Updated: Tue, 30 Sep 2025 08:31 PM (IST)
केंद्र सरकार ने पटना अरवल जहानाबाद और औरंगाबाद के लिए 3606.42 करोड़ रुपये की बिहटा-अनुग्रह नारायण रोड रेल लाइन परियोजना को मंजूरी दी। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने परियोजना को तेजी से शुरू करने का निर्देश दिया जिससे पटना और औरंगाबाद के बीच सीधी कनेक्टिविटी में सुधार होगा और पहली बार अरवल जिले को रेल संपर्क मिलेगा।
जागरण संवाददाता, पटना। आसन्न विधानसभा चुनाव के पूर्व केंद्र सरकार ने पटना, अरवल, जहानाबाद और औरंगाबाद जिले के लाखों लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी दी है।
रेल मंत्रालय ने बिहटा-अनुग्रह नारायण रोड के बीच 117 किलोमीटर लंबी नई रेल लाइन के निर्माण को तत्काल प्रभाव से शुरू करने का फैसला किया है। इस परियोजना के लिए 3606.42 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई है।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी है और पूर्व मध्य रेल को परियोजना को समेकित रूप से शुरू करने का निर्देश दिया गया है।
इस परियोजना से राजधानी पटना से औरंगाबाद जिला मुख्यालय को सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी। वहीं रेल के नक्शे पर पहली बार अरवल जिला आ जायेगा। बिहार में अरवल जिला अभी तक रेल सम्पर्क से दूर है।
मगध और शाहाबाद क्षेत्र को मिलेगी नई गति
इस रेल लाइन से मगध और शाहाबाद क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास को नई गति मिलेगी। यह परियोजना क्षेत्र की बहुप्रतीक्षित मांग को पूरा करेगी, जिससे पटना से अरवल और औरंगाबाद के बीच सीधी रेल कनेक्टिविटी स्थापित होगी।
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विशेष रूप से, अनुग्रह नारायण रोड से औरंगाबाद के बीच 13 किलोमीटर की रेल लाइन पहले ही स्वीकृत हो चुकी है और उसका कार्य प्रगति पर है।
डीडीयू-पटना-झाझा और ग्रैंड कार्ड लाइन को वैकल्पिक मार्ग 117 किलोमीटर लंबी इस रेल लाइन के पूरा होने पर न केवल स्थानीय स्तर पर यातायात सुगम होगा, बल्कि डीडीयू-पटना-झाझा मेन लाइन और डीडीयू-गया-कोडरमा ग्रैंड कार्ड लाइन के बीच एक नया वैकल्पिक मार्ग भी उपलब्ध होगा।
बिहटा में रोड-ओवर-रोड (आरओआर) को भी स्वीकृति दी गई है, जिससे इस लाइन पर निर्बाध यातायात सुनिश्चित होगा।
क्षेत्रीय विकास को मिलेगा बढ़ावा
यह परियोजना क्षेत्र में सामाजिक और आर्थिक विकास को गति देगी। स्थानीय लोगों को बेहतर कनेक्टिविटी के साथ-साथ रोजगार और व्यापार के नए अवसर प्राप्त होंगे।
परियोजना का विस्तृत विवरण तैयार हो चुका है, और कार्य जल्द शुरू होने की उम्मीद है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के नेतृत्व में रेल मंत्रालय ने इस परियोजना को प्राथमिकता दी है, जिससे बिहार के इन जिलों में रेल नेटवर्क का विस्तार होगा और क्षेत्र की प्रगति को नया आयाम मिलेगा।
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