Bihar News: सरकारी भूमि को रैयती करनेवाला CO दोष मुक्त, विभाग ने 19 महीने में धो दिए अंचल पदाधिकारियों पर लगे दाग
सरकारी भूमि को रैयती करने वाले अंचल पदाधिकारी को राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने दोष मुक्त कर दिया। नई सरकार राजभवन ने शपथ ग्रहण के बाद मंत्रियों को विभाग आवंटन में व्यवस्त थी इधर राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग कदाचार के आरोपित अंचल पदाधिकारियों का दाग धो डाला। 28 जनवरी को नई सरकार का गठन हुआ और इधर 28 अंचल पदाधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की फाइल निपटता गया।

जितेंद्र कुमार, पटना। सरकारी भूमि को रैयती करने वाले अंचल पदाधिकारी को राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने दोष मुक्त कर दिया। नई सरकार राजभवन ने शपथ ग्रहण के बाद मंत्रियों को विभाग आवंटन में व्यवस्त थी इधर राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग कदाचार के आरोपित अंचल पदाधिकारियों का दाग धो डाला।
28 जनवरी को नई सरकार का गठन हुआ और इधर 28 अंचल पदाधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की फाइल निपटता गया। यह सिलसिला 15 फरवरी तक जारी रहा। अंतिम अधिसूचना 15 फरवरी को जारी किया गया जिसमें सरकारी भूमि की हेराफेरा के आरोपित दुल्हिनबाजार के निवर्तमान अंचल पदाधिकारी नागेंद्र कुमार को दोष मुक्त कर दिया गया।
पटना जिले के दुल्हिन बाजार में कार्यरत रहे नागेंद्र कुमार खिलाफ काब मौजे में थाना नंबर 42, खाता नंबर 1638, खेसरा नंबर 4485 में 3.88 एकड़ सरकारी भूमि को रैयती करने के आरोप में पटना के जिलाधिकारी ने 19 अक्टूबर 2022 को कार्रवाई की अनुशंसा की थी।
पालीगंज के भूमि सुधार उप-समाहर्ता और अनुमंडल पदाधिकारी के आदेश का अनुपालन नहीं करने के गंभीर आरोप को देखते हुए डीएम की अनुशंसा पर 2 दिसंबर 2022 को स्पष्टीकरण मांग की गई। विभागीय पत्र में स्वीकार किया गया है कि दुल्हिनबाजार के तत्कालीन सीओ ने कोई जवाब ही नहीं दिया।
जून 2023 में भारी संख्या में तबादले की तैयारी के तहत विभाग ने छह माह बाद 30 मई 2023 तो पटना के एडीएम को विभागीय जांच सौंप कर नागेन्द्र कुमार को मनमाफिक जगह पदस्थापना आदेश जारी कर दिया गया। बाद में मुख्यमंत्री ने आदेश को रद्द कर दिया था।
जिलाधिकारी द्वारा गठित आरोप को अपर समाहर्ता ने आंशिक रूप से प्रमाणित होने का प्रतिवेदन 5 सितंबर 23 को राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग को सौंप दिया। विभाग ने द्वितीय स्पष्टीकरण के आधार पर अंचल पदाधिकारी को भविष्य के लिए चेतावनी देकर दोष मुक्त करने की अधिसूचना बीते 15 फरवरी को जारी कर दिया है।
19 महीने चलती रही दाग धुलाई
पटना जिले के संपतचक के निवर्तमान अंचल पदाधिकारी नंदकिशोर प्रसाद निराला पत्रकार नगर थाने के मुन्ना चक में किराये के मकान में सरकारी संचिका निपटारा करते थे।
जिलाधिकारी के आदेश पर सरकारी संचिका के साथ आपरेटर और दलाल मोटी रकम के साथ गिरफ्तार हुआ। डीएम की अनुशंसा पर सरकार ने निलंबित किया लेकिन चंद दिनों बाद निलंबन से मुक्त कर जून 2023 में मनचाहा जगह पदस्थापित भी कर दिया।
वर्ष 23 में 289 अधिसूचना, आरओ-सीओ की बल्ले-बल्ले
राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की वेबसाइट पर वर्ष 2020 से अब तक 820 अधिसूचना जारी की गई है। 20 जनवरी 2020 से अगस्त 2022 तक कुल 289 अधिसूचना में अधिकांश दागी अंचल पदाधिकारियों के निलंबन, वेतन वृद्धि पर रोक और कुछ के पेंशन राशि से वसूली जैसे आदेश हुए हैं।
अगस्त 2022 में सरकार और व्यवस्था के साथ प्राथमिकता बदल गई। तब से 531 अधिसूचना जारी की गई जिसमें बख्तियारपुर के सीओ रघुवीर प्रसाद भी बहती गंगा में नहाकर आरोप मुक्त हुए।
अपने महिला मित्र द्वारा सरकारी गाड़ी जलाये जाने जैसे आरोप लगे थे। इन्हें भी निलंबन मुक्त कर जून 2023 में मनमाफिक जगह पदस्थापन का आदेश निकला था।
वर्ष 2023 में सर्वाधिक 421 अधिसूचना जारी हुई, जिसमें राजस्व पदाधिकारी और अंचल पदाधिकारियों के दाग साफ हो गए।
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