Bihar Politics: पत्नी-बेटी और बेटे को चाहिए टिकट, जदयू में सामने आए आधा दर्जन प्रत्याशी
बिहार जदयू में परिवारवाद की राजनीति गरमाई हुई है। कई नेताओं के परिजन विधानसभा टिकट के लिए दावेदारी पेश कर रहे हैं। हरनौत से संजय कुमार सिंह की पत्नी पुपरी से शाहिद अली खान की बेटी इकरा अली शिवहर से आनंद मोहन के बेटे चेतन आनंद महुआ से इलियास हुसैन की बेटी आस्मां परवीन और इस्लामपुर से राजीव रंजन के बेटे टिकट की दौड़ में हैं।

भुवनेश्वर वात्स्यायन, पटना। पत्नी, पुत्री और पुत्र भी विधानसभा टिकट की चाह रखने वालों में हो गए हैं। जदयू में आधा दर्जन से अधिक ऐसे प्रत्याशियों के संभावित नाम अब खुलकर सामने आ गए हैं। इनकी सक्रियता भी खूब दिख रही। दिलचस्प बात यह है कि एनडीए में अभी यह बात साफ तौर पर सामने नहीं आई है कि कौन-सी सीट किस घटक दल के खाते में जाएगी।
हरनौत सीट से विधान पार्षद संजय कुमार सिंह उर्फ गांधी जी की पत्नी की चर्चा
नालंदा जिले में यह चर्चा आम है कि हरनौत विधानसभा क्षेत्र से इस बार जदयू विधान पार्षद संजय कुमार सिंह उर्फ गांधी जी की पत्नी जदयू की टिकट पर चुनाव में आ सकती है। लंबी अवधि से हरिनारायण सिंह यहां से जदयू की टिकट पर जीतते रहे हैं।
उम्र अधिक होने की वजह से संभवत: इस बार वह चुनाव में न जाएं। वैसे अभी तक आधिकारिक तौर पर इस मामले में कोई वक्तव्य नहीं आया है।
दिवंगत शाहिद अली खान की पुत्री इकरा अली को पुपरी से टिकट संभव
पूर्व मंत्री शाहिद अली खान की पुत्री इकरा अली को जदयू इस बार पुपरी विधान सभा क्षेत्र से अपना प्रत्याशी बना सकता है। पिछले वर्ष अक्टूबर में जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष ने इकरा अली को जदयू की सदस्यता दिलायी थी। पुपरी विधानसभा क्षेत्र से शाहिद अली खान जीतते थे। इकरा अली ने हाल ही में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भेंट भी की थी।
आनंद मोहन के पुत्र चेतन आनंद का शिवहर से टिकट पक्का माना जा रहा
शिवहर विधानसभा क्षेत्र के विधायक चेतन आनंद ने 2020 का चुनाव वहां से राजद की टिकट पर लड़ा था पर बाद में अविश्वास प्रस्ताव के समय वह एनडीए के खेमे में चले आए। शिवहर सीट एनडीए में पिछली बार सीट समझौते के तहत जदयू के पास थी। इसलिए यह तय है कि शिवहर से जदयू उन्हें अपना उम्मीदवार बनाएगा।
इलियास हुसैन की पुत्री आस्मां परवीन का नाम फिर चर्चा में
राजद के शासनकाल में मंत्री रहे इलियास हुसैन की पुत्री ने 2020 का विधानसभा चुनाव जदयू की टिकट पर महुआ से लड़ा था पर उन्हें सफलता नहीं मिली थी। उनके बारे मे धारणा यह थी कि मुस्लिम व यादव दोनों उन्हें वोट करेंगे। उन्होंने यादव जाति के युवक से शादी कर रखी है। इस बार भी टिकट के दावेदारों में उनकी चर्चा है।
डॉ. अशोक राम के पुत्र अतिरेक भी टिकट की रेस में
प्रदेश में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में शामिल डॉ. अशोक राग ने दो माह पहले कांग्रेस को छोड़ जदयू की सदस्यता ली थी। जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने उन्हें जदयू प्रदेश कार्यालय में आयोजित समारोह में जदयू की सदस्यता दिलायी थी। डॉ. अशोक के पुत्र अतिरेक ने भी जदयू की सदस्यता ली थी। यह कहा जा रहा कि अतिरेक को जदयू अपना उम्मीदवार बनाएगी।
दिवंगत राजीव रंजन के पुत्र को इस्लामपुर से लड़ने की तैयार
जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता रहे दिवंगत राजीव रंजन के पुत्र को इस्लामपुर विधानसभा क्षेत्र से जदयू की उम्मीदवारी संभावित है। उनके पिता भी इस सीट से लड़ा करते थे।
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