Bihar Bhumi: जमीन परिमार्जन के लिए राजस्व कर्मी ने मांगी 100000 रिश्वत, निगरानी ने दबोचा
बिहार में निगरानी विभाग ने एक राजस्व कर्मी को जमीन परिमार्जन के लिए 100000 रुपये की रिश्वत मांगते हुए गिरफ्तार किया। यह गिरफ्तारी पटना में हुई, जहां र ...और पढ़ें

राज्य ब्यूरो, पटना। निगरानी समेत दूसरी तमाम जांच एजेंसियों की लगातार कार्रवाई के बाद भी भ्रष्ट अधिकारी बिना डर भय के रिश्वत मांग रहे हैं। मंगलवार को निगरानी ने इसी कड़ी में दो अलग-अलग कार्रवाई में दो रिश्वतखोर लोक सेवकों को अपनी गिरफ्त में लिया है। इनमें एक तो दरोगा है, जबकि दूसरा राजस्व कर्मी।
निगरानी ब्यूरो से मिली जानकारी के अनुसार निगरानी ब्यूरो में रविश कुमार नाम के व्यक्ति ने शिकायत दर्ज कराई थी कि नदौल पंचायत (मसौढ़ी) के राजस्व कर्मी राजा कुमार उनकी जमीन परिमार्जन के लिए एक लाख रिश्वत की मांग कर रहे हैं। शिकायत सत्यापन में आरोप सही पाया गया। जिसके बाद डीएसपी मो. वसीम फिरोज के नेतृत्व में एक धावा दल गठित किया गया।
मंगलवार को राजस्व कर्मी राजा कुमार जिस वक्त अंचल कार्यालय मसौढ़ी में एक लाख रुपये की रिश्वत मांग रहा था उसी वक्त उसे रिश्वत की रकम के साथ गिरफ्तार कर लिया गया।
निगरानी ब्यूरो की दूसरी कार्रवाई सिवान के सिसवन में की गई। सिवान के सिसवन थाने में तैनात दरोगा कन्हैया सिंह ने एक केस से एक महिला का नाम हटाने के एवज में 40 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी।
दरअसल, जीवी नगर सिवान के रहने वाले सुनील कुमार ने निगरानी थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि सिसवन थाने में दर्ज कांड संख्या 309/25 में उसकी बहन का नाम है। जिसे हटाने के लिए दरोगा ने उनसे रिश्वत मांग रहा है।
निगरानी ब्यूरो ने शिकायत का सत्यापन कराया। आरोप सही पाए जाने के बाद निगरानी डीएसपी विप्लव कुमार के नेतृत्व में एक धावा दल बनाया गया।
मंगलवार को दरोगा जिस वक्त रिश्वत के 40 हजार रुपये ले रहे थे ठीक उसी वक्त निगरानी ब्यूरो की टीम ने उन्हें पैसों के साथ रघुनाथपुर रोड में महाराणा प्रताप चौक स्थित एक चाय की दुकान से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार दरोगा से लंबी पूछताछ की गई है। पूछताछ के बाद राजस्व कर्मी और दरोगा को निगरानी की विशेष कोर्ट में पेश किया जाएगा।

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