इन सभी की सूची को वेबसाइट पर भी अपलोड कर दिया गया है। वहीं अभी गणित भौतिक विज्ञान रसायन विज्ञान वनस्पति विज्ञान जंतु विज्ञान के 2342 शिक्षक अभ्यर्थियों को जिला आवंटित नहीं किया गया है। इन्हें अभी इंतजार करना पड़ेगा।

    By Jai Shankar Bihari Edited By: Divya Agnihotri Updated: Sat, 11 Jan 2025 10:49 AM (IST)
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    64 हजार 128 शिक्षक अभ्यर्थियों को जिला आवंटित

    जागरण संवाददाता, पटना। बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) ने शुक्रवार को तृतीय अध्यापक नियुक्ति परीक्षा में उत्तीर्ण अधिसंख्य को जिला आवंटित कर दिया है। प्राथमिक, मध्य, माध्यमिक व उच्च माध्यिमक विद्यालयों के लिए अलग-अलग सूची वेबसाइट पर अपलोड कर दी गई है।

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    इसमें 64 हजार 128 अभ्यर्थी शामिल हैं। शिक्षकों की काउंसलिंग 21 से 30 जनवरी तक होगी।

    • कक्षा एक से पांच तक सामान्य विषय, उर्दू और बांग्ला विषय के लिए 21 हजार 726 शिक्षकों की पोस्टिंग की गई है।
    • कक्षा छह से आठ के लिए अंग्रेजी, हिंदी, उर्दू, संस्कृति, गणित व साइंस, सामाजिक विज्ञान विषय के लिए 16 हजार 942 शिक्षकों की पोस्टिंग की गई है।
    • कक्षा नौ व 10वीं में 173 शिक्षकों की पोस्टिंग की गई है।
    • सामान्य विद्यालयों में कक्षा नौ व 10वीं के अंग्रेजी, हिंदी, उर्दू, बांग्ला, संस्कृत सहित 15 विषयों के लिए 15 हजार 176 शिक्षकों को जिला आवंटित कर दिया गया है।
    • उच्च माध्यमिक के हिंदी, संस्कृत, बांग्ला, पाली, प्राकृत, इतिहास, राजनीति विज्ञान सहित 23 विषयों में 10 हजार 111 शिक्षकों को जिला आवंटित कर दिया गया है।

    इन शिक्षकों के करना होगा इंतजार

    गणित, भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, वनस्पति विज्ञान, जंतु विज्ञान के 2342 शिक्षक अभ्यर्थियों को इंतजार करना होगा। तृतीय अध्यापक नियुक्ति परीक्षा में 78 हजार से अधिक पदों के लिए आवेदन स्वीकार किए गए थे।

    प्रारंभिक शिक्षकों के शिक्षण में सुधार को डायट में नया कोर्स लागू

    नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 के प्रवधानों के आलोक में प्रारंभिक विद्यालयों के शिक्षकों के शिक्षण में सुधार लाने और कौशल विकास हेतु बिहार सरकार ने एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है।

    अप्रैल से विद्यालयों में नए सत्र शुरू होने से पहले प्रारंभिक शिक्षकों को विशेष प्रशिक्षण के उद्देश्य से राज्य के सभी 33 जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों (डायट) में विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम पाठ्यक्रम को शुरू किया है।

    इसमें शिक्षकों को बच्चों को पढ़ाने के बारे में कौशल प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण पाने वाले शिक्षक मेंटर बनेंगे और दूसरे शिक्षकों को प्रोत्साहित करेंगे। इस पाठ्यक्रम में प्राथमिक शिक्षा निदेशालय ने सभी शिक्षकों के लिए प्रशिक्षण अनिवार्य कर दिया है।

    निदेशालय के मुताबिक, दीक्षा प्लेटफार्म पर शैक्षणिक सत्र 2024-25 के दूसरे चरण में प्रारंभिक विद्यालयों के लिए उनकी आवश्यकताओं पर आधारित पाठ्यक्रम तैयार किया गया है। इसमें प्रशिक्षण पाने वाले शिक्षकों को शिक्षण कार्य के नये अनुभव प्राप्त होंगे।

    प्रत्येक डायट ने पाठ्यक्रम की विषय-वस्तु को लैब स्कूल की तरह तैयार किया है। साथ ही विद्यालय के शिक्षकों के साथ पायलट किया और शिक्षकों से प्राप्त सुझावों के आधार पर इसे और अधिक प्रासंगिक व उपयोगी बनाया है।

    पिछले चरण में पाठ्यक्रम की पहुंच से जुड़ी चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए इस बार डायट ने जिला और प्रखंड स्तर के मुख्य हितधारकों की उपस्थिति में उन्मुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन भी किया है।

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