Bihar Politics: भाजपा बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के प्रदेश पदाधिकारियों की सूची घोषित, इन नेताओं को मिली जिम्मेदारी
बिहार भाजपा बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक उदय सिंह ने शुक्रवार को प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों की सूची घोषित कर दी है। 21 सदस्यीय प्रदेश पदाधिकारियों में की सूची अरविंद ठाकुर राम नारायण सिंह एवं राम निवास कुमार को सह संयोजक मनोनीत गया है। वहीं सुजीत मिश्र को मुख्यालय प्रभारी दीपक यादव को कोषाध्यक्ष बनाया है। इसके अलावा अन्य को सदस्य मनानीत किया है।

राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार भाजपा बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक उदय सिंह ने शुक्रवार को प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों की सूची घोषित कर दी है। 21 सदस्यीय प्रदेश पदाधिकारियों में की सूची अरविंद ठाकुर, राम नारायण सिंह एवं राम निवास कुमार को सह संयोजक मनोनीत गया है।
वहीं, सुजीत मिश्र को मुख्यालय प्रभारी, दीपक यादव को कोषाध्यक्ष बनाया है। इसके अलावा अन्य को सदस्य मनानीत किया है।
भाजपा विधि प्रकोष्ठ में प्रदेश पदाधिकारी मनोनीत
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी व भाजपा के प्रदेश संगठन महामंत्री भीखू भाई दलसानिया के निर्देशानुसार भाजपा विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश पदाधिकारियों की घोषणा प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक बिंध्याचल राय ने शुक्रवार को कर दी।
सूची में मनोज कुमार सिंह, अशोक कुमार सिंह, भोला कुमार मंडल, सत्येंद्र झा, रविंद्र राय, संजय राम व जय शंकर चौधरी को प्रकोष्ठ का सह संयोजक मनोनीत किया गया है। कृष्ण मुरारी प्रसाद को कोष प्रमुख तथा संजीव कुमार सिन्हा को सह कोष प्रमुख।
प्रकोष्ठ का प्रदेश मीडिया प्रभारी मुकेश कुमार तथा सह मीडिया प्रभारी अमित प्रकाश श्रीवास्तव व विजेता विजय वर्धन को बनाया गया है। आईटी और सोशल मीडिया विभाग में मितेश मगध को मीडिया प्रभारी एवं चंदन कुमार सिंह को सह प्रभारी बनाया गया है
लखीसराय नरसंहार के मुख्य अभियुक्त की गिरफ्तारी न होना दुर्भाग्यपूर्ण : विजय सिन्हा
भाजपा विधानमंडल दल के नेता विजय सिन्हा ने अपने सरकारी आवास पर जनकल्याण संवाद के पश्चात प्रेसवार्ता में कहा कि 18 दिन बीत जाने के बाद भी लखीसराय नरसंहार के मुख्य अभियुक्त को भगाने वाले अरविंद पासवान पर ना तो प्राथमिकी दर्ज की गई और ना ही उनकी गिरफ्तारी हुई है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। मुख्य अभियुक्त आशीष चौधरी अभी भी फरार है।
प्रेसवार्ता में लखीसराय कांड में मारे गए चन्दन झा की पत्नी मेधा कुमारी ने पत्रकारों को बताया कि अरविंद पासवान एवं अशोक मोदी को गोली चलाने के बाद आशीष चौधरी को भगाते हुए देखा था। जमीन हड़पने की नीयत से यह घटना हुई है।
उनकी मांग थी कि आशीष चौधरी को पकड़ने के लिए राज्यव्यापी अभियान चलाया जाए। यदि उसे नहीं पकड़ा गया तो वे तथा परिवार के बचे सदस्य भी आत्मदाह कर लेंगे। मेधा ने लखीसराय नरसंहार पर संज्ञान लेने की मुख्यमंत्री से भी मांग की।
उन्होंने कहा कि आपदा की तरह ही इस घटना को मानते हुए पीड़ित परिवार को मुआवजा और सरकारी नौकरी दी जाए। पूर्व में मुख्यमंत्री लालू यादव के समय लखीसराय नरसंहार में मुआवजा और सरकारी नौकरी दी गई थी।
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