Bihar News: पैसों के लालच में युवाओं में नशे का जहर घोल रहे धंधेबाज, सौदागरों ने बना रखी है पूरी श्रृंखला
Bihar News नाबालिगों तक को आसानी से मिल रही नशीली दवा पूरे समाज में नशे का जहर फैला रही है। हालांकि इस नेटवर्क को तोड़ने में बड़ी सफलता नहीं मिल पा रही है। इस तरह का कारोबार करने वाले दुकानदार भी न उम्र देखते हैं न डॉक्टर का पर्चा। थोड़े से पैसों के लिए दवा दे रहे हैं। गांजा चरस ब्राउन शुगर और स्मैक की पुड़िया आम हो गई है।

प्रशांत कुमार, पटना। बिहार में गांजा, चरस, ब्राउन शुगर और स्मैक की पुड़िया आम हो गई है। इसमें वे दवाएं भी जुड़ गई हैं, जो आसानी से उपलब्ध है। इसके प्रमाण भी हैं, क्योंकि शुक्रवार को ही बहादुरपुर थाने की पुलिस और औषधि विभाग की कार्रवाई में सात लोगों को इस तरह की दवाओं की बिक्री और सेवन के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
दैनिक जागरण लगातार इस ओर ध्यान आकृष्ट कर रहा है कि इसका नेटवर्क तेजी से फैल रहा है और आए दिन मोबाइल छिनतई से लेकर लूटपाट तक में नशे का सेवन एक बड़ा कारण है। नशीली दवा खरीदने को पैसे के लिए इस तरह के अपराध भी तेजी से बढ़ रहे हैं।
नशे के सौदागरों ने बना रखी है पूरी श्रृंखला
नशे के सौदागरों ने एक पूरी शृंखला बना रखी है। यह इसी से समझा जा सकता है कि रोगियों को दी जाने वाली दस-बीस रुपये की दवा की कीमत नशे के सेवन के रूप में परिवर्तित होते ही चार से पांच सौ रुपये तक हो जाती है।
पुलिस ने जिस सुई के वॉयल को जब्त किया है, उसकी कीमत महज 33 रुपये है, पर यह नशे के आदी लोगों को पांच से सात सौ रुपये तक में बेची जा रही थी। इसका मुनाफा अकेले दवा दुकानदार को नहीं मिलता, इसके पीछे के गिरोह में सबकी हिस्सेदारी होती है।
8022 वॉयल जब्त
थानेदार लालमुणि चौबे ने बताया कि ऐसे 8022 वॉयल जब्त किए गए हैं। आरोपियों के पास से बरामद मोबाइल की कॉल डिटेल रिपोर्ट निकाली जा रही है।
औषधि विभाग के अधिकारियों के अनुसार, जब्त सुई की कीमत तीन लाख के करीब है, पर नशे के रूप में इससे 50 लाख का मुनाफा कमाने की तैयारी थी।
दवा का भी नशे के रूप में किस तरह व्यापक पैमाने पर व्यवहार किया जा रहा है, यह इसी से समझा जा सकता है।
संदलपुर देवी मंदिर से दो युवक गिरफ्तार
एक उदाहरण भर है, जहां संदलपुर देवी मंदिर के पास नशेड़ियों का जमघट लगता है। मोहल्ले के लोग भी परेशान हैं। पुलिस ने यहीं से दो युवकों को नशीली सुई लेते हुए पकड़ा।
पूछताछ में बताया कि चौक थाना क्षेत्र के नाला रोड स्थित बजरंगी मेडिकल हाल से दवा खरीदी थी। इसके बाद छापा मारा गया तो एक और युवक को उसी सुई के साथ पकड़ा गया।
बजरंग मेडिकल शॉप पर छापेमारी
यह इस बात के साक्ष्य हैं कि युवाओं को किस तरह नशे का लती बना दिया गया है। उसकी निशानदेही पर बजरंग मेडिकल पर छापेमारी के दौरान दवा की बड़ी मात्रा के साथ ओमप्रकाश उर्फ मुन्ना और अभिषेक को गिरफ्तार किया गया है।
नालंदा का आपूर्तीकर्ता भी गिरफ्तार
उन्होंने नालंदा जिले के हिलसा थाना क्षेत्र के मई गांव निवासी अमरजीत को आपूर्तिकर्ता बताया, जिसे पुलिस ने गोविंद मित्रा रोड में धर दबोचा।
वह पूर्व में आर्म्स एक्ट और चोरी का सामान रखने के आरोप में पत्रकार नगर थाने से गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।
अजय मेडिकल
उसके बयान पर कंकड़बाग के मलाहीपकड़ी रोड स्थित बजरंग मेडिकल हॉल में छापेमारी कर सुनील कुमार को गिरफ्तार किया गया। इसके बाद पुलिस हनुमान नगर स्थित अजय मेडिकल हॉल पहुंची थी। हालांकि, उसका मालिक अजय कुमार फरार हो गया। यह एक छोटा सा नेटवर्क है, इसके तार बहुत ऊपर तक हैं।
अधिकारियों ने क्या कहा ?
अधिकारियों ने बताया कि इस सुई का उपयोग अफीम और गांजा जैसे नशे के आदी लोगों को सेवन से मुक्त कराने में किया जाता है। ये दवाएं आम रिटेल दुकानों पर बेचने की अनुमति नहीं है।
इसका उपयोग अस्पतालों और पुनर्वास केंद्रों में किया जाता है। वहां से निकलने के बाद कुछ रोगियों को डाक्टर जब पुर्जे पर लिखकर देते हैं, तभी यह दी जाती है। साथ ही हर वॉयल का रिकार्ड भी रखना होता है। अमरजीत उक्त दुकानों में जाकर वासल लेता था और मुंहमांगी कीमत पर नशेड़ियों को उपलब्ध कराता था।
डाक्टर की पर्ची बिना नशीली सुई की बिक्री मामले में सात आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इसमें दो लोग सेवन करते मिले थे। इलाके से सूचना पर पुलिस ने कार्रवाई शुरू की, जिसमें औषधि विभाग के अधिकारियों का भी सहयोग मिला। पूरी श्रृंखला को तोड़ने की तैयारी है।
लालमुणि चौबे, थानाध्यक्ष।
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