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    Bihar News: पुलिस की जांच में आएगी तेजी, डॉग स्क्वाड में शामिल होंगे 30 नए प्रशिक्षित कुत्ते

    Updated: Wed, 10 Sep 2025 07:45 PM (IST)

    बिहार पुलिस का श्वान दस्ता और मजबूत होगा जिसमें 30 नए प्रशिक्षित कुत्ते शामिल होंगे। ये कुत्ते हैदराबाद में प्रशिक्षित हो रहे हैं और जल्द ही दस्ते में शामिल होंगे। वर्तमान में दस्ते में 67 कुत्ते हैं जिनकी संख्या इस वर्ष के अंत तक 97 हो जाएगी। 50 अतिरिक्त कुत्तों की खरीद प्रक्रिया भी जारी है।

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    डॉग स्क्वाड में शामिल होंगे 30 नए प्रशिक्षित कुत्ते

    राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार पुलिस का श्वान दस्ता (Dog Squad) आने वाले समय में और मजबूत होने वाला है। जल्द ही श्वान दस्ते में 30 नए ट्रेंड कुत्ते शामिल होंगे।

    वर्तमान में इन सभी का प्रशिक्षण हैदराबाद के मोइनाबाद स्थित आइआइटीए (इंटीग्रेटेड इंटेलिजेंस ट्रेनिंग एकेडमी) में हो रहा है।

    बुधवार को पुलिस मुख्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में ADG (सीआइडी) पारसनाथ ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आने वाले दो से तीन महीने में सभी प्रशिक्षित कुत्ते बिहार पुलिस के श्वान दस्ते में शामिल हो जाएंगे।

    एडीजी ने बताया कि श्वान दस्ते में कुत्तों के स्वीकृत पदों की संख्या 200 है, जिनमें अभी सिर्फ 67 ही तैनात हैं। इस वर्ष के अंत तक इनकी संख्या बढ़कर 97 हो जाएगी।

    इसके अलावा 50 नए कुत्तों को खरीदने की प्रक्रिया अभी जारी है। इन्हें पंजाब स्थित होमगार्ड ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट से खरीदा जा रहा है। दो से तीन महीने में इनके खरीद की तमाम प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।

    इसके बाद इन्हें भी मोइनाबाद स्थित संस्थान में प्रशिक्षित करने के बाद श्वान दस्ते में शामिल कर लिया जाएगा। इससे पुलिस के श्वान दस्ते में कुत्तों की कुल संख्या बढ़कर 147 हो जाएगी।

    वर्तमान में जो 67 श्वान कार्यरत हैं, उनमें विस्फोटकों की पहचान करने वालों की संख्या 19, ट्रेकर 21, शराब पहचानने वाले 21 और मादक पदार्थों को जांच वाले श्वान की संख्या छह है।

    इसमें विभिन्न नस्ल के श्वान कार्यरत हैं, जिसमें 55 लेब्राडोर, दो गोल्डन रिट्रिवर, छह बेल्जिन मेलिनोईस और चार जर्मन शेफर्ड शामिल हैं। इनकी तैनाती विभिन्न पुलिस रेंज मुख्यालय में की गई है।

    इनका उपयोग घटनाओं का अनुसंधान, मादक विस्फोटक पदार्थों की खोज करने के अलावा वीवीआइपी कार्यक्रम के स्थल की जांच करने के लिए खासतौर से प्रयोग किया जाता है। प्रेस वार्ता के दौरान आइजी (सीआइडी) दलजीत सिंह भी मौजूद थे।

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