Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Bihar Politics: नीतीश Vs तेजस्वी और प्रशांत Vs अशोक, अब वन-टू-वन चल रहा पूरा सियासी खेल

    Updated: Fri, 26 Sep 2025 01:28 PM (IST)

    चुनावी माहौल में बिहार की राजनीति आरोप-प्रत्यारोप से गरमाई हुई है। जदयू ने तेजस्वी यादव को क्रेडिट चोर कहा है क्योंकि वे सरकारी योजनाओं का श्रेय ले रहे हैं। अति पिछड़ा वर्ग के मुद्दे पर भी एनडीए और महागठबंधन के बीच आरोप-प्रत्यारोप चल रहा है। प्रशांत किशोर ने अशोक चौधरी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं जिससे राजनीतिक माहौल और भी उत्तेजित हो गया है।

    Hero Image
    चुनावी मौसम में बिहार की राजनीति वन टू वन आरोप-प्रत्यारोप पर अधिक मुखर

    भुवनेश्वर वात्स्यायन, पटना। चुनावी मौसम में बिहार की राजनीति इन दिनों वन टू वन आरोप-प्रत्यारोप पर अधिक मुखर है। हाल तक राहुल गांधी के साथ विपक्ष ने वोट चोर के नारे को बुलंद किया था। अब इस नारे के प्रत्युत्तर में जदयू ने नेता प्रतिपक्ष के लिए क्रेडिट चोर के विशेषण को आगे किया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    दरअसल, तेजस्वी यादव लगातार यह कह रहे कि सरकार ने हाल के दिनों में अलग-अलग क्षेत्र में जिन लोगों के मानदेय बढ़ाए, सामाजिक सुरक्षा पेंशन की राशि बढ़ायी, रोजगार की दिशा में काम किए या फिर राज्य की नौकरियों में डोमिसाइल लागू करने का फैसला लिया वह उनकी सोच का हिस्सा है।

    जिस समय वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार में उपमुख्यमंत्री थे उसी समय इस सोच को उन्होंने आगे किया था। उसके पहले से ही राजद के संकल्प पत्र में यह बात थी। तेजस्वी द्वारा सरकार के लोक लुभावन फैसले का क्रेडिट लिया जा रहा।

    वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर नकल करने का आरोप भी लगा रही। इस पर जदयू ने तेजस्वी यादव के लिए 'क्रेडिट चोर' के विशेषण को आगे किया है। जदयू के नेता यह कह रहे कि काम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया और क्रेडिट चुराने में व्यस्त हैं तेजस्वी यादव।

    इसी तरह हाल के दिनों में अति पिछड़ा वर्ग का मामला है। महागठबंधन के नेताओं ने पिछले दिनों अति पिछड़ा समाज के लिए संकल्प जारी किया था। इस पर एनडीए के नेता ने तीखे अंदाज में महागठबंधन पर प्रहार किया।

    दरअसल, जदयू इस बात को मानकर चलता है कि नीतीश कुमार के कार्यकाल में ही अति पिछड़ा वर्ग के लोगों के लिए लाभकारी योजनाएं शुरू हुईं और राजनीतिक रूप से उन्हें सशक्त किया गया।

    एनडीए का कहना है कि लंबी अवधि तक बिहार में कांग्रेस का शासनकाल रहा और फिर 15 वर्षों तक राजद की सरकार रही। इस दौरान अतिपिछड़ा वर्ग के लिए कुछ भी नहीं हुआ। इनके लिए एक आयोग तक का गठन नहीं हुुआ।

    वन टू वन आरोप-प्रत्यारोप का एक मामला जदयू के राष्ट्रीय महासचिव व ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी व जन सुराज के नेता प्रशांत किशोर के बीच का है। प्रशांत किशोर ने अशोक चौधरी व अवैध तरीके से 200 करोड़ रुपए की संपत्ति अर्जित करने का आरोप लगाया।

    इस पर अशोक चौधरी ने कहा कि प्रशांत किशोर हड़बड़ी में तथ्यहीन बात कर रहे। वह मानहानि का दावा भी कर चुके हैं। इसी तरह का आरोप प्रशांत किशोर भाजपा नेता संजय जायसवाल पर भी लगा चुके हैं। पार्टी या नीतियों से अलग वन टू वन आरोप का यह सिलसिला और आगे बढ़ेगा।

    यह भी पढ़ें- 'CM नीतीश के बेटे का किया सौदा... मेरी हत्या की रच रहे साजिश', पप्पू यादव ने JDU नेता पर लगाए आरोप