Bihar Jobs 2025: बिहार के स्वास्थ्य विभाग में बहाली को लेकर आया बड़ा अपडेट, मंत्री ने दी नई जानकारी
Bihar News स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत लगभग 2800 आयुष चिकित्सकों की नियुक्ति के लिए विज्ञापन जल्द ही प्रकाशित किया जाएगा। बिहार में सबसे ज्यादा आयुष चिकित्सकों की भर्ती हुई है। केंद्र सरकार आयुष क्षेत्र के लिए लगभग 60 करोड़ रुपये देगी। सरकार आयुष चिकित्सकों के अधिकारों के लिए काम कर रही है।

जागरण संवाददाता, पटना। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने रविवार को कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के तहत करीब 2,800 आयुष चिकित्सकों की नियुक्ति हेतु विज्ञापन एक सप्ताह में प्रकाशित करवा कर सभी पदों को यथाशीघ्र भरा जाएगा।
देश में एक साथ सबसे ज्यादा आयुष चिकित्सकों की की बहाली बिहार में ही हुई है। एनडीए सरकार में गत वर्ष एक साथ 2 हजार 901 आयुष चिकित्सकों की नियुक्ति की गई थी। इसमें 948 होमियोपैथी चिकित्सक थे।
साथ ही उन्होंने कहा कि संपूर्ण आयुष क्षेत्र के लिए लगभग 60 करोड़ की राशि केंद्र सरकार अस्पतालों में दवा उपलब्ध कराने के लिए देने वाली है।
मौके पर स्वास्थ्य मंत्री ने आयुष मेडिकल एसोसिएशन की प्रमुख मांगों को सुना व उसे त्वरित निष्पादित करने का ऐलान भी कर दिया।उन्होंने आयुष चिकित्सकों को भरोसा दिलाया कि सरकार उनके वाजिब हक व सम्मान के लिए तत्परता से कार्य कर रही है।
स्वास्थ्य मंत्री रविवार को अधिवेशन भवन में हनीमैन जयंती सह वैज्ञानिक सम्मेलन के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे।
मौके पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सह पूर्व मंत्री डॉ. दिलीप जायसवाल भी मौजूद थे। दिलीप जायसवाल ने कहा कि आयुष चिकित्सक पूरी निष्ठा से सरकारी अस्पतालों में सेवा दे रहे हैं।
होमियोपैथी पद्धति भी आज ऐलोपैथ की तरह सटीक व प्रभावी उपचार पद्धति के रूप में लोकप्रिय हो रही है। मौके पर आयुष मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. वीरेंद्र मौर्या, डॉ. रामजी सिंह, डॉ. एमके साहनी, डॉ. आरपी सिंह, डॉ. गौरी शंकर, डॉ. सुभाष सिंह, डॉ. निशांत श्रीवास्तव आदि मौजूद थे।
आयुष चिकित्सा के विकास का श्रेय डबल इंजन सरकार को
मंगल पांडेय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में गत एक दशक में संपूर्ण आयुष चिकित्सा पद्धति में क्रांतिकारी बदलाव आया है। 2014 में आयुष मंत्रालय का गठन किया।
इसके बाद विकास के लिए अलग से फंड, योजनाएं, अस्पताल एवं अन्य व्यवस्थाओं को सुदृढ़ किया गया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में आयुष चिकित्सा को नई दिशा दी गई।
आयुर्वेद, होमियोपैथ व यूनानी का तेजी से विकास हुआ। मुख्यमंत्री ने एक दिन में कैबिनेट से 825 करोड़ की विकास योजनाएं स्वीकृत कीं। इस राशि से आयुर्वेद, होमियोपैथ व यूनानी कॉलेजों का जीर्णोद्धार किया गया।
बेगूसराय में नए आयुर्वेद कॉलेज का निर्माण 250 करोड़ की राशि से हो रहा है। मुजफ्फरपुर होमियोपैथ कॉलेज का जीर्णोद्धार हो गया है। इस व्यापक बदलाव का श्रेय डबल इंजन की सरकार में प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को जाता है।
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